Posts Tag: कुछ दिल ने कहा ... 93 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Apr 2024 · 1 min read यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल) तौबा ! यह कैसा आया है ज़माना, बहुत मुश्किल है दिल को समझाना। इंसानी रिश्तों से बढ़कर हो गया है , उनकी खुदगर्जी का बढ़ता पैमाना । जानवर तो बहुत... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 163 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Apr 2023 · 1 min read इंसान हूं मैं आखिर ... इंसान हूं मैं कोई फरिश्ता तो नहीं , नादानियां भी मैने बहुत की होंगी । तू खुदा है बख्श सके तो बख्श दे, तेरी रहमत में कोई कमी न होगी... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल 4 2 460 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jul 2022 · 1 min read जिंदगी का आखिरी सफर इंसान क्या जाने उसकी जिंदगी के , अगले मोड़ पर क्या होने वाला है ? ख्वाइशों और अरमानों का कारवां, लेकर वोह बस पहुंचने ही वाला है । उसे नहीं... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 703 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Jun 2022 · 1 min read खुदा का नाम बदनाम कर दिया ... मेरी औलाद निकली ऐसी न मुराद , जिसने मेरा नाम बदनाम कर दिया । मैने कब की मजहब की दीवारें खड़ी , तुमने खुद ही यह फासला बना दिया ।... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 194 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 May 2022 · 1 min read खाली पैमाना दिल खाली पैमाना सा रह जाता है , कोई जाम उल्फत का नहीं आता है । क्या रकीब या रफीक सब एक जैसे , हां! कुछ नुक्तचिनियां जरूर डालता है... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 5 3 683 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Apr 2022 · 1 min read नादानी में बड़ा फायदा नादान बनके रहने में जो फायदा है , सयाना बनके रहने में बिल्कुल नही । सयानों के इम्तेहान लेता खुदा बारहा, नादानों को इसके काबिल समझता नही । सयानोें से... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 190 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Apr 2022 · 1 min read एक शायर का दिल ... एक शायर का दिल क्या चाहता है ? बस सुकून के दो पल और कुछ नही । वोह पल ऐसे हो जिसमें हो तन्हाई, एक उसके सिवा पास कोई नहीं।... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 250 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Mar 2022 · 1 min read जिंदगी से थकान आज कल बहुत थकने लगी हूं , जिंदगी से कुछ ऊबने लगी हूं । किसी काम में मन लगता नही , हर काम को बोझ समझने लगी हूं। उम्र का... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 285 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Mar 2022 · 1 min read हरजाई खुशी चुपके से नजरों से बचके मेरी चली जाती है कहां, मैं ढूंढा करती हूं उसे हमेशा जाने कहां कहां । यह लुका छिपी का खेल कब तक चलेगा बता दे,... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 389 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Feb 2022 · 1 min read बदला रंग पुराने पैरहन ने ... रूह के जिस्म से निकलते ही , बदला रंग ऐसा पुराने पैरहन ने । छीन गए सब ख्यालात और ख्वाब , काम करना बंद कर दिया ज़हन ने । खून... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 370 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Feb 2022 · 1 min read जिंदगी अजाब है .. कुछ लोग जमाने में ऐसे भी होते हैं , जिनकी तबियत समझ नहीं आती । उम्र साथ रहने पर भी अंजान रहे , उनकी नियत समझ में नहीं आती ।... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 393 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Jan 2022 · 1 min read पाक मुहोबत उल्फत में मिलना जरूरी नहीं होता , खतों से भी बात हो जाया करती है। मुहोबत में तुम्हारी दम हो अगर तो , आह को आह खींच ही ले आती... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 622 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jan 2022 · 1 min read मैं खुद से ही खफा हूं .. जाने जिस बात से मैं खुद से खफा हूं , यूं लगे मैं अपनी जिंदगी से खफा हूं । कभी कोई कश्मकश दीवाना बनाए मुझे ज़हन में उठने वाले सवालों... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 298 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Jan 2022 · 1 min read चंद मोहलतें अब कहां फुर्सत के वो दिन और रातें , जब मिलकर करते थे पहरों बहुत बातें । तुम्हें भी गर्ज कहां वक्त को रोकने की , ताकि हो सकें हमारी... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 295 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Dec 2021 · 1 min read मौत की दस्तक कैसा लगता होगा उसे जो दुनिया से जाता होगा , एक दर्द सीने में उठता होगा हद से जाता होगा । एक निम खामोशी फिर लंबी सी गहरी नींद में... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 617 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Dec 2021 · 1 min read रूहानी इश्क क्या इश्क करना है इस ज़ालिम ज़माने से , इश्क करना ही है तो करो खुदा ए जाना से । इम्तेहान तो खुदा भी लेता है इश्क में मगर ,... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 310 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Dec 2021 · 1 min read जिंदगी जिंदगी किसे अच्छी नहीं लगती , ये महबूबा किसे भली नहीं लगती , सताती -रुलाती है बेशक हँसाती भी , मगर फिर भी इसकी हर अदा भाती । कभी तो... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 234 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Dec 2021 · 1 min read पत्थर के सनम जिनसे करते है हम बेइंतहा मुहोबत , वो हमारी मुहोबत की कद्र करते नहीं । दिल दिया , ले लिया और तोड़ दिया , दिल को खिलोने के सिवा कुछ... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 332 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Dec 2021 · 1 min read घड़ियां इंतजार की ... क्यों लंबी होती हैं घड़ियां इंतजार की, लय बढ़ने लगती है दिल-ऐ-बेकरार की। हर एक लम्हा बड़ी मुश्किल से कटता है, धीमी हो जाती जैसे चाल वक्त के रफ्तार की।... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 217 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Nov 2021 · 1 min read तिजारत कद्र तुम हम दिलवालों की क्या करोगे ? सौदागर हो प्यार को गरज़ से ही तोलोगे। जब तक निभ सकी निभा दी गयी दोस्ती , रास न आया तो बेजार... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 206 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Nov 2021 · 1 min read कसक खुदाया ! हमें इतनी दौलत दे के निहाल हो जाएँ , इस जहान में हम सबसे जाएदा अमीर बन जाएँ । यह यहाँ की सच्चाई है बेशक बहुत कड़वी मगर... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 457 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Nov 2021 · 1 min read तकरार हमसे पूछते है आप ,क्यों करते हो प्यार अपनी अदाओं से पूछिये ,हम बताएं क्या ? नज़रों से जो पिलाई थी क्या वोह मस्ती थी !, क्या वोह शराब न... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 363 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Nov 2021 · 1 min read काश !!.. काश ! कोई हमें बुलाता आवाज़ देकर , और अपने पास बैठता हाथ पकड़कर , जानने को वोह हमारा हाल-ऐ-दिल , पूछता हमसे बेहद ज़िद कर बार बार । काश... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 507 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Nov 2021 · 1 min read इश्क़ तेरे इंतज़ार में जागती इनआँखों को देखा है, अश्क-ऐ- गुहर से भरी महो -अंजुम की नज़रों ने। और ज़रा सी आहट पर तपते फर्श पर उरियां पैरों, से दौड़ते हुए... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 219 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 31 Oct 2021 · 1 min read फर्क होती नहीं इस जहाँ में दोस्तों! इंसानों की एक सी फितरत । दिखाई देता है जो रूबरू आपको , मगर कुछ और ही है हकीक़त । कुदरत है हैरान और... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 318 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Oct 2021 · 1 min read जाने ऐसा क्यों होता है ? ... गुजर जाने से इंसान के उसकी याद आती है बहुत , मगर जीतेजी उसे नजर अंदाज किया जाता है बहुत । वो शख्स जो कल तक तो हमारे बीच में... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 3 7 479 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Sep 2021 · 1 min read अपने शौक को जिंदा रखिए .. शौक बड़ी चीज है शौक को जिंदा रखिए, कितने भी मसरूफ क्यों न हो वक्त निकालिए । मुख्तलिफ लोगों के मुख्तलिफ शौक होते है, इस शौक से अपनी शख्सियत को... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 245 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Sep 2021 · 1 min read होंसला, हिम्मत और खुदा लाख नुक्तचिनियों की आंधियां चलाए जमाना , अपने होंसले की शम्मा को सदा जलाए रखना। गहरा खड्डा खोदेंगे जाल बिछाए साजिशों के , हर एक कदम तुमको फूंक फूंक के... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 430 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Sep 2021 · 1 min read दिल गर पत्थर होता... दिल गर पत्थर होता तो अच्छा होता, ना ही टूटता और न ही घायल होता । घायल ना होता तो शिकवा न करता, चोट पे खाकर भी मुस्कुराता रहता। ना... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 243 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Sep 2021 · 1 min read जाम अब भी बाक़ी है ... इस जिस्त के प्याले में बचा ही क्या है बाकी , मगर मेरे रफीक ने कहा अभी जाम है बाक़ी। तमाम अरमान लिए दिल जलकर खाक हुआ , राख में... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 337 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Sep 2021 · 1 min read मुसाफिरखाना है ये दुनिया मुसाफिर खाना है दुनिया जानता हर बशर , क्या ही अच्छा होता हक़ीक़त को मानता गर। ना ही वो इतनी माल -ओ -दौलत जमा करता , और न ही इनके... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 262 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Sep 2021 · 1 min read दुश्मनों की कमी नहीं जिंदगी में ... दुश्मनों की कमी नहीं है ज़माने में , एक ढूंढो हजार मिलेंगे जिंदगानी में । इनके लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं, ये दुश्मन मिल जायेंगे अपने घर ही में... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 3 240 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Sep 2021 · 1 min read ज़िंदगी किसे अच्छी नहीं लगती ? जिंदगी किसे अच्छी नहीं लगती , ये महबूबा किसे भली नहीं लगती । सताती -रुलाती है बेशक हँसाती भी , मगर फिर भी इसकी हर अदा भाती । कभी तो... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 4 201 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Sep 2021 · 1 min read वक्त ही सबसे बड़ा गुरु जो बातें बयां नहीं होती किताबों में, वक्त वो सब बयां कर देता है । गहरा से गहरा जख्म भी भर जाता है , वक्त ही जब इनको सहला देता... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 5 5 449 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Sep 2021 · 1 min read ये आजकल के जवान !! ज़रा सी बात पर तूफान खड़ा कर देते हैं , यह वो है जो हाथों में आग लिए फिरते हैं । सब्र और सबूरी तो इन में ज़रा सी भी... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 206 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Aug 2021 · 1 min read मैं और मेरी कामयाबी ... मैं और मेरी कामयाबी अक्सर बातें करते हैं, हकीकत में नहीं ख्वाबों में बातें करने लगते हैं। कहती हूं उससे तेरे बिन अच्छा नही लगता, हर ख्वाब तेरे बिन मुझे... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 217 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Aug 2021 · 1 min read यह तो सब नसीब की बात है .. किसी को मिले बड़ी आसानी से मिल जाए कामयाबी , औ कोई लाख मेहनत करे फिर भी दूर रहे कामयाबी । कोई शख्स पैदा ही हो मुंह में चांदी का... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 208 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Aug 2021 · 1 min read ज़माने से खफा एक इंसान ज़माने से वो कुछ इस तरह खफा रहते है , मुलाकात न किसी से बात ही वो करते है । नजर मिले बा मुश्किल तो नजर फेर लेते है ,... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 350 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Aug 2021 · 1 min read दायरा इंसानियत का .. तुम अपने एहसासों को इतना तो जगाओ , के तुम किसी की दर्द भरी आहें सुन पाओ । आंखों के पैमाने में अश्कों का समुंदर इतना , की किसी के... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 578 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Aug 2021 · 1 min read अधूरे ख्वाब अभी तलक तो सभी ख्वाब हैं अधूरे , खुदा जाने ! कब होंगे या नहीं होगे पूरे । गहरा सागर और पतवार है टूटी हुई , लेकिन दूर बहुत ही... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 883 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Aug 2021 · 1 min read रतजगा जाने क्यों रातों को नींद नहीं आती है , सारी रात करवटों में बदल जाती हैं । तारे गिन गिन रात गुजारते है हम , सारी रात आंखों में गुजर... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 6 9 455 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Aug 2021 · 1 min read तेरा बहुत बहुत शुक्रिया ए जिंदगी ! तेरे इस प्यार पर हमें प्यार आया, ए जिंदगी!हमें तुझपर एतबार आया। जितना भी मिला तुझसे बहुत मिला, जितनी हैसियत थी उत्तम ही पाया। गम और खुशी का पैमाना बराबर... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 4 11 720 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Aug 2021 · 2 min read हां ! हमें दुनियादारी नहीं आती । इस दुनियादारी से अब तक अंजान रहे हम , समझ न सके इसकी रवायत कभी भी हम। गधे को गधा नहीं कहना ,उसे बाप समझो , कहना भी पड़ेगा अगर... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 865 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Aug 2021 · 1 min read एक अदद दोस्त की आरज़ू काश ! हमारा भी कोई अदद दोस्त होता, हमारी जिंदगी में कोई कोफ्त ना होता । मिलकर बैठते घंटो और गुफ्तगू करते , वक्त का भी फिर कोई पहरा न... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 408 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Aug 2021 · 1 min read कहां गए वो लोग ? कहाँ गए वो लोग जिनकी आईने सी शख्सियत थी, खुदा से जो उनको मिला दे ऐसी उनकी हैसियत थी । तबियत में सादगी औ ऊँचे ख़यालात जीने का ढंग, जिन्दादिली... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 769 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Jul 2021 · 2 min read जिंदगी का बोझ वो न जाने कैसे अपने गुनाहों का बोझ लिए फिरते है , उन्हें इनका वजन महसूस नहीं होता,बेफिक्र रहते है । हमसे तो अपने दर्द ओ गम का बोझ सहा... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 5 542 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Jul 2021 · 1 min read वक्त से गुजारिश ए वक्त ! जरा ठहर जा कुछ पल के लिए , मेरी नन्ही सी मासूम सी ख्वाइशों के लिए। अभी तेरे कदमों से कदम मिलाना मुश्किल, थोड़ी मोहलत तो दे... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 601 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Jul 2021 · 1 min read तलाश मेरी जिंदगी की हर तलाश अधूरी रह गयी , जो ख्वाब देखे उनकी ताबीर अधूरी रह गई। लोग कहते है ढुढ्ने पर खुदा भी मिल जाता है , ख़ुदा क्या... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 575 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2021 · 1 min read मृत्यु : एक पहेली नियति ही भेजती है,क्या खुद आती है , मगर दोष सारा इंसानों पर मढ जाती है। देखते ही देखते जीते जागते इंसान को , लोटा भर राख के ढेर में... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 508 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Jul 2021 · 1 min read मजहब कोई मुझसे पूछे तेरा मजहब क्या है ? मैं कहूं गर इंसानियत तो खता क्या है ? मैं मंदिर भी जायूँ और मस्जिद में भी , गिरिजाघर और गुरुद्वारे में... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 3 10 561 Share Page 1 Next