Posts Tag: ग़ज़ल 2k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Kishan tandon kranti 20 Dec 2024 · 1 min read इसी आस पे जाने वाले ने कहा था कि वो लौटेगा जरूर, इक इसी आस पे दरवाजा खुला रक्खा है। सुनो आखिरी बार आया था मेरे नाम जहाँ, मैंने उस खत को कलेजे... Hindi · ग़ज़ल 2 2 13 Share पंकज परिंदा 20 Dec 2024 · 1 min read रिश्ते नाते वो मुझसे......, सभी तोड़ कर। रिश्ते नाते वो मुझसे......, सभी तोड़ कर। जा रही...., दूर से..., हाथ यूँ जोड़ कर...! क्या ख़ता है मेरी.. क्या गुनाह कर दिया.? सामने आज बैठी....., जो' मुँह मोड़ कर।... Hindi · ग़ज़ल 13 Share Dr. Kishan tandon kranti 19 Dec 2024 · 1 min read होते हैं कई लोग आँखें झीलों की तरह, होंठ गुलाबों जैसे, अब भी होते हैं कई लोग किताबों जैसे । Hindi · ग़ज़ल 2 2 23 Share Dr. Kishan tandon kranti 19 Dec 2024 · 1 min read तेरे नाम लिखूँ तेरे हुस्न ओ शबाब पे कोई कलाम लिखूँ , जी चाहता है अपनी जिंदगी तेरे नाम लिखूँ। Hindi · ग़ज़ल 2 3 25 Share Rajesh Tiwari 16 Dec 2024 · 2 min read बूढ़ा बागवान बूढा बागवान फूटी किस्मत आज पिता की मांगे रोटी मान की। टूटे दर्पण सी हालत है बूढे बागवान की। उंगली पकड सिखाया चलना, मन ही मन मे फूला था। इतना... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 1 17 Share Rashmi Sanjay 12 Dec 2024 · 1 min read ग़ज़ल चमक-दमक से परे, सादगी की बात करें. पकड़ के हाथ चलो दोस्ती की बात करें. सुकून कुछ तो दिले-बेकरार को आये, नज़र मिला के कभी बेखुदी की बात करें. झिझकते... Hindi · ग़ज़ल 18 Share पंकज परिंदा 10 Dec 2024 · 1 min read इश्क़ अब बेहिसाब........, है तो है..! इश्क़ अब बेहिसाब........, है तो है..! मेरी आदत..........., ख़राब है तो है। क्यों डरूँ..? मुश्किलों से मैं आख़िर, ज़िंदगी ये..........., अज़ाब है तो है। यूँ तो पीता....... नहीं हूँ मैं... Hindi · ग़ज़ल 21 Share Dr. Sunita Singh 9 Dec 2024 · 1 min read तेरा इक दिवाना हूँ तेरा इक दिवाना हूँ क़ाफ़िर नहीं हूँ असल में जो मैं हूँ वो जाहिर नहीं हूँ जुबाँ हूँ अदा-ए-फिजा हूँ फ़ना हूँ यक़ीनन मैं जो हूँ क्यों आखिर नहीं हूँ... Hindi · ग़ज़ल 2 1 24 Share Shekhar Chandra Mitra 8 Dec 2024 · 1 min read आदि कवि ना जाने उसके दिल पर क्या बीता था जिसने पहला-पहला गीत गाया था... (१) उसने आंसू में अपना ख़ून मिलाकर काग़ज़ पर एक-एक हर्फ़ लिखा था... (२) शायद इस दुनिया... Hindi · ग़ज़ल 21 Share Shekhar Chandra Mitra 8 Dec 2024 · 1 min read चुनी हुई चुप्पियां देश में क्या-क्या हो रहा कोई बोलता नहीं आख़िर क्यों किसी का ख़ून खौलता नहीं... (१) जैसे हादसों पर जहां में तख्त पलट जाते हैं वैसे हादसों पर पत्ता भी... Hindi · ग़ज़ल 20 Share Sandeep Thakur 8 Dec 2024 · 1 min read हर मोड़ पे उन का हमारा सामना होने लगा - संदीप ठाकुर हर मोड़ पे उन का हमारा सामना होने लगा अब रोज़ ही ये ख़ूबसूरत हादसा होने लगा हर इक अदा अंदाज़ में ऐसी कशिश है आप में जो भी मिला... Hindi · Quote Writer · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 1 351 Share Meenakshi Madhur 7 Dec 2024 · 1 min read ग़ज़ल रुतबा यहां सबका बहुत बड़ा बड़ा सा है इस बस्ती का हर शख़्स तो डरा डरा सा है छूट कर अपने ही खयालों की क़ैद से आंगन हमारे मन का... Hindi · ग़ज़ल 22 Share Shailendra Aseem 6 Dec 2024 · 1 min read तरही ग़ज़ल रंजो अलम नसीब के कहते रहे सबसे। मिलती हैं मगर राहतें उस एक ही रब से।। आता है दोस्तों से लुत्फ़ ज़िन्दगी का अस्ल, रोटी तो फ़क़त चाहिए जीने के... Hindi · ग़ज़ल 1 21 Share प्रकाश कुमार "बाग़ी" 6 Dec 2024 · 1 min read बेवफ़ाई जले हैं नहीं हम जलाये गये हैं कि दिल से सभी के भुलाये गये हैं। हमें था पता होंगी रुसवाइयाँ ही यहाँ पे मगर फिर भी लाये गये हैं। गई... Hindi · ग़ज़ल 23 Share पंकज परिंदा 5 Dec 2024 · 1 min read कैसे कह दूँ....? नींद चैन की सोने दो...! कैसे कह दूँ....? नींद चैन की सोने दो...! ज़िम्मेदारी का यह बोझा......., ढोने दो..! फस्ल मोहब्बत की, दिल में लहराएगी...! कुछ अल्फ़ाज मुझे बस इसमें बोने दो...! इक दूजे को... Hindi · ग़ज़ल 32 Share प्रकाश कुमार "बाग़ी" 5 Dec 2024 · 1 min read वो पत्थर याद आते हैं तुम्हारे साथ गुजरे सारे मंजर याद आते हैं, सफ़र वो याद आता है वो रहबर याद आते हैं। निगाहों के इशारों से गिरायी बिजलियाँ दिल पर, मिली नजरें जहां तुमसे... Hindi · ग़ज़ल 22 Share प्रकाश कुमार "बाग़ी" 5 Dec 2024 · 1 min read इशारा इस तरह भी किया इशारा है एक पत्थर से उसने मारा है। अश्क आँखों में फिर उतर आये फिर हुआ आज दिल बेचारा है। हम निकाले गये उसी घर से,... Hindi · ग़ज़ल 1 27 Share पंकज परिंदा 4 Dec 2024 · 1 min read बेदर्द ज़माने ने क्या खूब सताया है…! बेदर्द ज़माने ने क्या खूब सताया है, मज़लूम सर-ए-महफ़िल नज़रों से गिराया है। यह बात सितम की है बदनाम किया हमको, हर फ़र्ज़ मुहब्बत का शिद्दत से निभाया है। गुलज़ार... Hindi · ग़ज़ल 37 Share प्रकाश कुमार "बाग़ी" 4 Dec 2024 · 1 min read इतनी शिद्दत से प्यार कौन करे धड़कने बेकरार कौन करे, इतनी शिद्दत से प्यार कौन करे। तू तो चहरा छुपाये बैठा है तुझपे फिर ऐतबार कौन करे। मुश्किलों से इसे सँभाला है, ज़िस्म ये तार तार... Hindi · ग़ज़ल 24 Share Ravi Yadav 4 Dec 2024 · 1 min read वंदन हमारा इतिहास को हमारे, पत्थर बता रहे हैं, हर एक प्रश्न के वो, उत्तर सुना रहे है, प्रचण्ड शौर्य लेकर, हमने जगत बचाया, जो प्रेम लेके आया, उनको गले लगाया, संतान... Hindi · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · गीत 1 29 Share प्रकाश कुमार "बाग़ी" 4 Dec 2024 · 1 min read मुझे पागल बनाना चाहती है निगाहों से पिलाना चाहती है मुझे पागल बनाना चाहती है। उसी का हूँ कि मैं कुछ गैर सा हूँ मुझे वो आज़माना चाहती है। न सोती है न सोने देती... Hindi · ग़ज़ल 1 30 Share bhandari lokesh 1 Dec 2024 · 1 min read वो गुस्से वाली रात सुहानी वो गुस्से वाली रात सुहानी करबट बदल कर सोई दिवानी था मुँह पर गुस्सा बेशुमार पर आँखों में थोड़ी शैतानी पता नहीं क्या मिलता उसको लड़ कर थोड़ा थोड़ा मुझसे... Hindi · ग़ज़ल 2 28 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 30 Nov 2024 · 1 min read "उलाहना" ग़ज़ल भूल जाते हैं वो, इसका गिला भी करना धा, याद करने का मगर, शुक्रिया भी कहना था। सिवा मिरे, वो क्यूँ सभी से है मिलता हँस कर, लब थे ख़ामोश,... Hindi · ग़ज़ल 4 3 29 Share Sandeep Thakur 30 Nov 2024 · 1 min read देखूँ तो वो सामने बैठा हुआ है - संदीप ठाकुर देखूँ तो वो सामने बैठा हुआ है सोचूँ तो इक मीलों लम्बा फ़ासला है नाम तन्हाई ने तेरा लिख दिया है हर कोई चेहरे को मेरे पढ़ रहा है छू... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 4 1 160 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल 122 122 122 122 सही बात है वो हमारा नहीं है। मगर एक सच ये गँवारा नहीं है।। चला वो गया है भले ज़िंदगी से, रहें साथ यादें खसारा नहीं... Hindi · ग़ज़ल 28 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 28 Nov 2024 · 1 min read *वायरल होने की चाह* हर कोई आंख बस उस पर टिक जाए चाहत थी उसकी सूरज की किरण बन जाए वो हो बस उसका ही जलवा सोशल मीडिया पर किसी तरह बस एकबार वायरल... Hindi · Best Hindi · Viral Poetry · कविता · ग़ज़ल 1 222 Share SURYA PRAKASH SHARMA 27 Nov 2024 · 1 min read देश की मौत ! (ग़ज़ल) देश में अब टूटने का दौर दिखने लग गया, इसलिए शाइ'र, बचाने देश, लिखने लग गया। अब तलक बिकते थे नेता और अधिकारी, मगर– बोलता था जो ग़लत पर, वो... Hindi · अलगाव · कविता · ग़ज़ल · देश 2 50 Share पंकज परिंदा 25 Nov 2024 · 1 min read क़ैद में रो रहा उजाला है… उनके चेहरे पे तिल जो काला है, उसने कितनों को मार डाला है। चांद बेदाग इक हसीं देखा, दुनिया भर से ही वो निराला है। जिंदगी जिस पे वार दी... Hindi · ग़ज़ल 36 Share shabina. Naaz 22 Nov 2024 · 1 min read फर्क़ क्या पढ़ेगा अगर हम ही नहीं होगे तुमारी महफिल में फर्क़ क्या पढ़ेगा अगर हम ही नहीं होगे तुमारी महफिल में मगर याद रखना हम जैसा भी नहीं मिलेगा कोई और तुम्हें हमारे बाद………. जाओ आजमा के देख लो सारे... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल 37 Share पंकज परिंदा 21 Nov 2024 · 1 min read रफ़ता रफ़ता न मुझको सता ज़िन्दगी.! रफ़ता रफ़ता न मुझको सता ज़िन्दगी.! मैं जियूँ कैसे तुझको..? बता ज़िन्दगी। हादसों में रहा मुब्तला....., हर समय, एक पल को खुशी कर अता ज़िन्दगी। मुद्दतें हो गईं........., तुझको' रूठे... Hindi · ग़ज़ल 37 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 19 Nov 2024 · 1 min read *लक्ष्य हासिल हो जाएगा* कबतक रहोगे कश्मकश में है तुम्हारा नसीब तुम्हारे ही हाथ में चुनो अपना लक्ष्य ख़ुद तुम आधी जीत हो जाएगी इसी बात में खुश रखो ख़ुद को और परिवार को... Hindi · Motivation · कविता · ग़ज़ल · गीत 4 1 230 Share पंकज परिंदा 18 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल गीत तन्हा......., ही गाने लगेंगे। ग़ज़ल गीत तन्हा......., ही गाने लगेंगे। मुझे भूलने में............, ज़माने लगेंगे। ख़फ़ा हूँ मैं तुमसे, यूँ ही कह दिया बस, मुझे क्या पता था....? वो जाने लगेंगे। अगर रेत में... Hindi · ग़ज़ल 37 Share Rashmi Sanjay 16 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल * वो ये कहते थे हम चुप्पियाँ छोड़ दें ज़िद हमारी थी वे तल्ख़ियाँ छोड़ दें खेल नफ़रत का मत खेलिए ये न हो आप जलती हुई बस्तियाँ छोड़ दें... Hindi · ग़ज़ल 2 36 Share पंकज परिंदा 16 Nov 2024 · 1 min read समंदर में कोई हलचल नहीं है, समंदर में कोई हलचल....., नहीं है, कहीं काला घना बादल...., नहीं है। इजाज़त दी तुझे चल, इश्क़ कर ले, मेरे जीवन में कोलाहल...., नहीं है। मोहब्बत में नफ़ा-नुक़सान कैसा..? खरा... Hindi · ग़ज़ल 38 Share ललकार भारद्वाज 14 Nov 2024 · 1 min read तेरे लिए तेरे लिए जगे भी हम और तडफे भी हम । तुझसे बात करने के लिए तरसे भी हम ।। तेरे मुख से तीन शब्द सुनने का इन्तज़ार किया । तेरे... Hindi · ग़ज़ल 1 28 Share Khalid Nadeem Budauni 12 Nov 2024 · 1 min read रस्ता मिला न मंज़िल रहबर की रहबरी में रस्ता मिला न मंज़िल रहबर की रहबरी में । हम यूँ भटक रहे हैं सहरा-ए-जिंदगी में ।। तुम तैर कर तो देखो सूखी हुई नदी में । फर्क़ आएगा समझ... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 1 38 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल : कौन आया है ये मेरे आशियाने में कौन आया है ये मेरे आशियाने में रात भर जगते रहो इसको सुलाने में जूट की बोरी से ये कुटिया बनाई है तुम चले आते हो मुफ़लिस के घराने में... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 1 1 30 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल : उसने देखा मुझको तो कुण्डी लगानी छोड़ दी उसने देखा मुझको तो कुण्डी लगानी छोड़ दी फिर मेरे होठों पे इक आधी कहानी छोड़ दी मैं छुपाए फिर रहा था इश्क़ अपने गाँव में और फिर ज़ालिम ने... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 2 45 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल : कई क़िस्से अधूरे रह गए अपनी कहानी में कई क़िस्से अधूरे रह गए अपनी कहानी में चले आए हैं बचपन को गँवा के नौजवानी में हवाएँ जो बग़ावत पर उतर आई हैं आख़िर में किसी तूफ़ान की दस्तक... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 2 30 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read शेर : तुझे कुछ याद भी है क्या मिरा उस रात में आना तुझे कुछ याद भी है क्या मिरा उस रात में आना छतों से कूदकर के फिर भरी बरसात में आना कई मंज़र बने ख़ंजर चुभे मेरी निगाहों में मुझे मिलने... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 1 43 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल : तुमको लगता है तुम्हारी ज़िंदगी पुर-नूर है तुमको लगता है तुम्हारी ज़िंदगी पुर-नूर है देखो तुम इक बार फिर से रौशनी कुछ दूर है साथ में घर बार लेकर चल रही हैं औरतें सोचते हो तुम ये... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 34 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल : इन आँधियों के गाँव में तूफ़ान कौन है इन आँधियों के गाँव में तूफ़ान कौन है तू देख तो ये कौन है पहचान कौन है ये किसके द्वार पे खड़ा ज़िंदा दरख़्त है इन पत्थरों के शहर में... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 1 35 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल : रोज़ी रोटी जैसी ये बकवास होगी बाद में रोज़ी रोटी जैसी ये बकवास होगी बाद में मैं अभी तो मौन में हूँ इष्ट जी की याद में इसलिए अफ़सर ने मिलने से मना है कर दिया गड्डियाँ कम... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 34 Share Nakul Kumar 12 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल : पेट में दाना नहीं पेट में दाना नहीं उपवास लेकर क्या करें मर चुके प्यासे परिंदे प्यास लेकर क्या करें सार्वभौमिक सत्य है ये मृत्यु का आना है तय मछलियाँ बगुलों से फिर विश्वास... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 1 43 Share पंकज परिंदा 11 Nov 2024 · 1 min read नफ़रतें बेहिसाब आने दो। नफ़रतें बेहिसाब आने दो। एक बोतल शराब आने दो। कब तलक यूँ ख़फा रहोगे अब, ख़त में रक्खे गुलाब आने दो। ख़त्म कर दो न कश्मकश मेरी, वक़्त बे-वक़्त ख़्वाब... Hindi · ग़ज़ल 34 Share Harinarayan Tanha 11 Nov 2024 · 1 min read दिल हमारा गुनहगार नही है दिल हमारा गुनहगार नही है ऐसा कोई पहली बार नही है हर बार यही सोचता हूं आखरी है मगर ये भी आखरी बार नही है तुझे रास्ता बदलना है तो... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 36 Share पंकज परिंदा 10 Nov 2024 · 1 min read थक चुका हूँ बहुत अब.., संभालो न माँ, थक चुका हूँ बहुत अब...., संभालो न माँ, अपने आंचल में मुझको.., छुपा लो न माँ। मुद्दतों हो गईं........., जागते......., जागते, अब तो गोदी में अपनी..., सुला लो न माँ।... Hindi · ग़ज़ल 45 Share पंकज परिंदा 10 Nov 2024 · 1 min read अगर तू दर्द सबका जान लेगा। अगर तू दर्द सबका जान लेगा। ख़ुदा तेरी रज़ा पहचान लेगा। मिलेंगी ठोकरें बस राह में तब, बुजुर्गों का नहीं विज्ञान लेगा। हक़ीकत को बना ले ढाल अपनी, वही होगा... Hindi · ग़ज़ल 40 Share पंकज परिंदा 10 Nov 2024 · 1 min read ग़म हमें सब भुलाने पड़े। ग़म हमें सब भुलाने पड़े। ख़ुद पे' ही जुल्म ढाने पड़े। इस ज़माने के डर से हमें, ज़ख़्म अपने छुपाने पड़े। चंद सिक्को में वो बिक गये, घर में जिनके... Hindi · ग़ज़ल 31 Share Nitu Sah 10 Nov 2024 · 1 min read सलीके से हवा बहती अगर सलीके से हवा बहती अगर मेरे होके वो जो रहती अगर॥ समुन्दर को भी ठुकरा देता मैं जो मुझसे दोस्ती करती अगर॥ जहां सांसो को थोड़ा सुकुन हो कोई कश्ती... Hindi · ग़ज़ल 2 1 37 Share Page 1 Next