Posts Tag: ग़ज़ल 1k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 2 Jul 2023 · 1 min read फितरत मौसम की तरह कैसे बदल जाऊं, यह अदा तो मेरी फितरत नहीं है। मेरा किरदार मेरी अमानत है, कीच उछालो ये इजाजत नहीं है। वक्त के थपेड़ों ने सूरत बदली,... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · ग़ज़ल 119 115 1k Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read दर्द कितना रोकूँ मैं स्वयं को दर्द झलक ही जाता है दिल इतना कमजोर है जो फफक ही जाता है।। इस कदर हावी है जुदाई और हाकिम की वेरुखी देखूँ पल... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 22 12 250 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read दूरी अगर तू जनता है दर्द मेरा तो वेरुखी सी क्यूँ है तू जानता है तो मेरी ज़िंदगी फिर रूठी सी क्यूँ है? मेरी जन्नत की खुशी तू ही मेरा ख्वाब... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 21 3 111 Share Dr fauzia Naseem shad 23 Oct 2022 · 1 min read आप हमको जो पढ़ गये होते हौसलों का पता नहीं चलता । वक़्त से हम जो डर गये होते ।। समझ एहसास तुम गये होते । दर्द लफ़्ज़ों में गढ़ गये होते ।। ज़िंदगी तेरा हक़... Hindi · ग़ज़ल 20 169 Share Dr fauzia Naseem shad 23 Oct 2022 · 1 min read हर जगह तुझको मैंने पाया है इश्क़ मुझको कहां पर लाया है । हर जगह तुझको मैंने पाया है ।। जानते हैं, यह हो नहीं सकता । भूल जाने की ज़िद तो ज़ाया है ।। खुद... Hindi · ग़ज़ल 20 161 Share Dr fauzia Naseem shad 31 Oct 2022 · 1 min read जीवन की विफलता जीवन की विफलता बनती है सफलता । योग्यता के साथ अनुभव अगर होता है ।। जिसका स्वभाव शान्त सरल होता है । उसके व्यक्तित्व का प्रभाव अमिट होता है ।... Hindi · ग़ज़ल 20 337 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Nov 2022 · 1 min read खुद को ज़रा तुम खुद को ज़रा तुम बदल कर तो देखो। कमियों से अपनी लड़ कर तो देखो।। कितने कदम तुम मेरा साथ दोगे। दो कदम साथ मेरे चल कर तो ।। आसान... Hindi · ग़ज़ल 18 129 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read सजदा तेरे सजदे में सर झुका तो सुकूँ आया तेरी चौखट पे मैंने अपना जहाँ पाया तू ही मालिक इस सारी कायनात का तुझसे हटकर न मैने कोई वजूद पाया।। नूरानी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 18 5 180 Share Dr fauzia Naseem shad 15 Oct 2022 · 1 min read मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा शिद्तों में जो बे'शुमार रहा । मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा ।। भूल हमको कभी नहीं सकता । दिल में बाक़ी ये ए'तिबार रहा ।। पूंछ कर ज़िंदगी बता देना... Hindi · ग़ज़ल 17 185 Share Dr fauzia Naseem shad 16 Oct 2022 · 1 min read जीवन की विफलता जीवन की विफलता बनती है सफलता । योग्यता के साथ अनुभव अगर होता है ।। जिसका स्वभाव शान्त सरल होता है । उसके व्यक्तित्व का प्रभाव अमिट होता है ।।... Hindi · ग़ज़ल 17 238 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Oct 2022 · 1 min read तुम यादों के सारे सिरे तोड़ देते तुम यादों के सारे सिरे तोड़ देते । कहानी को कोई नया मोड़ देते ।। तुमसे हमारा सांसों का रिश्ता । कैसे तुम्हें हम भला छोड़ देते ।। अपनी नज़र... Hindi · ग़ज़ल 17 106 Share Dr fauzia Naseem shad 23 Oct 2022 · 1 min read एक मुलाकात पैदा हालात कर ही लेते हैं । आंखों में रात कर ही लेते हैं ।। लेकर लफ़्ज़ों के ताने-बाने को। ज़ाहिर जज़्बात कर ही लेते हैं ।। न-न करके भी... Hindi · ग़ज़ल 17 388 Share Dr fauzia Naseem shad 23 Oct 2022 · 1 min read कौन बता क्या खोया क्या पाया है । मिट्टी राख़ बस काया है ।। तेरा हो या मेरा जीवन । अंतर क्या कर पाया है ।। डोर है कच्ची सांसों की ।... Hindi · ग़ज़ल 17 304 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read तुम मुझे दिल से (24) सुकूं पल-भर का भी न पाओगे। तुम मुझे दिल से गर भुलाओगे ।। मुझको खो दोगे तुम कभी एक दिन । इतना मुझको जो आज़माओगे ।। तुम करके प्यार... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 419 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read तुम्हें तुम्हें देखकर आ गया हमको तो मुस्कुराना थामा है हाथ मेरा नहीं छोड़ राह जाना जब याद तेरी आये ऐ दिलबर मेरे खुदाया तू बन के समीर मेरी सांसों में... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 3 311 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read सीख नहीं सीख बुरी कोई पर सब बेटियों के लिए क्यों है नहीं रीत बुरी कोई फिर बेटियों के लिए क्यों है विवेकपूर्ण परिधान हो है सही ये बात पर नियंत्रित... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 3 264 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read वेरुखी हर हर्फ मेरे दिल के अरमान की स्याही से लिखा याखुदा तुमने इस कदर उसे मज़ाक में उड़ा दिया ऐसा नहीं वक़्त ही न मयस्सर हो तेरे पहलू में मेरी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 3 88 Share Dr fauzia Naseem shad 15 Oct 2022 · 1 min read तुम से मिलना था मिल नही पाये फूल से हम जो खिल नहीं पाये। तुम से मिलना था मिल नहीं पाये ।। दर्द रिसता है आज भी उन से । ज़ख्म दिल के जो सिल नहीं पाये।।... Hindi · ग़ज़ल 16 207 Share Dr fauzia Naseem shad 15 Oct 2022 · 1 min read हर जगह तुझको मैंने पाया है इश्क़ मुझको कहां पर लाया है । हर जगह तुझको मैंने पाया है ।। जानते हैं, यह हो नहीं सकता । भूल जाने की ज़िद तो ज़ाया है ।। खुद... Hindi · ग़ज़ल 16 515 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Oct 2022 · 1 min read भलाई में सबकी अपना भला है। भलाई में सबकी अपना भला है। हमने भी खुद को कितना छला है।। ताबीर उसने फिर पाई है अपनी । आंखों में ख़्वाब जितना पला है।। इज़्ज़त के क़ाबिल इंसान... Hindi · ग़ज़ल 16 225 Share Dr fauzia Naseem shad 24 May 2023 · 14 min read गज़ले 1, कुछ नमी अपने साथ लाता है । जब भी तेरा ख़याल आता है।। देख कर ही सुकून मिलता है । तेरा चेहरा नज़र को भाता है ।। कुछ भी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 16 4 213 Share Dr fauzia Naseem shad 14 Oct 2022 · 1 min read जब भी तेरा ख़्याल आता है नमी आंखों में साथ लाता है । जब भी तेरा ख़्याल आता है ।। कुछ भी रहता नहीं है यादों में । वक़्त लम्हों में बीत जाता है ।। रास्तों... Hindi · ग़ज़ल 15 451 Share Dr fauzia Naseem shad 16 Oct 2022 · 1 min read दिल किसी से अगर लगायेगा दुश्मनी इस तरह निभायेगा । वो तेरी हां में हां मिलायेगा ।। पहचान उसको तू न पायेगा । वो तुझे मात दे ही जायेगा ।। कर गई घर जो दूरियाँ... Hindi · ग़ज़ल 15 167 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Oct 2022 · 1 min read दिल की हक़ीक़त दिल की हक़ीक़त लिखते कहां हैं। टूटे ना जब तक बिख़रते कहां हैं ।। खुद को समेटे हैं खुद के ही अंदर । खुद से भी बाहर निकलते कहां हैं।।... Hindi · ग़ज़ल 15 241 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Oct 2022 · 1 min read तेरे दिल को मैं छुआ करूं तेरे दिल को मैं छुआ करूं । मैं रात-दिन ये दुआ करूं ।। जो कहे वो रस्मे अदा करूं। तुझे खुद से मैं न जुदा करूं।। हम बिछड़ के जी... Hindi · ग़ज़ल 15 147 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 2 Nov 2022 · 1 min read तू क्या सोचता है तू क्या सोचता है ऐसे ही रहेगा सबकुछ हमेशा कुछ बदलेगा नहीं है अभी अंधेरा यहां ये अंधेरा कभी छंटेगा नहीं सूरज उगेगा नहीं तू क्या सोचता है है अभी... Hindi · कविता · ग़ज़ल 15 4 1k Share Dr fauzia Naseem shad 6 Nov 2022 · 1 min read हर खुशी तुम पे हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे। जी लो तुम हम हार जायेंगे ।। एक ही ज़िन्दगी मिली है हमें । कौन सा बार-बार आयेंगे ।। सोच की गर कमी रही... Hindi · ग़ज़ल 15 275 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read दिल में हमारे ( 14) मुकरते हैं आप, क्या ज़ालिम नहीं हैं। दिल में हमारे क्या शामिल नहीं हैं ।। धड़कते नहीं क्या दिल में तुम्हारे । धड़कन में तेरी क्या शामिल नहीं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 445 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हर जगह तुझको मैंने पाया है (15) इश्क़ मुझको कहां पर लाया है। हर जगह तुझको मैंने पाया है।। जानते हैं. यह हो नहीं सकता । भूल जाने की ज़िद तो ज़ाया है ।। खुद पर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 231 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हमें प्यार ऐसे कभी तुम जताना (16) हमें प्यार ऐसे कभी तुम जताना। अशआर कोई मेरा गुनगुनाना ।। फक्त एक तमन्ना यही है हमारी। ख़फ़ा होके हमसे न तुम दूर जाना ।। बिना शर्त तुमको चाहा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 505 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read शांत सा जीवन (20) शांत सा जीवन जी कर देखो। हंस कर क्रोध को पी कर देखो।। रब को अपना करके देखो। उसकी इच्छा से जी कर देखो।। जीवन कितना शेष है इनमें... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 365 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read इतना तो अधिकार हो (21) जीवन का जीवन पर तेरे ये उपकार हो । केवल सफलता ही नहीं हार भी स्वीकार हो।। वाणी तेरी मीठी-मीठी उच्च तेरे विचार हो। मित्र बने शत्रु भी तेरे... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 337 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read मेरा दामन भी तार-तार रहा (23) शिद्तों में जो बेशुमार रहा। मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा ।। भूल हमको कभी नहीं सकता । दिल में बाक़ी ये एतबार रहा ।। पूंछ कर ज़िंदगी बता देना... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 487 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read ज़िक्र तेरा लबों पर क्या आया (25) ज़िक्र तेरा लबों पे क्या आया । चैन दिल को फिर नहीं आया ॥ खुद से बिछड़े न हम मिले खुद से । लौट कर वक़्त फिर नहीं आया... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 573 Share Dr fauzia Naseem shad 6 Jul 2022 · 1 min read अपनी आदत में अपनी आदत में तुमको रक्खा है । दिल की शिद्दत में तुमको रक्खा है ।। दिल में बे'चैनियां नहीं होती । दिल की राहत में तुमको रक्खा है ।। कोई... Hindi · ग़ज़ल 14 2 455 Share Dr fauzia Naseem shad 14 Oct 2022 · 1 min read हाय बरसात दिल दुखाती है याद भी तेरी साथ लाती है। हाय बरसात दिल दुखाती है ।। आप से कुछ गिला नहीं हम को । हम को किस्मत भी आज़माती है ।। दौरे महफिल नहीं... Hindi · ग़ज़ल 14 251 Share Dr fauzia Naseem shad 17 Oct 2022 · 1 min read कुछ दर्द भी बे'मिसाल है कुछ ज़ब्त भी कमाल है। कुछ दर्द भी बेमिसाल है ।। कुछ जिस्म की है ज़रूरतें । कुछ रुह का भी सवाल है ।। कुछ ख़्वाहिशों की है बेबसी ।... Hindi · ग़ज़ल 14 2 276 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read तुम से मिलना था (1) फूल से हम जो खिल नहीं पाये। तुम से मिलना था मिल नहीं पाये ।। दर्द रिसता है आज भी उन से। ज़ख्म दिल के जो सिल नहीं पाये।।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 535 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read वो पढ़ लेगा मुझको (12) सफ़र इश्क का मुश्किल बहुत है । कुछ तो नहीं, दर्द हासिल बहुत है । इज़हार-ए-उल्फ़त कर न सके जो । दिल ये हमारा बुज़दिल बहुत है ।। तरसती... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 279 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हमने माना अभी अंधेरा है (17) हमने माना अभी अंधेरा है। पास लेकिन बहुत सवेरा है।। मैल दिल में कोई नहीं रखना। दिल में रब का अगर बसेरा है ।। छीन लेता है साथ अपनों... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 558 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read (19) (19) मन में रक्खें बैर की भावना । दुष्ट है वो, संत नहीं है ।। सीमित रखिये विषय-वासना । इच्छाओं का अंत नहीं है ।। व्यर्थ है फिर ज्ञान तुम्हारा।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 290 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हम कहां तुम से (22) बस शिद्दत में शुमार करते हैं । हम कहां तुम से प्यार करते हैं ।। छीन लेते हैं चैन भी दिल का । लोग ऐसे दुलार करते हैं ।।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 96 Share Dr fauzia Naseem shad 12 Oct 2022 · 1 min read मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो ज़िन्दगी बे'जवाब रहने दो । मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो।। खुद की इस्लाह कर सकूं मैं भी । मुझको कुछ तो खराब रहने दो।। इतने ज़्यादा गुनाह नहीं अच्छे... Hindi · ग़ज़ल 13 498 Share Dr fauzia Naseem shad 14 Oct 2022 · 1 min read आंखों में रात पैदा हालात कर ही लेते हैं । आंखों में रात कर ही लेते हैं ।। लेकर लफ़्ज़ों के ताने-बाने को। ज़ाहिर जज़्बात कर ही लेते हैं ।। न-न करके भी... Hindi · ग़ज़ल 13 302 Share Dr fauzia Naseem shad 14 Oct 2022 · 1 min read तुम से कैसा तुम से कैसा मलाल कर बैठे। दिल का तुम से सवाल कर बैठे ।। प्यार करना हमें न आ पाया । इश्क़ लेकिन कमाल कर बैठे ।। ख़ोकर तेरे हंसी... Hindi · ग़ज़ल 13 148 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 23 Apr 2023 · 1 min read तू भूल जा उसको वो मालामाल कर देगी प्यार से ज़िंदगी तेरी वो तुझसे प्यार कर लेगी है ये गलतफहमी तेरी कहता है ये शिव तुमसे अफ़वाहों से बचना तुम बदल देगा वो जग... Hindi · Poetry · कविता · ग़ज़ल · गीत 13 1 3k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 27 Apr 2023 · 1 min read मत बनो उल्लू जाने कैसे उन्हें समझने में तुमसे हो गई थी भूल तुम उन्हें फूल समझते रहे और वो तुम्हें अप्रैल फूल हुआ क्यों ये तुम्हारे साथ ही क्यों तुमने उसको दिल... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · हास्य कविता 13 1 4k Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read मेरी ख़्वाहिश ने (2) मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है। ख्वाब देखा जो मैंने, झूठा है ।। यूँ ही तुम से खफा नहीं हैं हम। दिल नहीं, ऐतबार टूटा है।। कुछ नहीं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 281 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read दिल में भी (3) दिल में भी इत्मिनान रक्खेंगे। फासला दर्मियान रक्खेंगे ।। आप की सोच मुखल्लिफ हम से। हम भी इस का ध्यान रक्खेंगे ।। वार तुम पर तो कर नहीं सकते।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 302 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read सच तो यह है (4) सच तो यह है कि प्यार तुमसे है। बेहद और बे'शुमार तुमसे है ।। दिल का तुम पर एतमाद क्या कहिये। मेरा मुझे पर एतबार तुमसे है ॥ लौट... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 160 Share Page 1 Next