Posts Tag: एहसास 69 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 *प्रणय* 16 Mar 2023 · 1 min read ■ आज की ग़ज़ल #ग़ज़ल :- ■ और दूर-दूर रहे...! 【प्रणय प्रभात】 ◆ सफ़र में साथ रहे और दूर-दूर रहे। हमारे बीच में किस तरहा के फ़ितूर रहे।। ◆ यूँ तिरी याद है मेरे... Hindi · Gazal ग़ज़ल · इश्क़ · एहसास · जिंदगी · शायरी उर्दू शायरी 1 177 Share *प्रणय* 14 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ आज के लोग सिर्फ़ मौसम ही नहीं, कैलेंडर की तरह हैं। फ़र्क़ बस इतना है कि कुछ तारीखों की तरह रोज़ बदलते हैं। कुछ महीनों की तरह महीने में... Hindi · एहसास · कटाक्ष · दुनियां · शेर · सम सामयिक 1 394 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Mar 2023 · 1 min read चाहत किसी की चाहत में हम खुद को भुला बैठे , होश जब आए तब इल्म़ हुआ क्या कुछ गवां बैठे , खुद को दीवाना बना भटकते रहे सराबों में ,... Hindi · एहसास · कविता 2 306 Share *प्रणय* 13 Mar 2023 · 2 min read ■ एक_नज़्म_ख़ुद_पर ■ सफ़र में हूँ.... 【प्रणय प्रभात】 सफ़र में हूँ नज़र के सामने केवल अँधेरा है। अँधेरा यानि गुमनामी जो मेरे साथ है अब तक, अँधेरा यानि नाकामी जो मेरे साथ... Hindi · एहसास · कविता · जीवन · नज़्म · सफ़र 1 239 Share *प्रणय* 11 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ निर्दोष नमक दोष उन उंगलियों का भी नहीं, जो ज़ख्म पर नमक छिड़कती हैं। दोषी वो है, जिसकी उंगलियां हैं। ■ प्रणय प्रभात ■ Hindi · एहसास · शायरी · शेर 1 167 Share *प्रणय* 9 Mar 2023 · 1 min read ■ मुक्तक... #मुक्तक ■ ख़्वाहिश नहीं बची... 【प्रणय प्रभात】 "मौसम की और बाढ़ की साज़िश नहीं बची। हम तो समझ रहे थे कि बारिश नहीं बची।। सूखा ग़ुलाब झांक गया डायरी से... Hindi · एहसास · भक्ति मुक्तक · शायरी 1 408 Share Shyam Sundar Subramanian 9 Mar 2023 · 1 min read बिना तुम्हारे बिना तुम्हारे गुज़रती इस शब की कोई सहर नही , इस रहगुज़र के सफ़र की कोई मंज़िल नही , इस उठते दर्द का कोई ठिकाना नही , इन दिल के... Hindi · एहसास · कविता 249 Share *प्रणय* 26 Feb 2023 · 1 min read #आज_की_ग़ज़ल #ग़ज़ल ■ रतजगा मेरा...!! 【प्रणय प्रभात】 ★ तेरी मंज़िल थी, रास्ता मेरा। नींद तेरी थी, रतजगा मेरा।। ★ मेरी ख़ुशियों से था, गुरेज़ तुझे। तेरे ग़म से था, वास्ता मेरा।।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एहसास 1 159 Share *प्रणय* 25 Feb 2023 · 1 min read #एक_गजल #एक_ग़ज़ल ■ कौन लिखे पानी पर पानी ..? 【प्रणय प्रभात】 ★ प्यार मुहब्बत सब बेमानी। कोन लिखे पानी पर पानी? ★ गर्म तवे पर जल की बूंदें, यौवन की है... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एहसास · जीवन दर्शन · शायरी 1 546 Share *प्रणय* 16 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की बात... ■ दो टूक..... उजालों में साथ और अँधेरों में गुम। अगर ऐसे हो तुम, तो रहो अपनी बला से। हम धूप-छांव के खेल को भी समझते हैं और परछाइयों के... Hindi · आज की बात · एहसास · मुक्तक · शायरी 1 255 Share *प्रणय* 15 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का शेर "कुछ लाशें थीं कल दफ़ना दीं। कुछ आंसू थे ख़ुद सूख गए।।" #ये_भी_होना_ही_था कभी डॉ. बशीर "बद्र" साहब ने फ़रमाया था- "तर्के-तआल्लुक़ात को एक लम्हा चाहिए। लेकिन तमाम उम्र मुझे... Hindi · Quote Writer · एहसास · शायरी · शेर 1 375 Share *प्रणय* 12 Feb 2023 · 1 min read ■ एहसास... ■ अक़्सर... ज़िंदगी एक न एक दिन सबको उस मोड़ पर ला कर खड़ा करती है, जहां सब कुछ अजीबो-ग़रीब सा लगता है। करता सब कुछ बस वक़्त है और... Hindi · आज का विचार · एहसास · जज़्बात · जिंदगी · मुहब्बत 1 243 Share *प्रणय* 12 Feb 2023 · 1 min read ■ सीधी बात.... ■ सीधी बात.... आपको किसी की उपेक्षा का सामना करना हो तो बस एक बार उसे अपने लिए विशेष होने का आभास करा दो। बस ख़ुद को तत्काल साबित कर... Hindi · अनुभूत · आज का विचार · एहसास · दुनियां · दुनियां दारी 1 476 Share *प्रणय* 11 Feb 2023 · 1 min read #ग़ज़ल :-- #ग़ज़ल :-- ■ लक़ीर_अपनी_है.....!! 【प्रणय प्रभात】- ■ दर्द अपना है, पीर अपनी है। हाथ की हर लक़ीर अपनी है।। ★ एक किस्मत वज़ीर, है उसकी। एक किस्मत फ़क़ीर, अपनी है।।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एहसास · जज़्बात 1 154 Share *प्रणय* 10 Feb 2023 · 1 min read ■ अंतर... ■ दिखता है फ़र्क़... प्रशंसा दिमाग़ से भी होती है, जो अलग से पहचान में आती है। उसमें सिर्फ़ स्वार्थ का भाव भरा होता है। जिसकी झलक प्रशंसा का वाक्य... Hindi · आज का विचार · एहसास · विचार 1 200 Share *प्रणय* 23 Jan 2023 · 1 min read ■ चौराहे पर जीवन ■ कतआ (मुक्तक) 【प्रणय प्रभात】 पशोपेश में ज़िंदगी अक़्सर आती है। शायद यह बताने के लिए कि जीवन नाम ही कशमकश (असमंजस) का है। जिसकी राह सीधी-सरल बिल्कुल नहीं।। #मुक्तक-... Hindi · एहसास · जिंदगी · जीवन · मुक्तक 417 Share *प्रणय* 21 Jan 2023 · 1 min read ■ मन की बात... ■ मन की बात... तमाम लोग होते हैं, जिनसे मिलने की चाह दम तोड़ देती है। तमाम जगह होती हैं, जहां जाना अंततः अपराधबोध और ग्लानि का कारण बनता है।... Hindi · एहसास · मुक्तक 1 223 Share Ashish Kumar 15 Oct 2022 · 5 min read एहसास एहसास मल्होत्रा परिवार की लाडली पद्मिनी उर्फ पम्मी खुशमिजाज लड़की थी। सुंदरता ऐसी की चाँद भी शरमा जाए। गोल मटोल मासूम सा चेहरा। आँखों से जैसे नूर टपकता रहता हो।... Hindi · Ahsas · Pyar Ka Ehsas · एहसास · कहानी 3 229 Share Sangeeta Darak maheshwari 16 Jun 2022 · 1 min read पिता ही तो है पिता ही तो है शिशु के एहसास,को जो जीता है वो पिता ही तो हैं । उसके सपनो में ,जो रंग भरता है। पल-पल उसके लिये सवँरता बिखरता है। वो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · एहसास · जमीं · पिता · शिशु · सितारे 3 3 275 Share Previous Page 2