Posts Tag: राजीव 58 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Dr. Rajeev Jain 23 May 2024 · 1 min read क्या लिखूँ कुछ ख़्वाबो को आज लिखूँ बीते कल का बयान लिखूँ छूट गई जो गलियाँ सारी उन गलियों के नाम लिखूँ सरकती जा रही आहिस्ता ज़िंदगी ,इसकी क्या चाल लिखूँ फ़ना... Poetry Writing Challenge-3 · Rajeev · कविता · बिसरीयादें · राजीव · वायदे 2 101 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read हिदायत यक़ीन करना फिर भी फ़ासला रखना मिलना सभी से पर एक दायरा रखना नहीं दोस्ती, चलो तो दुश्मनी भी नहीं मिलें फिर कभी तो कुछ क़ायदा रखना नहीं रहते कई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · फासला · राजीव · सांगरी 1 115 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read दिल खोल कर रखो दीवारें उठाओ तो भी उसमें झरोख़ा खोल कर रखना लाख हो कशीदगी, रिश्तों में भरोसा घोल कर रखना वादा करके भूल जाना तुम्हारी पुरानी आदत है कोई असली सा लगे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · किरदार · राजीव · सांगरी 85 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read नव वर्ष गीत सिलसिला है साल का साल का दर साल का ये तो है हर साल का अभिव्यक्तियाँ , रुझान का रश्मियाँ , ब्रह्मांड का सैनिक , खेत , किसान का संकल्प... Poetry Writing Challenge-3 · अनुसंधान · कविता · जिजीविषा · राजीव · सिलसिला 156 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read जो मिला ही नहीं अच्छा है, नसीब में क्या है वह पता ही नहीं पता हो, तो भी,जो होना है, वह टला ही नहीं मिलना तो ख़ुद से था, जो कभी मिला ही नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · तकदीर · बदा · राजीव 79 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read ख़ुद ब ख़ुद अच्छा है, नसीब में क्या है वह पता ही नहीं पता हो, तो भी,जो होना है, वह टला ही नहीं मिलना तो ख़ुद से था, जो कभी मिला ही नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · Khoj · कविता · खोज · राजीव 109 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read यथार्थ न ताज्जुब कम हैं, न करिश्में ही कम हैं ज़िंदगी जी रहे, क्या क़यामत से कम है जिरह में जीत जाओ कोई बड़ी बात नहीं दोस्ती हार न जाओ, इस... Poetry Writing Challenge-3 · करिश्मा · कविता · ताज्ज़ुब · राजीव 157 Share Dr. Rajeev Jain 22 May 2024 · 1 min read मेरा बचपन बड़ी खूबसूरत थीं बचपन की बातें खो खो लंगड़ी धौल धप्पा की बातें दिन की न फ़िकर बेफिक्र सी रातें रात को नानी के क़िस्सों की यादें चंदा के स्वेटर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · खेल · बचपन · भोलापन · राजीव 110 Share Previous Page 2