Posts Tag: लेख 5k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Rakshita Bora 17 Jul 2024 · 3 min read बद्रीनाथ के पुजारी क्यों बनाते हैं स्त्री का वेश बद्रीनाथ धाम, जो अपने आप में अनगिनत रहस्यों का भंडार है, लेकिन उन सबमें सबसे खास है यहाँ की रावल परंपरा.... ये परंपरा ना सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए कौतूहल का... Hindi · लेख 1 124 Share Rakshita Bora 16 Jul 2024 · 3 min read पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता हरेला उत्तराखंड वासियों का प्रकृति गहरा नाता है जिसकी झलक हमें यहां के हर तीज त्यौहार में देखने मिलती है..... ऐसे तो अक्सर उत्तराखंड के लोग पेड़, पौधों, नदियों, फूलों, नौलों... Hindi · लेख 1 98 Share पूर्वार्थ 16 Jul 2024 · 2 min read fake faminism आपको सिर्फ बचकानी बातें ही करनी आती है क्या, अपनी गलतियों को दूसरे के ऊपर थोप दो, यही महानता है आप लोगो की, किसने कह दिया घर में सिर्फ मर्दों... Hindi · लेख 55 Share Sonam Puneet Dubey 16 Jul 2024 · 2 min read एक दिया उम्मीदों का शीर्षक – एक दिया उम्मीदों का टूट रहा है कोई है ये वही जिसका कोई नहीं है अभी धीरे धीरे से वो टूट रहा है हर दम मरा हुआ है... Hindi · कविता · कहानी · कोटेशन · लघु कथा · लेख 7 1 95 Share पूर्वार्थ 14 Jul 2024 · 3 min read बस यूं ही Hey...!! Listen...!! क्या आपने कभी किसी Over thinking,या over heart होने वाले लोगों को देखा ..? ये कोई भी हो सकते हैं कोई लड़का , लड़की , स्त्री, पुरुष यहांँ... Hindi · कविता · लेख 44 Share DrLakshman Jha Parimal 14 Jul 2024 · 2 min read “प्रजातांत्रिक बयार” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ============== प्रतिबंधों की काली लालिमा से हम बाल्यावस्था से ही जूझते आ रहे हैं ! " यह मत करो ....इसे मत छूना ...वहां मत जाना ...इत्यादि..इत्यादि... Hindi · लेख 111 Share Ravi Prakash 12 Jul 2024 · 2 min read *जैन पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर* *जैन पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर* __________________________ रामपुर में 'जैन पब्लिक लाइब्रेरी' की स्थापना 1 अक्टूबर 1936 को फूटा महल (निकट मिस्टन गंज) में हुई थी। उस समय रियासती शासन था। लाइब्रेरी... Hindi · Quote Writer · लेख 86 Share Ravi Prakash 12 Jul 2024 · 14 min read *रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व* *रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व* _______________________________ लेखक: रवि प्रकाश पुत्र श्री राम प्रकाश सर्राफ, बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश मोबाइल 9997615 451 ई-मेल raviprakashsarraf@gmail.com ______________________ *1) डॉ एच.... Hindi · Quote Writer · राजा राम सिंह · लेख 82 Share Ravi Prakash 12 Jul 2024 · 7 min read *हिंदी साहित्य में रामपुर के साहित्यकारों का योगदान* *हिंदी साहित्य में रामपुर के साहित्यकारों का योगदान* ---------------------------------------- लेखक: रवि प्रकाश पुत्र श्री राम प्रकाश सर्राफ, बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश मोबाइल 9997615451 --------------------------------------- 1873 में... Hindi · Quote Writer · लेख 89 Share Dr fauzia Naseem shad 12 Jul 2024 · 3 min read उम्मीद उम्मीद जिसे हम आस , आशा, ख़्वाहिश, अपेक्षा, भरोसा आदि जैसे असंख्य नामों से जानते है, यक़ीनन उम्मीद वह खूबसूरत एहसास है जो हमारी ज़िंदगी में खुशियों के रंग ही... Hindi · लेख 3 79 Share आनंद प्रवीण 11 Jul 2024 · 4 min read पेपर लीक का सामान्य हो जाना लगन और कठिन परिश्रम से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के बाद छात्र जब परीक्षा देने जाते हैं तो उन्हें स्वयं पर भरोसा होता है कि वे इस बार सफल हो... Hindi · आलेख · कोटेशन · राजनीति · लेख · समीक्षा 61 Share Sudhir srivastava 6 Jul 2024 · 2 min read नारी चेतना का वैश्विक फलक इस बात को हर कोई स्वीकार कर रहा है कि आज की नारी एक स्वतंत्र मनुष्य के रूप में अपनी पहचान के प्रति जागरूक हो रही है । जिसे 'नारी... Hindi · लेख 53 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 6 Jul 2024 · 3 min read विकास की बाट जोहता एक सरोवर। द्रोण सागर तीर्थ : काशीपुर, विकास की बाट जोहता एक सरोवर। --------------------------------------- विगत 13 जून को ससुराल पक्ष के अपने एक संबंधी के दसवें में द्रोण सागर तीर्थ काशीपुर जाना... Hindi · पौराणिक · लेख 51 Share Rakshita Bora 5 Jul 2024 · 4 min read क्या एक बार फिर कांपेगा बाबा केदारनाथ का धाम अभी हाल की में केदारनाथ से चार किमी ऊपर एक जोर की आवाज के साथ चौराबाड़ी हिमनद में हिमस्खलन हुआ.... हालांकि इस हिमस्खलन से जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ... Hindi · लेख 1 70 Share Shashi Mahajan 5 Jul 2024 · 4 min read फ़ुरसत फ़ुरसत हज़ारों वर्ष पूर्व जब हम जंगल में रहते थे तो मनुष्य को औसतन चार घंटे लगते थे अपना भोजन जुटाने में , बाक़ी का समय उसका फ़ुरसत का था... Hindi · Https://youtu.be/aPCKLBae43s · लेख 79 Share Sudhir srivastava 28 Jun 2024 · 2 min read मीडिया का वैश्विक परिदृश्य वर्तमान परिवेश में संसार का कोई कोना ऐसा नहीं है जहाँ मीडिया की पहुंच न हो। साथ ही आधुनिकता और तकनीक के तेजी से विकास की ओट में मीडिया का... Hindi · लेख 1 51 Share Rakshita Bora 27 Jun 2024 · 2 min read नैनीताल ही हवा ताजी नहीं जहरीली है !!!! नैनाताल शायद ही ये नाम देश और दुनिया में किसी ने ना सुना हो। इस नाम को सुनते ही आपके जहन में ताजी शुद्ध हवा का जिक्र आता होगा, लेकिन... Hindi · लेख 1 77 Share DrLakshman Jha Parimal 26 Jun 2024 · 2 min read ” आलोचनाओं से बचने का मंत्र “ डॉ लक्ष्मण झा परिमल ============== हम बोल चाल की भाषाओं में अलंकृत भाषाओँ का प्रयोग यदाकदा ही करते हैं ! हो सकता है किन्हीं को रास ना आये ! ये... Hindi · लेख 69 Share DrLakshman Jha Parimal 24 Jun 2024 · 2 min read प्रधानमंत्री जी ने ‘आयुष्मान भारत ‘ का झुनझुना थमा दिया “ डॉ लक्ष्मण झा परिमल =================================== कैसी परियोजना …कैसी उद्घोषणा रह -रह कर हमारे देश के प्रधान सेवक कर रहे हैं ? १० करोड़ परिवारों को पांच लाख रुपये का स्वास्थ... Hindi · लेख 102 Share आचार्य ओम नीरव 22 Jun 2024 · 3 min read गीतिका और ग़ज़ल गीतिका और ग़ज़ल काव्य की विधा ‘ग़ज़ल’ पहले से ही बहुत लोकप्रिय रही है जबकि आजकल गीतिका भी लोकप्रियता के शिखर को छू रही है। प्रायः यह प्रश्न उठता है... Hindi · लेख 112 Share Ravi Betulwala 21 Jun 2024 · 1 min read छोड़ आया हूँ मैं अपना घर, अपनी गलियां, वो अपना शहर, छोड़ आया हूँ मैं अपना घर, अपनी गलियां, वो अपना शहर, रास्ता है नया, नई मंज़िल और सफर, आज वक़्त खुद के नाम कर रहा हूँ, देखो जरा किस दौर... Hindi · लेख 2 97 Share DrLakshman Jha Parimal 20 Jun 2024 · 2 min read "प्रश्नों के बाण" डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============ हमारी जिज्ञासा की यात्रा सदेव आवाध गति से जीवन पर्यंत तक चलती रहती है ! इन्हीं जिज्ञासाओं के बल पर हमें अनुभवों का... Hindi · लेख 83 Share DrLakshman Jha Parimal 20 Jun 2024 · 2 min read "मित्रों के पसंदों को अनदेखी ना करें " डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल “ ========================== जब हमारी पाँचों उंगलियाँ बराबर नहीं हैं तो भला हम फेसबुक से जुड़े सबलोग एक जैसे कैसे हो सकते हैं ? सबों की... Hindi · लेख 64 Share Kalamkash 19 Jun 2024 · 1 min read है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से, है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से, मुहब्बत है शुरू होती यहीं से। तबीयत आज कुछ अच्छी नहीं है, है शायद हाल ये तेरी कमी से। है हर इक शक्स... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · लेख · शेर 2 70 Share Ravi Betulwala 18 Jun 2024 · 1 min read खुद से ज़ब भी मिलता हूँ खुली किताब-सा हो जाता हूँ मैं...!! अक्सर रातों में मिलता हूँ खुद से अकेले में, दिल की दिल से सुनता हूँ.. जज़्बातों के घेरे में ! अब इन अंधेरों से डर नहीं लगता, किसी भी दौर... Hindi · लेख 2 118 Share Suryakant Dwivedi 17 Jun 2024 · 4 min read कारण अकारण व्यंग्य कारण के आगे कारण कारण के पीछे कारण कारण के आगे भी कारण होते हैं। कारण के पीछे भी कारण होते हैं। कारण कभी कारण नहीं होता। कारण कभी... Hindi · लेख · हास्य-व्यंग्य 63 Share Raghuvir GS Jatav 16 Jun 2024 · 1 min read दूरी सोचूं तो... दूरी सोचूं तो इक सदी बीत गई हो जैसे लेकिन वो जैसे एक पल भी मेरे दिलों-दिमाग से ओझल नही हुआ।गुजरते वक्त की कहानी है जो कहानियों में बदल कर... Hindi · Quote Writer · आंखे · कहानी · लेख · वो इश्क़ याद आता है 1 93 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 16 Jun 2024 · 3 min read "पिता दिवस: एक दिन का दिखावा, 364 दिन की शिकायतें" अरे वाह! पितृदिवस फिर आ गया, अब हम सब एक दिन के लिए 'पापा प्रेमी' बन ही जाते हैं। सोशल मीडिया पर सेल्फियों की बाढ़ आ जाएगी और हम यह... Hindi · कहानी · लेख · संस्मरण · हास्य-व्यंग्य 92 Share बिमल तिवारी “आत्मबोध” 14 Jun 2024 · 2 min read मोदी को सुझाव #अपेक्षाएं मोदीजी अब आप अपने इस व्यर्थ के विनम्र रूप को त्यागकर उस कार्य को कीजिये जिसकी आपसे अपेक्षाएं हैं-- 1)परिवार नियोजन कानून:- अगर किसी भी दंपत्ति के दो से... Hindi · चुनाव · नरेंद मोदी · लेख 83 Share DrLakshman Jha Parimal 12 Jun 2024 · 2 min read “ भाषा की मृदुलता ” डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ======================= जीवन के पग -पग पर भाषा की मृदुलता को महत्व दिया गया है “ एक दिन बिक जाएगा माटी के मोल ,जग में... Hindi · लेख 1 110 Share bharat gehlot 11 Jun 2024 · 2 min read -संयुक्त परिवार अब कही रहा नही - - संयुक्त परिवार अब कही रहा नही - पहले जो प्रचलित थी सु प्रथाएं उनको आजकल के लोग भूल गए है जो संयुक्त परिवार के लोग होते है वे समाज... Hindi · लेख 62 Share Sudhir srivastava 11 Jun 2024 · 2 min read राजनीति और समाज सेवा अलग अलग हैं? यूँ तो समाज सेवा और राजनीति दोनों अलग अलग हैं। लेकिन दोनों एक दूसरे के पूरक भी बनते रहते हैं। ऐसा कोई अनिवार्य सिद्धांत भी नहीं है। कोई भी व्यक्ति... Hindi · लेख 1 82 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 11 Jun 2024 · 4 min read आज रविवार है -व्यंग रचना आज रविवार है, आप सोच रहे होंगे जैसे आप सभी के लिए रविवार ख़ास होता है मेरे लिए भी होगा ! नौकरीपेशा लोगों के लिए तो में समझ सकता हूँ... Hindi · लेख · हास्य-व्यंग्य 125 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 11 Jun 2024 · 5 min read परामर्श शुल्क –व्यंग रचना पेशे से डॉक्टर हूँ, और चूंकि मेरे घर का खर्चा भी इसी डॉक्टरी से चलता है, तो जाहिर है, मेरी नज़रें परामर्श शुल्क पर वैसे ही टिकी रहती हैं जैसे... Hindi · लेख · हास्य-व्यंग्य 139 Share Bindesh kumar jha 9 Jun 2024 · 2 min read मैं ख़ुद डॉक्टर हूं" - यमुना मैं ख़ुद डॉक्टर हूं" - यमुना सदियों से यमुना और कारखानों के बीच के संबंध बिगड़ते जा रहे हैं। शायद वैश्वीकरण ने यमुना के उपकारों को भुला दिया है। यमुना... Hindi · प्रकृति · यमुना · लेख 106 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 9 Jun 2024 · 8 min read भय -भाग-1 भय- भाग-1 भय अन्तर्मन कि गहराई से उतपन्न वह विचार है जो व्यक्ति के व्यक्तित्व को झकझोर देता है और विचारों को अशांत उद्वेलित करता है विचारो कि उतपत्ति मनुष्य... Hindi · लेख 127 Share Dr. Kishan tandon kranti 7 Jun 2024 · 1 min read जिद और जुनून मैं स्वयं अब तक 3600 काव्य रचनाएँ, 256 कहानियाँ, 900 से अधिक लघुकथाएँ, 2 उपन्यास और 1 यात्रा संस्मरण लिख चुका हूँ। अब तक मेरी 54 पुस्तकें और 16 साझा... Hindi · लेख 3 3 137 Share Ravi Betulwala 7 Jun 2024 · 1 min read यही सोचकर आँखें मूँद लेता हूँ कि.. कोई थी अपनी जों मुझे अपना यही सोचकर आँखें मूँद लेता हूँ कि.. कोई थी अपनी जों मुझे अपना कहा करती थी, खुद के ख्यालों में मुझे पाकर सजती -सवरती थी, उसकी आँखों में तड़प इस... Hindi · लेख 1 92 Share Ravi Betulwala 7 Jun 2024 · 1 min read मैं कोशिशों पर बार -बार लिखता हूँ ! मैं दोस्तों पर ऐतबार लिखता हूँ ! मेरी कलम मुझसे पूछती है.. तुम आखिर लिखते क्या हो... मैं वक़्त की पुकार लिखता हूँ! मैं दिल से खुले विचार लिखता हूँ ! मैं सबकी सोच पर प्रहार लिखता... Hindi · लेख 2 159 Share DrLakshman Jha Parimal 6 Jun 2024 · 2 min read " आखिर कब तक ...आखिर कब तक मोदी जी " डॉ लक्ष्मण झा परिमल =============================== प्रजातान्त्रिक प्रणालियां देशों में सरकारों की कार्य कलापों की आलोचनायें और प्रसंशा होती ही रहतीं हैं ! ....जनमानस के सुनहरे सपने सत्ताधरी महारथिओं से जुड़े... Hindi · लेख 100 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 6 Jun 2024 · 3 min read मेरा लोकतंत्र महान -समसामयिक लेख हे प्रजातंत्र के प्रहरीगण, लोक तंत्र के इस विशाल नाटक का पटाक्षेप हो गया है. नाटक जहाँ झूठे वायदों की दुंदभी के आगे सच्चे संकल्प और भाव की तूती की... Hindi · काल/समय · राजनीति · लेख · लोकतंत्र 1 103 Share Dr. Kishan tandon kranti 1 Jun 2024 · 1 min read सफलता 'सफलता' धन और भौतिक सम्पदा की प्राप्ति मात्र नहीं है। वस्तुतः इसका अर्थ काफी गहन और व्यापक है। सफलता मुख्य रूप से आपकी आन्तरिक शक्ति और मानसिक नियंत्रण की उस... Hindi · लेख 2 2 83 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 1 Jun 2024 · 4 min read एक वृक्ष जिसे काट दो 🙏🙏सादर प्रणाम🙏🙏 *एक वृक्ष जिसे काट दो* दहेज का वृक्ष इस कदर जड़ें जमा बैठा है जैसे उसकी जड़ें पाताल से अपने लिए भोज्य खींच रही हों और इस वृक्ष... Hindi · निबंध · लेख 116 Share Sunil Maheshwari 31 May 2024 · 1 min read सच्चाई का रास्ता दोस्तों सच्चाई का रास्ता माना दुश्वारियों, मुश्किलों और कठिनाइयों से होकर गुजरता है, पर उसके साथ चलकर जो सफलता और मुकाम हासिल होती है, वह हमें आत्म संतुष्टि के साथ-साथ... Hindi · लेख 1 135 Share Sunil Maheshwari 31 May 2024 · 2 min read सम्मान दोस्तों, कहते हैं ना कि इज्जत (Respect) मांगने से नहीं मिलती, यह बहुत मंहगी चीज है। जो सिर्फ कमायी जाती है। अक्सर हमें ऐसा महसूस होता है कि हमारे कार्य... Hindi · लेख 2 88 Share Ravi Betulwala 30 May 2024 · 1 min read मेरा दिल अंदर तक सहम गया..!! हँसते -मुस्कुराते चेहरों के कई टूटे दिल, कई टूटे सपने ! होंठो पर लफ्ज़ है रुके हुए आँखों में आँसू थमे हुए ! ये चंचल मन क्यूँ बिखर गया ये... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 4 192 Share Shyam Sundar Subramanian 30 May 2024 · 2 min read वर्तमान परिस्थिति - एक चिंतन एक व्यक्ति विशेष ज्ञानी, बुद्धिमानी और साधन संपन्न होने पर भी एक छोटे से व्यक्ति से हार जाता है, क्योंकि वह अदना सा व्यक्ति अपने परिस्थितिजन्य अधिकार का उपयोग करते... Hindi · चिंतन · लेख 116 Share Kalamkash 30 May 2024 · 1 min read तज़्किरे महक रही हैं ये सबायें, खिल उठे है गुंचे फिर, मचल रहा है फिर चमन, मचल रही हैं इशरतें, बहार बन के आयी हैं निशात ज़िन्दगी में फिर, है लगता... Hindi · Hindi Urdu · Nazm · Urdu Poetry · कविता · लेख 100 Share Dr. Kishan tandon kranti 30 May 2024 · 1 min read सीमा पार हद हो गई। इस वर्ष मई की झुलसा देने वाली गर्मी से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। भारत के अनेक हिस्सों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच चुका है।... Hindi · लेख 2 2 105 Share Ravi Betulwala 29 May 2024 · 1 min read क़म्बख्त ये बेपरवाही कहीं उलझा ना दे मुझको, क़म्बख्त ये बेपरवाही कहीं उलझा ना दे मुझको, जितना लगता हूँ सुलझा हुआ.. उतना ही बहका हुआ हूँ मैं, रात का मुसाफिर हूँ अंधेरों से याराना है.. डरना मैंने सीखा... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 89 Share Previous Page 4 Next