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Tag: कोटेशन
1k posts
दहेज की जरूरत नही
दहेज की जरूरत नही
भरत कुमार सोलंकी
लड़ने को तो होती नहीं लश्कर की ज़रूरत
लड़ने को तो होती नहीं लश्कर की ज़रूरत
अंसार एटवी
//जीवन आपका और मुकर्रर भी //
//जीवन आपका और मुकर्रर भी //
Koमल कुmari
इश्क की कीमत
इश्क की कीमत
Mangilal 713
माँ आज भी मुझे बाबू कहके बुलाती है
माँ आज भी मुझे बाबू कहके बुलाती है
डी. के. निवातिया
वोट करो भई वोट करो
वोट करो भई वोट करो
डी. के. निवातिया
हमारी मंजिल
हमारी मंजिल
Diwakar Mahto
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
Diwakar Mahto
कर्म ही पूजा है ।
कर्म ही पूजा है ।
Diwakar Mahto
किस्त
किस्त
Diwakar Mahto
चुनना किसी एक को
चुनना किसी एक को
Mangilal 713
सीख गांव की
सीख गांव की
Mangilal 713
नींद
नींद
Diwakar Mahto
कशमें मेरे नाम की।
कशमें मेरे नाम की।
Diwakar Mahto
बच्चे ही अच्छे हैं
बच्चे ही अच्छे हैं
Diwakar Mahto
लत
लत
Mangilal 713
सुस्वागतम्
सुस्वागतम्
Diwakar Mahto
अधुरी अल्फाज मोहब्बत के
अधुरी अल्फाज मोहब्बत के
Diwakar Mahto
जिन्दगी की किताब में
जिन्दगी की किताब में
Mangilal 713
क्रोध
क्रोध
Mangilal 713
एकालवी छंद
एकालवी छंद
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
उल्लाला छंद
उल्लाला छंद
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
सीख गुलाब के फूल की
सीख गुलाब के फूल की
Mangilal 713
प्रकृति
प्रकृति
Mangilal 713
रिश्ते
रिश्ते
Mangilal 713
काव्य का राज़
काव्य का राज़
Mangilal 713
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
Mangilal 713
चांद सितारों सी मेरी दुल्हन
चांद सितारों सी मेरी दुल्हन
Mangilal 713
भटक ना जाना मेरे दोस्त
भटक ना जाना मेरे दोस्त
Mangilal 713
बेईमानी का फल
बेईमानी का फल
Mangilal 713
शीर्षक – मां
शीर्षक – मां
Sonam Puneet Dubey
तुम्हें चाहना
तुम्हें चाहना
Akash Agam
अपना अपना कर्म
अपना अपना कर्म
Mangilal 713
मां की महत्ता
मां की महत्ता
Mangilal 713
भटक ना जाना मेरे दोस्त
भटक ना जाना मेरे दोस्त
Mangilal 713
गुलमोहर के लिए
गुलमोहर के लिए
Akash Agam
चाहतें
चाहतें
Akash Agam
काश !
काश !
Akash Agam
नारी शक्ति
नारी शक्ति
भरत कुमार सोलंकी
यादों को कहाँ छोड़ सकते हैं,समय चलता रहता है,यादें मन में रह
यादों को कहाँ छोड़ सकते हैं,समय चलता रहता है,यादें मन में रह
Meera Thakur
ये जो उच्च पद के अधिकारी है,
ये जो उच्च पद के अधिकारी है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
छोटी-सी बात यदि समझ में आ गयी,
छोटी-सी बात यदि समझ में आ गयी,
Buddha Prakash
बहती नदी का करिश्मा देखो,
बहती नदी का करिश्मा देखो,
Buddha Prakash
कुछ नहीं बचेगा
कुछ नहीं बचेगा
Akash Agam
दुनिया की ज़िंदगी भी
दुनिया की ज़िंदगी भी
shabina. Naaz
एक पौधा तो अपना भी उगाना चाहिए
एक पौधा तो अपना भी उगाना चाहिए
कवि दीपक बवेजा
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
कवि दीपक बवेजा
सत्य/असत्य
सत्य/असत्य
Rajesh Kumar Kaurav
घर आये हुये मेहमान का अनादर कभी ना करना.......
घर आये हुये मेहमान का अनादर कभी ना करना.......
shabina. Naaz
जेसे दूसरों को खुशी बांटने से खुशी मिलती है
जेसे दूसरों को खुशी बांटने से खुशी मिलती है
shabina. Naaz
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