Posts Tag: प्रकाश की कविताएं 76 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Buddha Prakash 2 Jan 2023 · 1 min read विधवा एक हंस का जोड़ा , किसने तोड़ा, प्रेम के बंधन से बंध, लिया था सात फेरा, निभाने को साथ, उम्र के आखिरी पड़ाव तक, खिलौना बन गया , दुर्भाग्य के... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 3 2 253 Share Buddha Prakash 4 Nov 2022 · 1 min read तरुवर की शाखाएंँ शाखाएंँ तुम्हारी वृहद फैली, सघन उलझी हुई लताओ से, झुकी हुई है डाली-डाली, लदे हुए है फलो की ढ़ेरी से, शीश झुका कर आभार जताता, जड़ है दाता मधुर फल-फूलो... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 4 2 216 Share Buddha Prakash 2 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत नहीं बदलनी थी । फ़ितरत नहीं बदलनी थी उसकी, पहली मुलाक़ात मे जो दिखी थी, एक ना एक दिन स्वतः बाहर आना था, हकीकत मे जो अंदर छुपी थी, उम्र कितनी भी गुजर जाए... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · प्रकाश की कविताएं 7 1 250 Share Buddha Prakash 31 Mar 2023 · 1 min read मैं तो बैंक कर्मचारी हूँ। तुम सबको क्या लगता है, मैं पैसों का मालिक हूँ, लॉकर की चाभी रखता हूँ, खजाने का वारिश हूँ, गलत सोचते हो तुम, मैं तो बैंक कर्मचारी हूँ। सजग और... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 3 2 172 Share Buddha Prakash 22 Mar 2023 · 1 min read गूंजे नाम तुम्हारा धरती से अम्बर तक, गूंजे नाम तुम्हारा, कर के दिखलाओ, कार्य वह सुन्दर, गली-गली में, हर घर-घर में, गर्व से ले, नाम तुम्हारा। नाम तुम्हारा, तुम्हारी पहचान, बहुत महत्त्व ,... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 2 179 Share Buddha Prakash 27 Jan 2023 · 1 min read शांत मन भाव से बैठा हुआ है बावरिया शांत मन भाव से बैठा हुआ है बावरिया, यादों के हर पल से खोज रहा जोगनिया । सूर्य ने ओढ़ रखा है धुंध की सफ़ेद चादर, कड़कती ठण्ड में बारिशों... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 1 193 Share Buddha Prakash 8 Feb 2023 · 1 min read बिस्तर से आशिकी हे ! बिस्तर के आशिक , आशिकी मत कर इससे, ले डूबेगी एक दिन तुझको, आलस्य के साथ में, समय की घड़ी निकल जाएगी, तेरे हाथ से, कैसा ये इश्क... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं · हास्य-व्यंग्य 2 2 221 Share Buddha Prakash 8 Jan 2023 · 1 min read बहुत बातूनी है तू। बहुत बोलती है, छोटी-सी है तू, थकती नहीं बचपन की गुड़िया, बहुत बातूनी है तू। बेटी है अरमान लेकर, जीने की खातिर जन्मी है, छोटी मुँह बड़ी बात कहेगी, बहुत... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 3 2 160 Share Buddha Prakash 1 Oct 2022 · 1 min read दफ्तर में इंसान बड़ा सुकून है दफ्तर में, बचे हुए है गृह चक्कर से, करते हुए काम यहाँ, हवा ले रहे मन भर के, मौज ले रहे उन सब के, लगा रहे जो... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 4 2 149 Share Buddha Prakash 20 Feb 2023 · 1 min read कोरे कागज के पन्ने कोरे कागज के पन्ने, शेष रह जाते थे, वर्ष के अंत में, करते थे उन पर पूर्व अभ्यास, लिख लिख कर कलम से, अगली कक्षा में प्रवेश लेते ही, जब... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 1 164 Share Buddha Prakash 15 Jun 2023 · 1 min read जहाँ बचा हुआ है अपना इतिहास। अपनी संस्कृति अपनी ही है, इसमे निहित है देशी प्यार, कला, भाव और रीत रिवाज, पालन पोषण नस नस मे समाये, जीता हूँ इसके बदौलत, जहाँ बचा हुआ है अपना... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 1 280 Share Buddha Prakash 5 Feb 2023 · 1 min read होगा बढ़िया व्यापार यदि आप शुरू करते है कार्य, कहते है किसी और से, खोल ली है एक दुकान, आपके लिए छोटी-सी, आपको मिलेगा एक ही जबाब, परन्तु होना नहीं स्वयं हैरान, '... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 1 145 Share Buddha Prakash 19 Feb 2023 · 1 min read ख़ामोशी से बातें करते है । ख़ामोशी से बातें करते है, तन्हाई में खुद से कहते है, एक तुम ही हो पास मेरे, एहसासों से छलते रहते हो, हर पल तुझको सहते रहते है, अंतर्मन से... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 1 141 Share Buddha Prakash 27 Oct 2022 · 1 min read मृत्यु हूँ । क्या करोगे ? जब आ जाऊँ, पुष्प नहीं है, जो मुरझा जाए, समय नहीं है, जो गुजरता जाए, असत्य नहीं है, जो झुठलाया जाए, चरण नहीं है, जो लड़खड़ा जाए,... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 3 2 130 Share Buddha Prakash 13 Aug 2023 · 1 min read *मन के धागे बुने तो नहीं है* खोयी और उदास हूँ, मोती आँखों के गिरे कही, उनको किसी ने चुने नहीं, सूख गये धरा में अब, दर्द के निशान पड़े वही। ना मोती सुशोभित, ना पुष्प से... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 1 159 Share Buddha Prakash 17 Dec 2022 · 1 min read बुराई बुरी बातों को कहना, सुनना; अपने आप में बुरा ही रहना, बुराईयों का साथ न देना; बुरी बात पकड़ के काज न करना, मन मस्तिक में करें तनाव पैदा; अशांति... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 2 131 Share Buddha Prakash 20 Aug 2023 · 1 min read मौसम का मिजाज़ अलबेला मौसम का मिजाज़, बनते बिगड़ते देर नहीं, पल भर मे धूप - छाँव, क्षण मात्र में वर्षा का जल, प्रकृति की अद्भुत घटना स्वतंत्र, हृदय प्रसन्न और सुंदर हो मौसम।... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 2 262 Share Buddha Prakash 2 Jul 2023 · 1 min read औरों की खुशी के लिए । कुछ काम ऐसे भी करने चाहिए, औरों की खुशी के लिए, अपने स्वार्थ को दरकिनार कर के, खुद के दुखों को तज कर । कभी कभी जीवन जी लेना चाहिए,... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 1 143 Share Buddha Prakash 26 Apr 2023 · 1 min read सत्य का ध्येय । उमंग की लहरे, हिलोरे लेती, छू लेने को आसमान , बहता रुधिर नस-नस में तेरे, रोको न तुम तनिक भी, फूटने दो ज्वालामुखी सा, दबी हुई है अंदर भड़ास, बर्दाश्त... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 1 81 Share Buddha Prakash 15 Oct 2023 · 1 min read मजबूत रिश्ता एक पल को मोहताज नहीं, जीवन मे एहसास नहीं, सदियों से नहीं बिखर सका, रिश्ते मे कुछ खास है बाकी। कैसा भी हो, कुछ भी हो अनबन, छुपा हुआ है... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 1 129 Share Buddha Prakash 15 Oct 2023 · 1 min read अर्धांगिनी चुप चाप रो रहा रातो को, दुःख जो ढो रहा उन बातो पे, कभी प्रेम गीत जो गाता था, कोकिल सा कंठ बजाता था, तन्हाइयों मे नहीं सो रहा है,... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 1 171 Share Buddha Prakash 7 Jan 2024 · 1 min read आँखों के आंसू झूठे है, निश्छल हृदय से नहीं झरते है। चुप रहकर जो सह लेते जो, क्या दुख उन्ही को होता है ? ये भ्रम सभी का होता है, ये दर्द उसी का होता, महसूस हृदय से जो करता, प्रीत... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 2 1 127 Share Buddha Prakash 9 Jan 2024 · 1 min read आओ उस प्रभु के दर्शन कर लो। आओ प्रभु के दर्शन कर लो, उस अम्बर मे उजागर हुआ, घने घन को चीरते हुए, ओढ़े स्वेत कफन धरा है, प्रकाश लालिमा से रंग कर, मिटा दिया जो कोहरे... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 1 90 Share Buddha Prakash 22 Jan 2024 · 1 min read बदल चुका क्या समय का लय? ये बात कही और नही, खास बहुत थे करीब तुम, विश्वास नहीं था होगा क्या ? ये समय का फेर-बदल , निकट जो था ? दो गज़ दूरी पर, क्या... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 2 92 Share Buddha Prakash 6 Apr 2024 · 1 min read शिक्षा अपनी जिम्मेदारी है शिक्षा का मंदिर खुला हुआ है, बुद्धि के पट बंद है जिसके, मंगहाई और बेरोजगारी का आलम, संगत शराब व्यसन में डूबा है, कैसे ना रहे खाली ये विद्यालय, जब... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 1 69 Share Buddha Prakash 23 Apr 2024 · 1 min read एक छाया एकदम से याद आया, वो तो थी एक छाया, सिहर उठी मेरी काया, धीरे–धीरे भय था आया। गुमनाम-सा एक मेहमान-सा, बिच राह मे खड़ा था पाया, अँधेरे मे देख ना... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 2 63 Share Previous Page 2