Posts Tag: कुछ दिल ने कहा ... 120 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Jul 2025 · 1 min read भरोसा कमाने की चीज है ... हम तुम जो भरोसा न कर पाए , यह तुम्हारी भूल है और हमारा पीड़ा । तुमने हमें भरोसा दिया ही नहीं , हम तुम पर भरोसा भला कैसे करते... Hindi · कविता · कुछ दिल ने कहा ... 1 217 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jan 2025 · 1 min read बेपरवाही का आलम क्या फर्क पड़ता है तेरे होने या न होने से , दुनिया नहीं रुकती ,किसी के चले जाने से , तू गर है तो भी ठीक , नहीं है तो... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 219 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Jan 2025 · 1 min read दुनिया की हकीकत कोई डूबा है ग़म में,और कोई मनाए खुशी , किसी का घर डूबा मातम में, मगर मस्ती के आलम में डूबे हुए, लोगों की सरगोशी । यही हकीकत है कि... Hindi · कविता · कुछ दिल ने कहा ... 1 223 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Dec 2024 · 1 min read अहंकार का अंत क्या शिकवा करना किसी से और किस बात का गिला है। बाद विवाद में भी भला क्या धरा है ? मेरा दिल है गर ज़ख्मों से लबरेज , तो तेरा... Hindi · कविता · कुछ दिल ने कहा ... 1 258 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 May 2024 · 1 min read आह और वाह आह और वाह क्या है , बस तकदीर का तमाशा है । किसी के दामन में सौगात , तो किसी के अश्क बेतहाशा है । हीरा हैं या पत्थर ,मालूम... Hindi · कविता · कुछ दिल ने कहा ... 1 282 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Apr 2024 · 1 min read यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल) तौबा ! यह कैसा आया है ज़माना, बहुत मुश्किल है दिल को समझाना। इंसानी रिश्तों से बढ़कर हो गया है , उनकी खुदगर्जी का बढ़ता पैमाना । जानवर तो बहुत... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 370 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jun 2023 · 1 min read फायदे का सौदा अपने अनुभव से हमने जाना , जिंदगी एक अजाब से कम नहीं । देती है सिर्फ गम ही गम हरदम , खुशी जरा सी भी नहीं । मौत को लोग... Hindi · कविता · कुछ दिल ने कहा ... 3 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 May 2023 · 1 min read बेचारा जमीर ( रूह की मौत ) कहां है ,है भी या नहीं , इसकी भनक भी लगी नहीं । मरा है या जिंदा उसकी , कोई खबर ही मिली नहीं । मार ही डाला होगा उसे... Hindi · कविता · कुछ दिल ने कहा ... 2 2 864 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Apr 2023 · 1 min read इंसान हूं मैं आखिर ... इंसान हूं मैं कोई फरिश्ता तो नहीं , नादानियां भी मैने बहुत की होंगी । तू खुदा है बख्श सके तो बख्श दे, तेरी रहमत में कोई कमी न होगी... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल 4 2 591 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Oct 2022 · 1 min read अंजाम ए जिंदगी जाने क्यों और कैसे खुदा , मुझे यह कैसे शहर में ले आया। जहां आते ही हमारी खुशियों , का जहान उजड़ गया । दिल का चैन खत्म, और सुकून... Hindi · कविता · कुछ दिल ने कहा ... 2 707 Share Page 1 Next