Tag: कुण्डलिया
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स्त्रियां पुरुषों से क्या चाहती हैं?
अभिषेक किसनराव रेठे
पूजा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
आशिकों का गुलाब थी.
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
बी पी शुगर बढा रहे बीबी के कुछ बोल
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
* कुछ लोग *
surenderpal vaidya
ये तो दुनिया है यहाँ लोग बदल जाते है
shabina. Naaz
ऊपर से मुस्कान है,अंदर जख्म हजार।
लक्ष्मी सिंह
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
तन के तो उजरे बहुत
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
भरत मिलाप
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
shabina. Naaz
* विजयदशमी *
surenderpal vaidya
कभी हैं भगवा कभी तिरंगा देश का मान बढाया हैं
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
नवम पहचान, कमल पर बैठी माता ।
RAMESH SHARMA
निदामत का एक आँसू ......
shabina. Naaz
खुदा को ढूँढा दैरो -हरम में
shabina. Naaz
ये तो मुहब्बत में
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
हर वो दिन खुशी का दिन है
shabina. Naaz
सारी जिंदगी कुछ लोगों
shabina. Naaz
तुम्हारी जय जय चौकीदार
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
जवानी
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
मन की इच्छा
अवध किशोर 'अवधू'
कितने हैं घुसपैठिए
RAMESH SHARMA
समझो नही मजाक
RAMESH SHARMA
बेटी नहीं उपहार हैं खुशियों का संसार हैं
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
सही सलामत आपकी, गली नही जब दाल
RAMESH SHARMA
मेहनत ही सफलता
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
कविता की बोली लगी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
शिक्षा बिजनिस हो गई
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
रक्षाबंधन (कुंडलिया)
गुमनाम 'बाबा'
* अध्यापक *
surenderpal vaidya
नारी टीवी में दिखी, हर्षित गधा अपार (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
*खर्चा करके खुद किया ,अपना ही सम्मान (हास्य कुंडलिया )*
Ravi Prakash
भेजूंगा मैं जेल
RAMESH SHARMA
*देना प्रभु जी स्वस्थ तन, जब तक जीवित प्राण(कुंडलिया )*
Ravi Prakash
*रद्दी अगले दिन हुआ, मूल्यवान अखबार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*सच्चाई यह जानिए, जीवन दुःख-प्रधान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*पेट-भराऊ भोज, समोसा आलूवाला (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*पैसा ज्यादा है बुरा, लाता सौ-सौ रोग*【*कुंडलिया*】
Ravi Prakash
*रिश्वत ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
*साइकिल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हे गणपति वंदन करूं
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
*नव संसद का सत्र, नया लाया उजियारा (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*भर दो गणपति देवता, हम में बुद्धि विवेक (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
देश की हिन्दी
surenderpal vaidya
*रोते बूढ़े कर रहे, यौवन के दिन याद ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
*गाड़ी तन की चल रही, तब तक सबको प्यार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
टाँग इंग्लिश की टूटी (कुंडलिया)
Ravi Prakash
*आजादी का अर्थ है, हिंदी-हिंदुस्तान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash