Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
12 Feb 2023 · 1 min read

■ एहसास...

■ अक़्सर…
ज़िंदगी एक न एक दिन सबको उस मोड़ पर ला कर खड़ा करती है, जहां सब कुछ अजीबो-ग़रीब सा लगता है। करता सब कुछ बस वक़्त है और इल्ज़ाम आता है बेचारी मुहब्बत के सर।।
【प्रणय प्रभात】

Loading...