Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15k posts List Grid Previous Page 8 Next Nitesh Shah 14 May 2024 · 1 min read राम नहीं बन सकते ..... राम नहीं बन सकते हैं, पर सीता की आशा करते हैं, गुरुद्वारे पर माथ टेका, मस्जिद में सजदा करते हैं, पर्व में जाकर करे प्रार्थना, मंदिर में हर सर झुकते... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 50 Share D.N. Jha 14 May 2024 · 1 min read जिंदगी समर है चलना सॅंभल -सॅंभल कर,यह जिंदगी समर है। अब फूल मत समझना, काॅंटों भरा सफर है। चलते यहाॅं समय से,अब जीतते वही हैं, यह सोच कर हमेशा,चलता रहा डगर है। अब... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 79 Share Taj Mohammad 14 May 2024 · 1 min read ज़माने की नजर से। ज़माने की नजर से कभी तुम ना देखना हमको। जमाना है फरेबी तुम फरेबी ना समझना हमको।। गर मौत जुदा कर दे कभी जिंदगी में हमें तुमसे। तुम सदा बद... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 82 Share भरत कुमार सोलंकी 14 May 2024 · 1 min read मन की प्रीत मन की मीत ही मेरी प्रीत है आकाश में उड़ते परिन्दाे का ,कुछ तो अरमान होता है धरती पर रेंगते जीव का भी, कुछ न कुछ तो अरमान होता है... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 92 Share भरत कुमार सोलंकी 14 May 2024 · 1 min read मन की प्रीत मन की मीत ही मेरी प्रीत है आकाश में उड़ते परिन्दाे का ,कुछ तो अरमान होता है धरती पर रेंगते जीव का भी, कुछ न कुछ तो अरमान होता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 75 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। ग़ज़ल- 25 गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। मौत से ही जिंदगी है जिंदगी कहने लगी।1 तुम उतर जाओ गले तो चैन कुछ आ जाएगा। ओस... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 64 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी। गज़ल- 24 याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी। या लिखी थीं जो कभी वो चिट्ठियां रह जाएंगी।1 जाति धर्मों में अभी तक हम सभी जकड़े हुए, तोड़ दो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 69 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे। गज़ल- 23 ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे। अगर ज़रा सा भी देख लेगी तो सारी दुनियां जलेगी मुझसे। कसम खुदा की न जी सकूंगा अगर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 97 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा। गज़ल-22 मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा। तुम्हारा जिक्र होगा जब हमारा नाम आएगा।1 हमीं तुम्हीं रहेंगे यार लोगों की जुबान पर, कोई हमें कोई तुम्हें... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 70 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read आइना देखा तो खुद चकरा गए। गज़ल- 21 आइना देखा तो खुद चकरा गए। अपना चेहरा देखकर घबरा गए। छोड़कर उनको हम आगे आ गए। इसलिए अपनों को हम बिसरा गए। भूख के मारे थे वो,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 69 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read कैसे निभाऍं उसको, कैसे करें गुज़ारा। ग़ज़ल- 20 कैसे निभाऍं उसको, कैसे करें गुज़ारा। जां का हमारी दुश्मन, जाने जिगर हमारा।1 दरिया ए इश्क में हम, कुछ इस तरह से डूबे, छूटा इधर किनारा, छूटा उधर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 95 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read शिक्षक अज्ञान अँधेरा दूर करे जो, ज्ञानांजन बढाता है, गुरु का दर्ज़ा इस जग में, सबसे ऊँचा होता है, गुरु बिन ज्ञान नहीं संभव, वह ही राह दिखाता है, इसीलिये इस... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 51 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read मातृभाषा हिंदी हिंदी है सबकी पहचान, हिंदी से है देश महान, पढ़ते हम गीता कुरान, हिंदी में है पूरा ज्ञान, हिंदी का सब करो सम्मान, हिंदी भाषाओं में प्रधान, है तीसरा इसका... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 72 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read कुछ अपनी कुछ उनकी बातें। गज़ल- 17 कुछ अपनी कुछ उनकी बातें। कुछ हल्की कुछ गहरी बातें।1 बातें तो बातें होती हैं, कुछ सच्ची कुछ झूठी बातें।2 आपस में मिलकर करते हैं, कुछ सोची कुछ... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 72 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम। गज़ल-16 सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम। सच में ये बात है सही मुॅंह बंद रखो तुम।1 मुंह खोलने की सोचते तो उनका है संदेश, है खैरियत इसी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 79 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read कुत्ते का दर्द एक वफादार कुत्ता, मित्र से बोला यार मैं हूँ बड़ा परेशान, मालिक ने लिखवाया, कुत्ते से सावधान! अरे! ये मानवीय स्वान, बनते हैं हमसे महान, हमारी ही वफादारी पर, ये... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 55 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read आतम अनुभव आतम अनुभव आतम अनुभव करना रे भाई ! सप्त तत्व का ज्ञान सु धरना, मिथ्यातम को हरना रे भाई , आतम अनुभव करना रे भाई !।। क्रोध-मान-माया-लोभादिक, नहीं आतमा का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 35 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी गज़ल-16 हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। सच तो है ये धीरे धीरे जल रही है जिंदगी। देखते ही देखते आंखों से ओझल होगी ये, बर्फ़ की सिल्ली... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 68 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read कविता-सुनहरी सुबह सुबह हमें जगाती है, काम की याद दिलाती है, सुबह हमें सबसे पहले, प्रभु की याद कराती है, रोज़ सवेरे सबसे पहले, सूरज से मिलवाती है, सुबह की शोभा हम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका 36 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया। गज़ल- 16 मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया। दोस्तों जब से मुझे भी मुस्कुराना आ गया।1 मुझको हर इक शख्स घर का देखता हरदम खुशी, क्योंकि मुझको... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 61 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read उम्र घटने लगी उम्र घटने लगी, साँस थामने लगी, है बची ज़िंदगी आखिरी ........ देव जाने नहीं, शास्त्र जाने नहीं, नहीं जानी गुरु की है, महिमा कभी, अब क्या होगा प्रभो, अब क्या... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 32 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read पत्नी व प्रेमिका में क्या फर्क है बताना। हज़ल😂- 15 दादा से बोला पोता नालेज मेरा बढ़ाना। पत्नी व प्रेमिका में क्या फर्क है बताना। बीबी समझ लें टीवी, औ'र प्रेमिका मोबाइल, पहली सजाओ घर में, दूजी कहीं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 129 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read सोचा एक अफ़साना लिख दूँ, सोचा एक अफ़साना लिख दूँ, ज़िन्दगी का फ़साना लिख दूँ, अवसर एक सुहाना लिख दूँ, खुशी का परवाना लिख दूँ ।। गुज़रा हुआ ज़माना लिख दूँ, रूठना और मनाना लिख... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 32 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं। हज़ल😂- 14 सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं। पर आपकी तो होती भी सीधी कमर नहीं। घुटने हुए खराब तो चलने में मुश्किलें, अब दर्द वाले तेल... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 86 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read पिता पिता समान न जग में कोई, पिता सभी की जान है, पिता नहीं तो कुछ भी नहीं है, पिता है तो जहान है।। पिता से ही दिन, पिता से ही... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 55 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read होली आई, होली आई, होली आई, होली आई, रंगों की सौगात है लाई।। ठंडक की हो गई विदाई, ग्रीष्म ऋतु की प्रभा है छाई। गुजिया और मिठाइयाँ खाई, मानवता की लौ है जलाई। होली... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 42 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया। गज़ल- 13 दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया। इंसां वही है आज भी चेहरा बदल गया।1 लड़के व लड़़कियाॅं भी सभी एक सी दिखें, परवरदिगार कैसा जमाना बदल... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 93 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read बच्चे देश की शान हैं बच्चे देश की शान हैं, हमें उनपर अभिमान हैं, बच्चे मन के सच्चे हैं, सबकी आँखों के तारे हैं, बच्चे सबको भाते हैं, सबके मन को लुभाते हैं, देख-देख बच्चों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा 60 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read दीप जले जब सारी धरती आन मिले, जब मानवता का स्नेह जगे, जब हर मानव बंधु-सा लगे, तब मन ही मन में दीप जले।। जब भाई-भाई के गले लगे, जब न रहीम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 31 Share Taj Mohammad 13 May 2024 · 1 min read अपने ही घर से बेघर हो रहे है। आज अपने ही घर से बेघर हो रहे है। वो मां बाप देखो कितना जार जार रो रहे हो।। चुन चुन कर ख्वाबों से यूं सजाया था। दीवारों दर तो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 97 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read देख बहना ई कैसा हमार आदमी। हज़ल😂- 12 देख बहना ई कैसा हमार आदमी। हाय कितना है सुंदर तोहार आदमी।1 ई था किस्मत म हमरे नकारा आदमी, अब हूॅं पीछे पड़े हैं हजार आदमी।2 नीक लागै... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 92 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read सूरज क्यों चमकता है? कविता-डॉ.नितेश शाह सूरज क्यों चमकता है? आग-सा क्यों दहकता है? चाँद क्यों दर-दर भटकता है? बादल क्यों बरसता है? क्यों बहती जलधारा है? क्यों दरिया इतना खारा है? क्यों नदियाँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 79 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read आँखें कुछ कहती हैं? आखें कुछ कहती हैं? सच को सच और झूठ को झूठ पढ़ लेती हैं, आखें कुछ कहती हैं? बंद आँखों से अपनेपन की बात वह समझती हैं आखें कुछ कहती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 68 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं। गज़ल- 11 (वैलेंटाइन डे पर) सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं। कितना कठिन है प्यार में झंझट तमाम हैं।1 टेडी बियर, गुलाब कभी चॉकलेट लिए, सब घूमते... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 73 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read मय है मीना है साकी नहीं है। गज़ल- 10 मय है मीना है साकी नहीं है। इसलिए आज पी ही नहीं है। तू न आई ये महफ़िल है सूनी, आज की शाम भी जी नहीं है। पी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 69 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read कम कमाना कम ही खाना, कम बचाना दोस्तो! गज़ल- 9 कम कमाना कम ही खाना, कम बचाना दोस्तो! पर किसी की आंख में आंसू न लाना दोस्तो! जिंदगी तो इस जहाँ में आपकी कट जायेगी! पर खुदा को... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 90 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read जो दर्द किसी को दे, व्योहार बदल देंगे। गज़ल- 8 जो दर्द किसी को दे, व्योहार बदल देंगे। सदभाव घटे जिस से, वो प्यार बदल देंगे। जनतंत्र के जन गण हैं, ये याद सदा रखना, अपने पे जो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 67 Share Taj Mohammad 13 May 2024 · 1 min read हर किसी में आम हो गयी है। अब तो हर किसी में आम हो गयी है। देखो मोहब्बत यूँ बदनाम हो गयी है।। अमीरों के यहाँ फिरसे बाज़ार सजा। गरीब की इज्जत नीलाम हो गयी है।। वहाँ... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 75 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read नारी के बिना जीवन, में प्यार नहीं होगा। गज़ल- 8 नारी के बिना जीवन, में प्यार नहीं होगा। नारी जो नहीं सुंदर, संसार नहीं होगा। घूमेंगे लिए दिल को, देंगे भी बता किसको, दिलवर ही नहीं होगा, दिलदार... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 77 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read या खुदा तेरा ही करम रहे। गज़ल- 6 या खुदा तेरा ही करम रहे, के बिना तेरे है गुजर नहीं। मैं दुआ करूं तो फिजूल है, के दुआ में है वो असर नहीं। हैं कठिन बहुत... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 62 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए। गज़ल- 5 अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए। गिरगिट भी देख करके उनको दंग हो गए।1 दिल में छुपा के रखते हैं न जाने कितने राज, दिल दिल... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 90 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read कृष्ण प्रेम की परिभाषा हैं, प्रेम जगत का सार कृष्ण हैं। गज़ल- 4 कृष्ण प्रेम की परिभाषा हैं, प्रेम जगत का सार कृष्ण हैं। कृष्ण जिॅंदगी कृष्ण बॅंदगी, जीवन का आधार कृष्ण हैं। सात सुरों में मिलता जीवन, सुर जीवन में... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 97 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है। गज़ल- 3 देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है। देश से ही हम, हमारी देश से पहचान है।। देश के प्रति प्रेम का अंकुर अगर फूटा नहीं,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 78 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read दुनियाँ में सबने देखा अपना महान भारत। गज़ल- 2 दुनियाँ में सबने देखा अपना महान भारत। जय जय जवान भारत जय जय किसान भारत। ऐसे न लोग कहते हमको बड़ा जहाँ में, करता मदद गरीबों की है... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 63 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read ये राम कृष्ण की जमीं, ये बुद्ध का मेरा वतन। गज़ल- 1 ये राम कृष्ण की जमीं, ये बुद्ध का मेरा वतन। ये सत्य शिव के सुंदरम, से है बना मेरा वतन। जो गूंजे तान बंशी की तो, नांचे ग्वाल... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 74 Share Taj Mohammad 13 May 2024 · 1 min read खुदा सा लगता है। कुछ कुछ वो मुझको खुदा सा लगता है। जो मेरी सब जरूरतों को पूरा करता है।। इत्तेफ़ाक़ से नही उसको मांगा है रब से। वो मुझको मेरी मांगी दुआ सा... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 90 Share Taj Mohammad 13 May 2024 · 1 min read कुछ दुआ की जाए। चलो उसके लिए कुछ दुआ की जाए। शायद यूँ ही उसको शिफ़ा मिल जाए।। हो गया है वो बड़ा ही परेशान गमों से। जाने इन्ही दुआओं से अच्छा हो जाए।।... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 79 Share Taj Mohammad 13 May 2024 · 1 min read हंसी आयी है लबों पर। बड़े दिनों बाद हंसी आयी है लबों पर। आज नज़र जो गयी उसके खतों पर।। उसकी हर एक याद बचाकर रखी है। जो परेशां करता था हमें शरारतों पर।। जाने... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 86 Share भरत कुमार सोलंकी 13 May 2024 · 2 min read ममता का सागर मां ममता का सागर मां बेटे की उम्मीद है मा बेटे की जिद है। मां की फटकार बेटे को सही गलत की पहचान करवाती है मौका लालच बेटे को सब्जीवन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 99 Share Taj Mohammad 12 May 2024 · 1 min read खर्च हो रही है ज़िन्दगी। खर्च हो रही है ज़िन्दगी उनसे इश्क़ को निभानें में। गर चाहते हो खुश रहना तो दिल ना लगाना ज़मानें में।। जी ना पाओगे तुम मोहब्बत के खुद से दूर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 2 84 Share Previous Page 8 Next