Posts Tag: कविता 63k posts List Grid N Mandal 5 Dec 2025 · 1 min read अछि मिथिला हमर पहिचान *अछि मिथिला हमर पहिचान* हम ओइ धरतीक वासी छी जकर स्वयं छथि सिया संतान हम गामक अभिलाषी छी अछि मिथिला हमर पहिचान रही हम कतहु देशक कोनो कोन मे पटना,... Maithili · N Mandal · अछि मिथिला हमर पहिचान · एन मंडल · कविता · मैथिली कविता 1 19 Share N Mandal 5 Dec 2025 · 1 min read माय बात कहै छी जीवन के हम, ध्यान सं सुनिहक हौ भाय। एहि जग में सब सं बढ़िकय जे होइ छै जन्मदातृ—माय। पहिल धड़कन, पहिल स्वरूप, जे छूबै छै करुणा के... Marathi · N Mandal · एन मंडल · कविता · माय · मैथिली कविता 1 10 Share N Mandal 5 Dec 2025 · 2 min read चप्पल और चरखा चप्पल और चरखा बोले एक दिन, “हमने ही रचा था इतिहास रे! न तलवार, न तख़्त, न ताज चाहिए, बस आत्मबल का विश्वास रे।” चरखा घूमे तो सूत निकले, पर... Hindi · N Mandal · एन मंडल · कविता · चप्पल और चरखा · राजनीति पर कविता 1 10 Share अवध किशोर 'अवधू' 4 Dec 2025 · 1 min read विषय- समय का फेर विषय- समय का फेर घनाक्षरी (1) था कभी भिखारी कोई, राजा हो गया हैअब जग वाले उसको, कुबेर कहते हैं जी बित गई रात लगे सूरज दिखाई देनें हम उस... Hindi · कविता · घनाक्षरी छंद 13 Share N Mandal 4 Dec 2025 · 1 min read वृद्धावस्था और अकेलापन हर वृद्ध के मन में एक धीमी-सी कविता धड़कती है— जो न शब्द माँगती है, न आवाज़, बस किसी संवेदनशील दिल की उपस्थिती। आँखों की नमी में उनकी अधूरी कहानियाँ... Hindi · अकेलापन · एन मंडल · कविता · वृद्धावस्था · वृद्धावस्था और अकेलापन 1 142 Share Dushyant Kumar Patel 4 Dec 2025 · 1 min read #भटकन का ब्रह्मांड कभी-कभी लगता है, इस अनंत ब्रह्मांड में धरती ही कोई नरक हो… जैसे हम कहीं और अपना जीवन जीकर, मृत्यु के बाद यहाँ उतारे गए हों। जिसे हम जीवन समझते... Hindi · कविता 11 Share Mukesh sharma 4 Dec 2025 · 1 min read मेरा अपना सफर मेरा अपना सफ़र मैं अपने रास्ते खुद तराशूंगा, क्यों किसी और की परछाईं में ढल जाऊं मैं। मंज़िल भी मेरी, राह भी मेरी, कदमों की थकन और उड़ान भी मेरी... Hindi · कविता 19 Share Aman Kumar Holy 4 Dec 2025 · 1 min read रोटी का स्वाद इस नए शहर में यूँ तो हजारों-लाखों चेहरे हैं पर सब पराए नहीं मालूम होते एक-एक चेहरे मेरे ही बीच के हैं जिन्हें मैं जानता हूँ अमूमन बचपन से उन्हें... Hindi · कविता 14 Share देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत' 3 Dec 2025 · 1 min read प्रार्थनाएं यदि तुम शक्तिशाली और धनवान नहीं हो तो तुम्हारी प्रार्थनाएं उस तथाकथित ईश्वर तक कभीं नहीं पहुँचेगी। Hindi · Quote Writer · कविता 16 Share देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत' 3 Dec 2025 · 2 min read जाति का चक्रव्यूह //*प्रेम-हत्या(जाति का चक्रव्यूह)*// वे जो कहते हैं “प्यार अमर है,” शायद वहाँ खड़े नहीं थे जहाँ एक लड़का अपने ही शहर की सड़क पर अपने भविष्य की तरह टूटकर गिर... Hindi · कविता 12 Share Page 1 Next