Posts Tag: कहानी 2k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 34 Next आर एस आघात 28 Jun 2021 · 6 min read अधूरे सपने.... अधूरे सपने मौसम बदल रहा है, समय बीत चुका है, दिन भी लगभग वहीं हैं शायद तारीख़ में हेर-फेर लग रहा है, सही तारीख़ का पता नहीं लेक़िन यक़ीन है... Hindi · कहानी 2 290 Share Madhuri Markandy 26 Jun 2021 · 3 min read "कहानी-जुलूस" *जुलूस(कहानी)* भारत में संतों, समाज सुधारकों, आध्यात्मिक गुरुओं व योग गुरुओं की एक लंबी परंपरा रही है। ऐसे संतों व धर्म गुरुओं की कमी नहीं है, जिन्होंने स्वस्थ समाज के... Hindi · कहानी 4 1 807 Share विनायक नाथ तिवारी 17 Jun 2021 · 2 min read सैनिक का वेलेंटाइन # सैनिक का वैलेंटाइन- °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° सुनो प्रिया! यूं तो हमें मोहब्बत है बेइंतहा तुमसे।ये माना कि होंगी ढेर सारी शिकायतें भी मुझसे।चाहता हूं मैं भी तो इज़हारे इश्क़ तुमसे....पर क्या... Hindi · कहानी 1 427 Share AJAY AMITABH SUMAN 14 Jun 2021 · 6 min read वहम जून का महीना था। शाम के 6 बजे थे फिर भी काफी तेज रोशनी थी सड़क पर। अमूमनतया दिल्ली में इस समय तक काफी गर्मी पड़ने लगती है। परंतु दिल्ली... Hindi · कहानी 274 Share Kanchan Prajapati 13 Jun 2021 · 13 min read *राम की रामांगी *(नामकरण) हमारी कॉलोनी अभी नई नई विकसित हुई थी । अतः यहां कई मकान व प्लाट खाली पड़े हुए थे । कोई नया किराएदार या मकान मालिक रहने आता तो सभी... Hindi · कहानी 1 524 Share goutam shaw 5 Jun 2021 · 3 min read कारखाना और चिड़ियाखाना (वार्तालाप) कारखाना और चिड़ियाखाना एक जैसा होता है, वासु जी । ऐसा क्यों बोल रहे हैं ? दीपक जी। ऐसा ही है, जंगल में तो कोई अनुशासन नहीं होता है। जो... Hindi · कहानी 3 4 832 Share pravin sharma 2 Jun 2021 · 10 min read कच्चा मन पक्का प्यार भाग द्वितीय मा की चीखने की आवाज आने से रंजन की नींद टूटी थी और अभी भी रंजन ठीक से जाग भी नही पाया था कि तब तक भड़ाक से पास के... Hindi · कहानी 2 300 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 2 Jun 2021 · 10 min read स्वामी जी "हाँ, तो भक्तों, जब दुःशासन ने देवी द्रौपदी का चीर हरण करने के लिए, भरी सभा में उसकी साड़ी खींचना आरम्भ किया... तो" स्वामी जी इतना ही बोले थे कि... Hindi · कहानी 1 2 254 Share pravin sharma 31 May 2021 · 9 min read कच्चा मन पक्का प्यार भाग प्रथम " क्या कर रहा है यहाँ सीढ़ियों पे, जानता है आज रश्मि ने ट्रीट देने को अड्डे पर बुलाया है, चलेगा क्या "सुमित सीढ़ियों पर बैठते हुए बोला, रंजन अब... Hindi · कहानी 326 Share Surabhi bharati 30 May 2021 · 2 min read "औरत का घर " प्रिया ने राज से करीब 13 साल पहले परिवार से बगावत करके शादी की थी अभी उसके दो बच्चे हैं पर कुछ था जो आज प्रिया को बहुत खटक रहा... Hindi · कहानी 1 378 Share Sudhir srivastava 28 May 2021 · 2 min read बेटी की चाहत मन की बात ------------------ बेटी की चाहत ************ आज के दौर में भी जब बेटी बेटा एक समान का ढोल पीटा जा रहा है ,तब 2002 में मेरी बड़ी बेटी... Hindi · कहानी 2 1 465 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 May 2021 · 4 min read घरखर्च "आज पिताश्री फ़ोन पर पैसों की माँग कर रहे थे।" बैग मेज़ के ऊपर रखते हुए मैंने बड़े ही भारी स्वर में कहा और कुर्सी पर पसर गया। फिर अपनी... Hindi · कहानी 3 2 450 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 May 2021 · 6 min read मुलाक़ात "याद रख सिकंदर के, हौसले तो आली थे, जब गया वो दुनिया से, दोनों हाथ ख़ाली थे।" शमशान के द्वार पर एक पागल फ़क़ीर ऊँचे सुर में चिल्ला रहा था।... Hindi · कहानी 3 4 925 Share meenu yadav 28 May 2021 · 3 min read ऐसी गलती फिर न होगी (बचपन की सीख से) रामनिवास सपरिवार नई दिल्ली से सट्टे एक छोटे से गाँव दौलतपुर में रहता था। उसका दुनिया अपने बच्चे के इर्द-गिर्द घूमती थी । मीना उसकी चहिती बेटी थी । वह... Hindi · कहानी 1 313 Share Kumar Kalhans 26 May 2021 · 3 min read टेम्पल रन। पुनः एक बार भीषण पराजय के सागर में गोते खाते हुए चिरयुवा अध्यक्ष दीन हीन अवस्था में सोफे पर पसरे हुए थे। उनके मासूम सुंदर मुखड़े पर ईर्ष्या , छोभ... Hindi · कहानी 11 515 Share Sudhir srivastava 25 May 2021 · 2 min read संस्मरण संस्मरण मोबाइल चलाना सीख ही गया -------------------------------------- वर्तमान में मेरी उम्र 52 साल है। गत वर्ष फरवरी'20 में बेटी की जबरन कोशिशों से मैंने पहली बार एंड्रॉयड मोबाइल चलाया और... Hindi · कहानी 3 2 477 Share Kumar Kalhans 24 May 2021 · 3 min read कटी हुई नाक। बनारस की एक गली में लोगों की भीड़ जमा थी। भीड़ कौतूहल से गली के एक कोने में पड़ी वस्तु की तरफ देख रही थी। पर उसके करीब कोई डर... Hindi · कहानी 10 1 517 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 May 2021 · 2 min read वचन भंग ************वचन भंग (लघु कथा)******************** ************************************************* बिरजू एक खुशहाल किसान था,जो कि अपनी जीवनसंगिनी संग खुशहाल जीवन जी रहा था। लेकिन दोनों की खुशहाल जिंदगी में कमी औलाद की थी।शादी के... Hindi · कहानी 1 590 Share Kumar Kalhans 22 May 2021 · 2 min read एक सफर ऐसा भी। बहुत समय के बाद अचानक ही वो बाज़ार में मिली।पहले तो हम काफी देर तक एक दूसरे को देखते ही रहे। फिर मैंने उससे कहा कि कहीं चल कर बैठते... Hindi · कहानी 14 1 562 Share Kumar Kalhans 22 May 2021 · 2 min read कुबूल है। कुबूल है। कुबूल है। सलीम एक निहायत सीधा साधा युवक था पर उसमें एक बड़ी खामी थी कि वह कोई भी काम टिक कर नहीं कर पाता था। कुछ महीने काम पर कुछ महीने... Hindi · कहानी 16 3 642 Share Kumar Kalhans 22 May 2021 · 3 min read गाज़ियाबाद कै बियाह। परसपुर से पसका जा रहा था। जीप में बैठा उकता रहा था। जीप वाले से पूछा कि भाई जीप कब चलेगी तो उसने बताया या तो अच्छी खासी सवारी मिल... Hindi · कहानी 11 1 453 Share Kumar Kalhans 22 May 2021 · 3 min read हरा पत्ता। शरद ऋतु अपने यौवन पर थी। उसने बड़ी निर्ममता से पेड़ों से उनके वस्त्र छीनकर उन्हें निर्वसन कर दिया था। वृक्ष कातर होकर खड़े थे। उनकी ऊपर उठी हुई डालियां... Hindi · कहानी 12 1 833 Share Shankar N aanjna 20 May 2021 · 9 min read प्यार(इश्क)-भाग एक बस में मेरे सामने की सीट पर बैठी लड़की ने मुझसे पूछा " हैलो, क्या आपके पास इस मोबाइल की सिम निकालने की पिन है??" उसने अपने बैग से एक... Hindi · कहानी 1 557 Share Kumar Kalhans 19 May 2021 · 2 min read साहेब की अंतर्दृष्टि। एक महिला नेता के अंतर्वस्त्र के रंग का खुलासा कर और उस पर तालियां बटोर कर साहब घर पहुँचे तो गर्मी की वजह से बड़ी प्यास लगी थी। बेगम को... Hindi · कहानी 12 310 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 May 2021 · 5 min read ईद ईद इस समाज में हर प्रकृति के लोग रहते हैं ।उदारवादी, संकीर्ण मानसिकता वाले कट्टरपंथी, और, आस्था को विज्ञान के पहलू से देखने वाले लोग भी हैं ।विभिनता में एकता... Hindi · कहानी 1 592 Share Kumar Kalhans 16 May 2021 · 3 min read मां का दिल। एक पुराना किस्सा है बचपन में किसी सस्ती सी पत्रिका में पढ़ा था। वही वाली पत्रिका जो दस दस पैसे में बस स्टेशनों पर मिला करती थी। किस्सा यूँ था... Hindi · कहानी 14 1 851 Share जयशंकर प्रसाद 15 May 2021 · 25 min read मदन-मृणालिनी विजया-दशमी का त्योहार समीप है, बालक लोग नित्य रामलीला होने से आनन्द में मग्न हैं। हाथ में धनुष और तीर लिये हुए एक छोटा-सा बालक रामचन्द्र बनने की तैयारी में... Hindi · कहानी 465 Share जयशंकर प्रसाद 15 May 2021 · 7 min read जहाँआरा यमुना के किनारेवाले शाही महल में एक भयानक सन्नाटा छाया हुआ है, केवल बार-बार तोपों की गड़गड़ाहट और अस्त्रों की झनकार सुनाई दे रही है। वृद्ध शाहजहाँ मसनद के सहारे... Hindi · कहानी 1 1 302 Share जयशंकर प्रसाद 15 May 2021 · 9 min read गुलाम फूल नहीं खिलते हैं, बेले की कलियाँ मुरझाई जा रही हैं। समय में नीरद ने सींचा नहीं, किसी माली की भी दृष्टि उस ओर नहीं घूमी; अकाल में बिना खिले... Hindi · कहानी 274 Share जयशंकर प्रसाद 15 May 2021 · 12 min read अशोक पूत-सलिला भागीरथी के तट पर चन्द्रालोक में महाराज चक्रवर्ती अशोक टहल रहे हैं। थोड़ी दूर पर एक युवक खड़ा है। सुधाकर की किरणों के साथ नेत्र-ताराओं को मिलाकर स्थिर दृष्टि... Hindi · कहानी 274 Share जयशंकर प्रसाद 15 May 2021 · 6 min read चित्तौड़-उद्धार दीपमालाएँ आपस में कुछ हिल-हिलकर इंगित कर रही हैं, किन्तु मौन हैं। सज्जित मन्दिर में लगे हुए चित्र एकटक एक-दूसरे को देख रहे हैं, शब्द नहीं हैं। शीतल समीर आता... Hindi · कहानी 1 345 Share जयशंकर प्रसाद 15 May 2021 · 6 min read सिकंदर की शपथ सूर्य की चमकीली किरणों के साथ, यूनानियों के बरछे की चमक से 'मिंगलौर'-दुर्ग घिरा हुआ है। यूनानियों के दुर्ग तोड़नेवाले यन्त्र दुर्ग की दीवालों से लगा दिये गये हैं, और... Hindi · कहानी 620 Share जयशंकर प्रसाद 15 May 2021 · 6 min read शरणागत प्रभात-कालीन सूर्य की किरणें अभी पूर्व के आकाश में नहीं दिखाई पड़ती हैं। ताराओं का क्षीण प्रकाश अभी अम्बर में विद्यमान है। यमुना के तट पर दो-तीन रमणियाँ खड़ी हैं,... Hindi · कहानी 273 Share जयशंकर प्रसाद 15 May 2021 · 8 min read रसिया बालम संसार को शान्तिमय करने के लिए रजनी देवी ने अभी अपना अधिकार पूर्णत: नहीं प्राप्त किया है। अंशुमाली अभी अपने आधे बिम्ब को प्रतीची में दिखा रहे हैं। केवल एक... Hindi · कहानी 715 Share जयशंकर प्रसाद 15 May 2021 · 6 min read ग्राम टन! टन! टन! स्टेशन पर घण्टी बोली। श्रावण-मास की सन्ध्या भी कैसी मनोहारिणी होती है! मेघ-माला-विभूषित गगन की छाया सघन रसाल-कानन में पड़ रही है! अँधियारी धीरे-धीरे अपना अधिकार पूर्व-गगन... Hindi · कहानी 393 Share जयशंकर प्रसाद 15 May 2021 · 9 min read चंदा चैत्र-कृष्णाष्टमी का चन्द्रमा अपना उज्ज्वल प्रकाश 'चन्द्रप्रभा' के निर्मल जल पर डाल रहा है। गिरि-श्रेणी के तरुवर अपने रंग को छोड़कर धवलित हो रहे हैं; कल-नादिनी समीर के संग धीरे-धीरे... Hindi · कहानी 352 Share जयशंकर प्रसाद 15 May 2021 · 6 min read तानसेन यह छोटा सा परिवार भी क्या ही सुन्दर है, सुहावने आम और जामुन के वृक्ष चारों ओर से इसे घेरे हुए हैं। दूर से देखने में यहॉँ केवल एक बड़ा-सा... Hindi · कहानी 334 Share मुंशी प्रेमचंद 15 May 2021 · 20 min read ईदगाह रमजान के पूरे तीस रोजों के बाद ईद आयी है। कितना मनोहर, कितना सुहावना प्रभाव है। वृक्षों पर अजीब हरियाली है, खेतों में कुछ अजीब रौनक है, आसमान पर कुछ... Hindi · कहानी 1 444 Share मुंशी प्रेमचंद 15 May 2021 · 11 min read नशा ईश्वरी एक बड़े जमींदार का लड़का था और मैं एक गरीब क्लर्क का, जिसके पास मेहनत-मजूरी के सिवा और कोई जायदाद न थी। हम दोनों में परस्पर बहसें होती रहती... Hindi · कहानी 1 859 Share मुंशी प्रेमचंद 15 May 2021 · 11 min read गुप्त धन बाबू हरिदास का ईंटों का पजावा शहर से मिला हुआ था। आसपास के देहातों से सैकड़ों स्त्री-पुरुष, लड़के नित्य आते और पजावे से ईंट सिर पर उठा कर ऊपर कतारों... Hindi · कहानी 1 1 433 Share मुंशी प्रेमचंद 15 May 2021 · 12 min read नमक का दारोगा जब नमक का नया विभाग बना और ईश्वरप्रदत्त वस्तु के व्यवहार करने का निषेध हो गया तो लोग चोरी-छिपे इसका व्यापार करने लगे। अनेक प्रकार के छल-प्रपंचों का सूत्रपात हुआ,... Hindi · कहानी 1 2 440 Share मुंशी प्रेमचंद 15 May 2021 · 9 min read पूस की रात हल्कू ने आकर स्त्री से कहा- सहना आया है, लाओ, जो रुपये रखे हैं, उसे दे दूँ, किसी तरह गला तो छूटे । मुन्नी झाड़ू लगा रही थी। पीछे फिरकर... Hindi · कहानी 2 645 Share मुंशी प्रेमचंद 15 May 2021 · 7 min read विध्वंस जिला बनारस में बीरा नाम का एक गाँव है। वहाँ एक विधवा वृद्धा, संतानहीन, गोंड़िन रहती थी, जिसका भुनगी नाम था। उसके पास एक धुर भी जमीन न थी और... Hindi · कहानी 1 503 Share मुंशी प्रेमचंद 15 May 2021 · 18 min read कजाकी मेरी बाल-स्मृतियों में 'कजाकी' एक न मिटने वाला व्यक्ति है। आज चालीस साल गुजर गये; कजाकी की मूर्ति अभी तक आँखों के सामने नाच रही है। मैं उन दिनों अपने... Hindi · कहानी 3 803 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 May 2021 · 2 min read सफलता की कुंजी सफलता की कुंजी (लघु कहानी) *********************************************८ रामू एक अनाथ बालक था,जिसके माता पिता बचपन में ही चल बसे थे और वह अपनी बुआ जी के पास रह रहा था।उसकी बुआ... Hindi · कहानी 1 1 380 Share Shashi kala vyas 6 May 2021 · 4 min read *" गर्मियों की छुट्टी में दादी / नानी के गाँव में"* *"संस्मरण"* *"गर्मी की छुट्टियां दादी/नानी के गाँव"* परीक्षा समाप्त होते ही दो महीने की लंबी छुट्टी होती हम खुशी से उछल पड़ते थे अब तो पढ़ाई से छुटकारा मिल गया... Hindi · कहानी 4 3k Share TARAN VERMA 2 May 2021 · 2 min read कौन हैं? एक बार की बात हैं एक कमलपुर नामक गांव में रमेश (बड़ा) और सुरेश (छोटा) नाम के दो भाई रहते थे जिसमें (छोटा)सुरेश भूतों से बहुत ही डरता और शाम... Hindi · कहानी 303 Share GOVIND UIKEY 27 Apr 2021 · 10 min read जिद्दी मुर्गा भगतराम और कोकिला की कोई संतान न थी । दोनो जीवन के अंतिम दौर से गुजर रहे थे । भगतराम की बाजुओं में अब इतना बल न बचा था कि... Hindi · कहानी 2 3 398 Share मोहित शर्मा ज़हन 26 Apr 2021 · 5 min read गुम चोट शारदा ने अंग्रेजी फ़िल्मों में देखा था कि इस तरह मनोचिकित्सक या मनोविज्ञानी की देखरेख में कई लोग समूह में बैठते हैं। अपने जैसे अनजान लोगों के बीच बैठकर लोग... Hindi · कहानी 3 568 Share Yuvraj gautam 23 Apr 2021 · 1 min read मेरा हाल ऐसा है उत्तर प्रदेश अलीगढ़,, युवराज गौतम,, मेरी हर प्रेम कहानी अक्सर यूं ही टूट जाती है शुरू होने से पहले ही हर बार खत्म हो जाती है पसंद की जिस लड़की... Hindi · कहानी 2 289 Share Previous Page 34 Next