Posts Tag: कर्म 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid भगवती पारीक 'मनु' 29 Nov 2024 · 1 min read "जन्म से नहीं कर्म से महान बन" चौरासी लाख योनियों को पार कर भटकते - भटकते मंजिल से प्यार कर दुर्लभ मनुष्य जीवन से इकरार कर एक दिन मानव तन का चोला धारण कर अबोध , निरीह... Hindi · कर्म · जीवन · मनुष्य 36 Share Kirtika Namdev 15 May 2024 · 1 min read विरह की वेदना ये फूल जुदा होता है डाली से। देखा नहीं जाता है यह माली से।। दृश्य कुछ ऐसा होता है, कि फिर माली के लिए सब कुछ पैसा होता है। 2... Poetry Writing Challenge-3 · अलगाव · कर्म · छलावा · फ़ूल और माली · विरह वेदना 1 87 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 2 May 2024 · 1 min read न्याय होता है एक बार धोखा खाया हुआ व्यक्ति, वो ही गलती हर बार करता है। इस विश्वसनीयता का लाभ उठाकर, धूर्त विश्वास पे वार करता है। यूॅं बार-बार विश्वासघात करने से, वो... Poetry Writing Challenge-3 · अतुकान्त कविता · ईश्वरीय न्याय · कर्म · कविता 2 130 Share Mamta Singh Devaa 3 Feb 2024 · 1 min read मुझ जैसा रावण बनना भी संभव कहां ? प्रभु श्री राम बनना असंभव है मुझ जैसा रावण बनना भी संभव कहां ? कुछ अवगुण थे मेरे अंदर सौ गुण थे भर भर कर , वो गुण अपने अंदर... Poetry Writing Challenge-2 · अहंकार · कर्म · मर्यादापुरूषोत्तम · राम · रावण 138 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 21 Jan 2023 · 1 min read कर्म कर्म 🦚 विष्णुपद छंद ********** जैसी करनी वैसी भरनी, सोचो कर्म करो । कर्मों के रत्नों को चुन-चुन, अपना कोष भरो ।। जो कुछ जोड़ा है जीवन में, वही लौट... Hindi · कर्म · विष्णुपद छंद 197 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Oct 2022 · 1 min read है जुनून कुछ करने का है जुनून कुछ करने का, कुछ पाने का, अच्छे कर्मों से दुनिया में नाम कमाने का। है जुनून एक दिन मंजिल को पा जाएंगे। मार्ग में कोई बाधा आए सबसे... Hindi · अंजनी कुमार शर्मा · कर्म · कविता · जुनून · सफलता 1 152 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 21 Jul 2022 · 1 min read औनी पौनी बातें डा . अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त *औनी पौनी बातें * तनहाई से होते हैं शब्द अधूरे होते हैं बिन भावों के कह कर के... Hindi · कर्म · कविता · मदन फल · मानस 3 3 276 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 15 Jul 2022 · 1 min read मौला मेरे मौला डॉ अरूण कुमार शास्त्री 💐 एक अबोध बालक💐 अरुण अतृप्त तेरे दरबार में मालिक सवाली बन के आया हूँ दया करना मेरे मालिक मैं खाली हाथ आया हूँ सुना है... Hindi · कर्म · कविता · मालिक · रोटी · विश्वास 1 300 Share