Posts Tag: कविता 61k posts List Grid Manisha Manjari 1 Apr 2025 · 1 min read उस पूल का अस्तित्व किसे लुभाता है, उस पूल का अस्तित्व किसे लुभाता है, जो किनारों को नहीं जोड़ पाता है, ना गुजरती है कोई नदी उसके नीचे से, ना कोई रेल उसके ऊपर खड़खड़ाता है। बेचैनियां... Hindi · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता · मनीषा मंजरी 5 Share AMRESH KUMAR VERMA 31 Mar 2025 · 1 min read वीर सैनिक की एक छोटी दास्तां हे वीर ! आज मैं तुम्हारी एक कहानी लिखता हूं मौत से मुक्त एक जिंदगी की रवानी लिखता हूं जो राम सा जीवन भर काटता वनवास है उसके कर्मों को... Hindi · कविता 7 Share gurudeenverma198 31 Mar 2025 · 1 min read सिर्फ यही कहना है मुझको सिर्फ यही कहना है मुझको, मत समझ लेना दीवाना मुझको, आवाज तुम मेरी यह सुनकर, कहानी मेरी धड़कन की पढ़कर, अहसास मुझको भी यही होता है, तेरा इस प्रकार मेरी... Hindi · कविता 5 Share Anop Bhambu 31 Mar 2025 · 1 min read मां की महिमा मां की महिमा नवरात्रा का पावन पर्व है आया, माँ का नाम हर दिल में समाया। भक्ति-भाव से करें आराधना, माँ की कृपा से मिले साधना। नौ दिन तक जगदंबा... Hindi · कविता 8 Share Chunnu Lal Gupta 31 Mar 2025 · 1 min read /•• ख़ुबसूरत ज़हर ••/ /•• ख़ुबसूरत ज़हर ••/ --------------------------------- मासूम परिंदों को पिंजड़ों में पाला जा रहा है कागज़ी फूलों से ख़ूश्बू निकाला जा रहा है आधुनिकता के दौड़ में पागल हुआ है,आदमी खुशियों... Hindi · कविता 124 Share AMRESH KUMAR VERMA 30 Mar 2025 · 1 min read कब तक रोकेगे जीवन में तूफान बहुत है पग पग पे इम्तिहान बहुत है ऐ ऊंची सपनों का मुसाफिर चलना कदम कदम संभाले तुम बादलों से डरना मत ये कब तक तुमको रोकेगे... Hindi · Quote Writer · कविता 10 Share विशाल शुक्ल 30 Mar 2025 · 1 min read भक्ति रिश्ते नाते कसमें वादे जग में सब कुछ देखा ! पर मां तेरे जैसा सच्चा और कोई नहीं देखा !! *• विशाल शुक्ल* Hindi · कविता 11 Share Adya jha 30 Mar 2025 · 1 min read मेरा विद्यालय पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय गढ़हरा , में हैं इतने सारे सुंदर-सुंदर पुष्प। मन मोह लेते हैं, जैसे हैं यह प्रकृति के संग । इस विद्यालय में है, एक बहुत बड़ा... Hindi · कविता 2 1 14 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 30 Mar 2025 · 1 min read आर्य समाज की ज्योति आर्य समाज अमर रहे गर्व से तुम यह कहो। पर अमर रखने के लिए उचित कर्तव्य पथ गहो। सड़क पर शहरों की गौवंश है भटक रहा। पॉलिथीन जहरीला कचरा गले... Hindi · कविता 1 10 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 30 Mar 2025 · 1 min read *मेरे मौत पर* ! मेरे मौत पर आंसू न बहाना, हो सके तो जश्न मनाना, ये तो मेरा अंत नहीं, नए जन्म का है बहाना, मेरे मौत पर आंसू.... जो गिरे आंसू की दो... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 9 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 30 Mar 2025 · 1 min read हां! मैं आम आदमी हूं हां! मैं आम आदमी हूं, यूँ तो मुझे, सपने देखने की पूरी आजादी है, किंतु मैं, खुद के लिए सपने नहीं देख सकता, मेरी जिंदगी, जीवन के आपाधापी में उलझी,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · हास्य-व्यंग्य 12 Share Surinder blackpen 30 Mar 2025 · 1 min read खालीपन आ ठहरा मेरे ख़ाली कमरे में खालीपन आ ठहरा। कोलाहल है यादों का, सन्नाटा है गहरा। भूल न पाऊं मैं कभी,तुम संग बीते पल आहें मेरी सुने न कोई ,हर शख्स बहरा।... Hindi · कविता 8 Share Chitra Bisht 30 Mar 2025 · 1 min read नीर, तुझ संग रिश्ता है इस तरह... नीर, तुझ संग रिश्ता है इस तरह तब तब मन की गहराइयों से जन्मा जब जब कोई घाव लगा, गहरा नीर, तुझ संग रिश्ता है इस तरह कभी दबे कदमों... Hindi · कविता 11 Share gurudeenverma198 29 Mar 2025 · 1 min read मैं तो देखता हूँ तुझमें मैं तो देखता हूँ तुझमें---------------, आने वाले भविष्य की उज्ज्वल तस्वीर, एक उमंग,जोश और आशा की रोशनी, शेष क्या कहते हैं तुम्हारे बारे में, इससे मुझको कोई मतलब नहीं, मैंने... Hindi · कविता 11 Share Neeraj Kumar Agarwal 29 Mar 2025 · 1 min read शीर्षक - बन्धन..…. मन शीर्षक - बन्धन.... मन ************* बन्धन तो जीवन भी होता है। मन के साथ हम तुम होते हैं। हम सभी जन्म के बन्धन मानते हैं। सच और सोच हमारी रहतीं... Hindi · कविता 27 Share Anop Bhambu 29 Mar 2025 · 1 min read परिवार परिवार प्रेम की मूरत है, संग चले तो दुनिया सूरत है। माँ की ममता, पिता का साया, भाई-बहन का संग सुहाया। जहाँ हर दिल में प्यार बसता, हर आंगन में... Hindi · अनोप भाम्बु · कविता · बाल कविता 14 Share विशाल शुक्ल 28 Mar 2025 · 1 min read लेखनी जीवन में कोई होड़ नहीं ! लेखनी का कोई तोड़ नहीं !! *• विशाल शुक्ल* Hindi · कविता 20 Share Dushyant Kumar 28 Mar 2025 · 1 min read *मांँ मैं तो इंसान बनूंँगा* *मांँ मैं तो इंसान बनूंँगा* इंसानियत को मानूंँगा मैं, मैं तो इंसान बन। रक्षा करूंँगा देश की, सच्चा जांबाज बन। मान रखूंँगा हर महिला का, माता बहन मानकर। मैं तो... Hindi · कविता 1 12 Share gurudeenverma198 28 Mar 2025 · 1 min read यह मुझको मालूम नहीं यह मुझको मालूम नहीं, और यह बात तुम मुझसे पूछो भी मत, क्योंकि सच तुमको भी मालूम है, कि कल तुम सब मुझसे दूर चले जावोगे, अगर तुम आज मेरे... Hindi · कविता 14 Share bhandari lokesh 28 Mar 2025 · 1 min read चलो! स्वयं के दोस्त बनें खुद अपनी खुशियों का स्रोत बनें चलो स्वयं के दोस्त बनें यह दुनियाँ बस मोह माया है यहाँ अपना भी पराया है सब छोड़ छाड़ एकांतवास में आओ स्वयं की... Hindi · कविता 1 18 Share Surinder blackpen 28 Mar 2025 · 1 min read वजह तो बताते इनकार की वजह तो बताते तुम। नाराजगी क्यूं है ये समझाते तुम। बेवफाई की ,या लड़ाई की हमने कोरे कागज़ पे ख़ता लिखवाते तुम। बात बेबात पे , ख़फ़ा होते... Hindi · कविता 14 Share Buddha Prakash 27 Mar 2025 · 1 min read मुद्दा मुद्दे की बात बिगड़ जाए जब, ये मुद्दा कहाँ से पकड़ के लाए, छोड़ो सब है बेकार की बातें, किसी और मुद्दे में बात चलाए अब। मुद्दा क्या है? क्या... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 2 1 16 Share AMRESH KUMAR VERMA 27 Mar 2025 · 1 min read एक परिंदा एक परिंदा उड़ चला मंजिल की तलाश में कुछ सपने, कुछ ख्वाहिश कुछ आशा, कुछ अरमान लिए एक परिंदा उड़ चुका मंजिल की तालाश में विशाल तूफाने, राहो में विघ्न... Hindi · कविता 16 Share AMRESH KUMAR VERMA 27 Mar 2025 · 1 min read जिद है कुछ पाने की चाहते हो हालात बदलना मुश्किल है जज़्बात बदलना जिद है कुछ पाने की डर है मर जाने की यूं ही बैठे रह जाओगे जीवनभर तुम पछताओगे काश ! काश !... Hindi · कविता 16 Share AMRESH KUMAR VERMA 27 Mar 2025 · 1 min read जिद है कुछ पाने की चाहते हो हालात बदलना मुश्किल है जज़्बात बदलना जिद है कुछ पाने की डर है मर जाने की यूं ही बैठे रह जाओगे जीवनभर तुम पछताओगे काश ! काश !... Hindi · Quote Writer · कविता 17 Share AMRESH KUMAR VERMA 27 Mar 2025 · 1 min read एक परिंदा एक परिंदा उड़ चला मंजिल की तलाश में कुछ सपने, कुछ ख्वाहिश कुछ आशा, कुछ अरमान लिए एक परिंदा उड़ चुका मंजिल की तालाश में विशाल तूफाने, राहो में विघ्न... Hindi · कविता 15 Share Anop Bhambu 27 Mar 2025 · 1 min read खिल रही है देखो खिल रही है देखो,,,,, खिल रही है देखो गुलशन क्यारी-क्यारी दिन-दिन पल्लवित्त हो रही यादें फूल तुम्हारी सबर रही है महफिल रंग ला रही है सारी चमक रही देखों अद्भुत... Hindi · अनोप भाम्बु · कविता 15 Share Swara Kumari arya 27 Mar 2025 · 1 min read स्त्री 🥰 सुनो स्त्रियों जब रहना मुश्किल हो जाए समाज में.. जब हर रिश्ता काटने को दौड़े.. जब हर रिश्ता बेवजह तोहमत लगाए.. जब किसी पक्ष के लोग दुश्मन नजर आए... जब... Hindi · कविता 17 Share Madhu Gupta "अपराजिता" 27 Mar 2025 · 1 min read "रिश्तों की मृत्यु" थोड़ा सा तुम संभल जाना,थोड़ा सा हम संभल जाएं। क्यों न इस तरह,पुनः जीवित रिश्तों को करते चले जाएं।। माना थोड़ा सा मुश्किल है,मगर दिल से निभानें की करो कोशिश।... Hindi · कविता 1 16 Share bharat gehlot 27 Mar 2025 · 1 min read - गहरी खामोशी मेरी कोई समझ न पाया - - गहरी खामोशी मेरी कोई समझ न पाया - न अपना न ही कोई पराया, न ही कोई मोहब्बत करने की बात करने वाला, न ही मेरा महबूब ,मेरा परिवार... Hindi · कविता 16 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 26 Mar 2025 · 1 min read बच्चों से- मैं चाहती हूॅं, बच्चों ! अपना आसमान स्वयं चुनो तुम। किसी के दबाव में, किसी के रूआब में आए बिना। फिर अपने सपनों में इंद्रधनुषी रंग भरो तुम। अपने अनुभव... Hindi · कविता 1 17 Share Neelam Sharma 26 Mar 2025 · 1 min read अजन्मे जीवन की पुकार अजन्मे जीवन की पुकार #नन्ही_धड़कन_मीठी_आस, कोख में पलती एक सुगंध खास। नव किरण सी मुस्कान सहेजे सतरंगी जीवन अहसास। माँ की गोदी, सपनों का संसार,क्यों छीन रहे हो उसका अधिकार?... Hindi · अजन्मे जीवन की पुकार · कविता 11 Share Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती 26 Mar 2025 · 1 min read "एक दिन लौटूंगा…मैं परदेशी"(कविता) अभिलेश श्रीभारती निकला था मैं सपनों की डगर पे, छोड़ दिया अपना गांव बस यादें थी नजर पे। माँ की ममता, आँगन की छाँव, अब बस यादों में बची है ठांव। शहर... Hindi · Maa · कविता · बेटा · मर्द का दर्द 3 2 270 Share विक्रम सिंह 26 Mar 2025 · 1 min read अलविदा स्कूल ऐ स्कूल, चलो हम तुझे अलविदा कहते हैं जो दिया तुने हमें उसका शुक्रिया अदा करते हैं। संभाला हमें, इस काबिल बनाया कक्षा छठी से बारहवीं तक पढ़ाया वो मैस... Hindi · कविता 2 32 Share Kalamkash 26 Mar 2025 · 1 min read इन आँखों में रौशन रौशन कोई ख्वाब झलकता है, इन आँखों में रौशन रौशन कोई ख्वाब झलकता है, इन बातों में देखो जैसे कोई राज़ खटकता है लहजे में एक जुस्तुजू, सीने में बेचैनी सी है, मेरा ग़म तो... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा 14 Share विक्रम सिंह 26 Mar 2025 · 1 min read यादों का सफर कल हम होंगें या नहीं होंगें यादें दिलों में हमेशा रहे कुछ काम ऐसा हम कर जाएं दुनिया में नाम हमेशा रहे। जो सांसें मिली इस जीवन में चलो कर्ज... Hindi · कविता 2 29 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Mar 2025 · 1 min read कटु सत्य आम जनता मूक बनी मौलिक अधिकारों का हनन् सहन कर रही है , अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने पर चुप्पी साध बैठ गई है , विरोध के स्वर कहीं-... Hindi · कविता · सामयिकी 1 2 22 Share Buddha Prakash 25 Mar 2025 · 1 min read क्या बोले थे तुम ! बहुत बुरे हो तुम ! छोड़ के जो मुझे जा रहे हो, भर भर के आंखों में आँसू, मुझे तुम रुला रहे हो। सोचा नहीं था मैने, प्रीत का बंधन... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 3 2 34 Share Anop Bhambu 25 Mar 2025 · 1 min read प्रकृति के प्रहरी धरती की गोद में जो हरियाली सजाते हैं, अनोप भाम्बू और दिनेश चौहान कहलाते हैं। वन्य जीवों का प्रेम है जिनकी पहचान, प्रकृति की सेवा में जिनका है मान। बंबोर... Hindi · अनोप भाम्बु · कविता · दिनेश चौहान 23 Share Ramji Tiwari 25 Mar 2025 · 1 min read नहीं लूट लेगी पारो घूमती फिरें गली-गली कहे खुद को नाजुक कली चर्चा ये सरेआम है करती न कोई काम है घर में सब परेशान हैं देख हरकत हैरान हैं दिनभर मजे उड़ाती है... Hindi · कविता 18 Share Madhu Gupta "अपराजिता" 25 Mar 2025 · 1 min read "खुदगर्ज़ ज़माने में जब भी" खुदगर्ज़ ज़माने में जब भी, तुम बदलाव जो लाना चाहोगे। सैकड़ो उंगलियां तोहमत की, एक साथ तुम पर उठ जाएगी।। यही रीत जमाने की हैं लोगों, ना इनमें कभी फेर... Hindi · कविता 1 2 21 Share Madhu Gupta "अपराजिता" 25 Mar 2025 · 1 min read "सत्य की परीक्षा" ना भय ही सताएगा ना तूफ़ान कोई रोक पाएगा। जो निर्भय होकर सत्य की राह पर कदम बढ़ाएगा।। पग पग पर चुनौतियां सत्य की परीक्षा में आएँगी। आत्मा विमोचन से... Hindi · कविता 1 18 Share Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan" 25 Mar 2025 · 3 min read ब्रह्म शक्ति [25/03, 7:12 am] dr rk sonwane: ///ब्रह्मशक्ति///एक हे! जगन्माता तुम ब्रह्म शक्ति सार तुम सकल करतार तन्मात्रा स्फुरणा विचार अवधार, तुम्हें मेरा वंदन है बारंबार।।१।। एक शब्द या गंध या... Hindi · कविता 14 Share Chitra Bisht 25 Mar 2025 · 1 min read रिहाई सभी की होती है हो राजा या फिर रंक कोई विदाई सभी की होती है बेड़ियां रिश्तों की टूटती है रिहाई सभी की होती है सहेजा बहुत सामानो को अपनों के दिए निशानों को... Hindi · कविता 21 Share Satish Srijan 24 Mar 2025 · 1 min read प्रलय के स्वर जन के मन में है हवस, कैसे मिलेगा प्यार तब। हो रहे,देखो!उज़ागर, कुदरत के प्रहार अब। निलय है गमगीन जैसे वैसे गम में है धरा। कह रही आहट डरी सी,... Hindi · कविता 28 Share Kalamkash 24 Mar 2025 · 1 min read वो हक़ीक़त थी, जिसे ठुकरा गया तू, वो हक़ीक़त थी, जिसे ठुकरा गया तू, ये तकल्लुफ़ है जिसे तू जानता है, खो चुका जाने कहाँ वो लड़का पागल, क्या अभी भी तू उसे पहचानता है? Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · लेख · शेर 17 Share Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan" 24 Mar 2025 · 1 min read लक्ष्य अभिप्रेत ///लक्ष्य अभिप्रेत/// चलते रहो चलते रहो, चलना निरंतर लक्ष्य को, मानव को यही तो अभिप्रेत है। उसर पड़े रहते खेत में, पुरुषार्थ ही रचेगा उत्कर्ष, क्या यह दृष्टि नहीं समवेत... Hindi · कविता · रजकण 16 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Mar 2025 · 1 min read इंसानियत के आँसू चोरों के इस जहाँ में इंसाफ़ की उम्मीद छोड़ दो ! जहाँ , नेता ,अफसर, पुलिस , पैरोकार, मुंसिफ़ सब चोर हों , वहाँ आम आदमी के हक़ में क्यूँकर... Hindi · कविता · सामयिकी 24 Share Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan" 23 Mar 2025 · 1 min read अरुणोदय पथ अरुणोदय पथ समरसता उत्कर्ष अनुराग, होते तिरोहित वैराग। शुभता का संदेश निरंतर, जीवन पाए मकरंद पराग।। ऋतु बसंत मधुमास, पूर्ण चंद्र की आस। नित्य निरंतर जीवन पथ पर, ब्रह्म एकात्मता... Hindi · कविता · रजकण 19 Share Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती 23 Mar 2025 · 2 min read 😭अब बेटों को बचा लो😭(कविता): अभिलेश श्रीभारती सुरक्षित है फूल बागों की अब टहनियां संभालो, बहुत बचा लिया बेटियों को, अब बेटों को बचा लो।😭 सिखाया उन्हें सिर्फ उड़ना, हौसलों से चलना, बांध दी पैर बेड़ियों से,... Hindi · कविता · दर्द की धुन · दर्द भरे गीत · मर्द · मर्द का दर्द 1 265 Share Page 1 Next