Posts Tag: कविता 58k posts List Grid Previous Page 4 Next SURYA PRAKASH SHARMA 31 May 2024 · 1 min read तुमसे रूठने का सवाल ही नहीं है ... तुमसे रूठने का सवाल ही नहीं है , बस साथ तुम्हारे रहकर खुश रहना चाहता हूँ । हैं नदी तुम्हारी प्यारी प्यारी सी ये दो आँखें मैं इन नदियों में... Poetry Writing Challenge-3 · Love · कविता · कविता गीत शायरी गजल · प्रेम कविता · शायरी हिंदी 2 11 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read सियासी वक़्त ज़रूरत पर मुख़ालिफ़ों से भी याराना लगता है, ये जहां अब सियासतदारों का घराना लगता है। गुजर गया वो वक़्त जब सियासत में मोहब्बत थी, अब तो मोहब्बत में सियासत... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Best Poetry · Politics · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 2 17 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read देवियाँ यहाँ देवियाँ पूजी जाती हैं, प्रभु के नाम से पहले उनकी अर्द्धांगिनियाँ पुकारी जाती हैं, मिलती हैं यहाँ सरस्वती कई और लक्ष्मी कई उपले पाथते हुए, चूल्हे में जीवन झोंकते... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · कविता · मुक्तक 2 20 Share पूनम कुमारी (आगाज ए दिल) 31 May 2024 · 1 min read अर्धांगनी पहचान ही न पाये कि मैं तुम्हारी जीवन संगीनी हूँ, तुम्हारी अर्धांगिनी हूँ, कभी महसूस ही नही किया कि तुम्हारे अस्तित की पूरक हूँ, बस महसूस किया महज एक औरत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 19 Share पूनम कुमारी (आगाज ए दिल) 31 May 2024 · 1 min read बेटी एक एक पल जो गुजरा वो भारी था दामन में, मेरा होकर भी पृथक हो रहा था मेरे अस्तित्व से, और मेरे अहसास उसके टूटन के साथ जङ हो बिखर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share Harinarayan Tanha 30 May 2024 · 1 min read प्रेम के बाजार में खबर छपी है अखबार में रेडियो और टीवी समाचार में प्रेम बिकने लगा है बाजार में आफलाइन भी आनलाईन भी मोल भाव भी होता है अगर आपके पास देने को... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 17 Share Harinarayan Tanha 30 May 2024 · 1 min read मैं मज़ाक नही कर रहा हूं तेरे एक मज़ाक ने मेरे तमाम एहसासों को मजाक बना दिया था तू तो मज़ाक कर रही थी हां तू सही थी क्योंकि तू मजाक ही कर रही थी अब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 17 Share नवीन जोशी 'नवल' 30 May 2024 · 1 min read मन मयूर मायूस क्यों है दिल मेरे, अब जाग तू, बुझा ले निज अश्रु से यह आग तू। सफलता चूमेगी, तेरी चरण रज, जंग है यह जिंदगी, मत भाग तू।। देख मरघट,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 20 Share bharat gehlot 30 May 2024 · 1 min read - कैसी व्यभिचारीता और कैसी आसक्ति - - कैसी व्यभिचारीता और कैसी आसक्ति - बचपन छीना जवानी छीनी छीनी रवानी की वो सौगात, दिया नही मुझको कभी भी अपनत्व का एहसास, पारिवारिक जिम्मेदारियों में मुझको ऐसा उलझा... Hindi · कविता 2 17 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 30 May 2024 · 1 min read दिव्य अंगार कौन जिम्मेदार है? समाज की व्यथा का। रग -रग दुखाती दुखान्त कथा का। विद्रूपता, विद्रोह बन गए हैं अंग। सिमटी है जीवन की उल्लासित तरंग। हर मोड़ हर डगर पर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 4 29 Share bharat gehlot 30 May 2024 · 1 min read - तुझे देखा तो में तेरा हो गया - - तुझे देखा तो में तेरा हो गया - तुझमें ही में खो गया, खुद से ही बेगाना हो गया, जानते है आज दुनिया में, मुझे तेरे आशिक के नाम... Hindi · कविता 1 13 Share Ruchika Rai 30 May 2024 · 1 min read आदमी ये देखो क्या से क्या हो रहा, संस्कार अपने सारे खो रहा, दिखावे की होड़ में गुम हो, बोझ गलतियों की ढो रहा। आपस में बेवज़ह की रार है, दिमाग... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 15 Share नवीन जोशी 'नवल' 30 May 2024 · 1 min read बता देना। फिर घटाएं घट गईं तो बता देना। सर्द रातें कट गईं तो बता देना ।। आज तो मासूमियत है चेहरे पर, मुश्किलें यदि छंट गई तो बता देना।। दूरियां थी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल 1 20 Share Manisha Manjari 30 May 2024 · 1 min read ठोकरें आज भी मुझे खुद ढूंढ लेती हैं ठोकरें आज भी मुझे खुद ढूंढ लेती हैं, दौड़ने से पहले हीं, चलने की हिम्मत तोड़ देती है। जो साँसें एक पल का सुकून, सरायों में लेती है, तबाही आँधियों... Hindi · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता · मनीषा मंजरी 2 20 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 30 May 2024 · 1 min read थोड़ा-सा मुस्कुरा दो हर दर्द, हर ग़म हर फिक्र को भुला के थोड़ा-सा मुस्कुरा दो, और... ज़िंदगी अपनी खुशियों से भर लो। Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 18 Share पूनम कुमारी (आगाज ए दिल) 30 May 2024 · 1 min read गुज़ारिश है तुमसे गुज़ारिश है तुमसे..... फूलों, ये कोपलें जैसे खिलते खिलकर तुम ऐसे आना। वीराना ये दिल पड़ा है, बिन आहट वसंत होके तुम आना। सुबह की ओस बनके ठहर जाये स्मृति... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 10 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read धूप धूप तू क्यों इतनी पड़ी है, लोगों की जान आफत में खड़ी है। आज कल सूर्य देव की मेहरबानी बड़ी है, तभी तो लोगों को पेड़ लगाने कि याद आई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 13 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read गुलाब इतना मनमोहक है रूप तुम्हारा, भगवान की बनाई इस दुनिया, को लगता है प्यारा। क्या बयां करें तुम्हारी सुन्दरता, इसके आगे तो सारा जहान है हारा। कहां से लाते हो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 20 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read मेरा अरमान आज बड़ा होने पर एक अरमान बाकी है, जिंदगी की बनानी अभी एक पहचान बाकी है। नहीं जीना चाहती मै इस झूठी, दुनिया में झूठी पहचान बनाकर। अभी तो दुनिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 17 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read मंजिलें पास अगर मंजिल हो तो, रास्ता अपने आप मिल जाता है। हौसला देख हमारा खुदा भी, मददगार बन जाता है। यदि दिल में हो तम्मना मंजिल पाने की, तो नदियां... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 20 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read ग़म खुशी आती है चली जाती है, लेकिन ग़म एक ऐसा है , जो कभी नहीं जाता है। छोड़ जाते हैं सब साथ हमारा, अंत में ग़म ही देता है सहारा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read दिल तो करता है दिल तो करता है राधा रानी, कि तुम मेरे घर आओ। तुम्हे जी भर के देखूं मैं, कि बस देखती जाऊ। पलक न झपकू , छोड़ के न जाऊं। दरस... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 13 Share नूरफातिमा खातून नूरी 30 May 2024 · 1 min read वो नाकामी के हजार बहाने गिनाते रहे वो नाकामी के हजार बहाने गिनाते रहे हम जूतों में पांव के छाले छुपाते रहे ऐसे भुल्लकड़ हैं मोबाइल में खो गए और घंटों मोटर का पानी गिराते रहे कामयाबी... Hindi · कविता 1 20 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read मां वो तब से हमें महसूस करती है जब खुद का भी अहसास नहीं था वो तब से हमारा पेट भरती है जब भूख का भी आभास नहीं था वो तब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मां का अनोखा प्यार · मां का संघर्ष · मां का समर्पण · मुक्तक 2 1 21 Share पूनम कुमारी (आगाज ए दिल) 30 May 2024 · 1 min read पंख अन्तर्मन के ज़ख्म कुरेद कर बार बार वक्त वक्त पर सहलाता है, मजबूरी पर मेरी हँस कर मरहम वो लगाता है,, जैसे पत्थर दिल हैं हम इंसां नही हालात पर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read नववर्ष का नव उल्लास धवल हिमशिखरों पर फिर दिनकर ने प्रात जगाया है नव रश्मि से आलोकित हो एक नया सवेरा आया है कलिकाओं के मुंदे नयन हैं पर पुष्प आज इतराया है तुहिन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · चलो मनाएं नया साल · नववर्ष · नववर्षहिंदीकविता · मुक्तक 1 19 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read अछूत कब हुआ होगा पहली बार ऐसा जब अछूत कहलाया,स्त्री का स्त्रीत्व वही स्त्रीत्व जिससे जन्मता है पुरूष भी… फिर क्यों नहीं अछूत हुआ वो पुरूष भी जो जन्मा है उसी... Poetry Writing Challenge-3 · अनुभूत · कविता · सामाजिक कुरीति · सामाजिक विसंगतियां · स्त्री विमर्श 1 17 Share Sumangal Singh Sikarwar 30 May 2024 · 1 min read लो फिर बसंत आया है मन पुलकित, है तन पुलकित पुलकित है जग सारा | है वन पुलकित उपवन पुलकित पुलकित है नभ सारा | मस्तिष्क की डालियां कहने लगीं फिर .. लो फिर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 14 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read बीतते साल परत दर परत बिछती रही साल दर साल जिंदगी की जमीं पर उस जमीं को देखे अरसे बीत गए कभी हटाई भी परतें तो धूल से हुआ सामना साल बीतता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · नए साल पर कविता · मुक्तक · समय · समय का पहिया 17 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read धूल-मिट्टी पत्तों पर जमी धूल,चिपटी है उनसे जैसे चिपटा है विकास मानव सभ्यता से.. टूट-टूटकर मिट्टी बदल गयी है धूल में, ये वही मिट्टी है जो बांध लिया करती थी सबको... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · पर्यावरण · प्रकृति की छाव में · मुक्तक · हमारी प्रकृति हमारा जीवन 17 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read पसीने वाली गाड़ी घर जाने की जल्दी, ढलती शाम के साथ ढलती शाम और बढ़ता चार्ज… लेकिन यह भी तो सच है कि टैक्सी का ईंधन महँगा है बहुत तभी निगाह गयी…. सड़क... Poetry Writing Challenge-3 · *पथ संघर्ष* · कविता · मजदूर · मुक्तक · मेहनत 18 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read बसंत अब न ठिठुरो,फैला लो बाहें जागो, प्रकृति अपनी बर्फ की चादर समेट फैला रही है नई ऊष्मा और प्रकाश, जागकर देखो चारों ओर, नई सुबह नए रंग,नई उमंग, पीत प्रकाश... Poetry Writing Challenge-3 · *प्राकृतिक संगीत* · Nature Love · Nature Quotes · कविता · बसंत ऋतु 2 15 Share Sumangal Singh Sikarwar 30 May 2024 · 1 min read बेटी हर दर्द को सहती है खुश फिर भी वो रहती है बेटी क्या है लड़की क्या है खुद को खुद से कहती है | बेटी जन्मती एक घर में पनपती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · गीत · गीतिका 1 17 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read सच की माया आज मैं हूँ उलझन में अपनों से अनबन में जो कभी सोचा नहीं वो घट रहा है जीवन में झूठ और फरेब ही क्या आज बहुमूल्य है मेहनत के पानी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · जिंदगी का सच · मुक्तक · सच · सामाजिक विसंगतियां 1 18 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read रास्तों के पत्थर कितनी दूर निकल आए हम चलते चलते मंजिलें कुछ नई हैं ,रास्ते भी एक दिन था जब देखा करते थे राहें तुम्हारी आज तुम ही बन गए हो राहें मेरी... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poems Of Love · Romantic Poetry · कविता · प्रेम कविता · मुक्तक 1 18 Share Saraswati Bajpai 30 May 2024 · 1 min read रिश्ता बनाम प्रेम जीवन के 44 बसंत पार कर अब समझ पाई हूँ मैं, रिश्तों में प्रेम ढूंढ़ना भूल ही थी मेरी । प्रेम तो सहज भाव है । ये तो निराधार है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 20 Share Mangilal 713 30 May 2024 · 1 min read खूबसूरती हो कपड़ो में खूबसूरती या सूरत में नहीं फर्क पड़ता कोई इससे किसी को ना हो जब तक खूबसूरती सीरत में दिखना हो खूबसूरत अगर कभी तूझे तो सूरत से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कोटेशन · खूबसूरती · खूबसूरती की तहकीकात 3 1 19 Share Kalamkash 30 May 2024 · 1 min read तज़्किरे महक रही हैं ये सबायें, खिल उठे है गुंचे फिर, मचल रहा है फिर चमन, मचल रही हैं इशरतें, बहार बन के आयी हैं निशात ज़िन्दगी में फिर, है लगता... Hindi · Hindi Urdu · Nazm · Urdu Poetry · कविता · लेख 19 Share Awadhesh Singh 30 May 2024 · 1 min read नज़्म - चांद हथेली में नज़्म - चांद हथेली में *************** चांद यूं आसमां पर तन्हा अकेला है चांदनी यूं जमी पर तन्हा अकेली है... फिजा में खुद को खुद से खोजता हूं ये अनबूझी... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poems Of Love · Love · Love Poem · Love Poetry · कविता 1 18 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 30 May 2024 · 1 min read अंधी पीसें कुत्ते खायें। सरकार हमारी बड़ी महान योजनाओं पर करती काम। बड़ी-बड़ी वह योजना लाती पूरे देश है में उसे फैलाती। भूखों की भूख मिटाने हेतु दाल और अनाज बंटवाती। गरीब कल्याण की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 21 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 30 May 2024 · 1 min read नशा किस बात का है। है मनुष्य कर ले नशा मगर पर बता नशा किस बात का है। शराब का है या सवाब का है धन दौलत और मान का है या अपनी झूठी शान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 19 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 30 May 2024 · 1 min read " हय गए बचुआ फेल "-हास्य रचना दिन रिजल्ट कौ आय गय, कैसे पावौं झेल। परसेंटेज की का कहौं, हय गए बचुआ फेल ।। दादी मुँह ऐँठे फिरैं, अम्मा कसैँ नकेल। ददुआ गारी दै रहे, भउजी रहीँ... Hindi · कविता 4 3 30 Share Awadhesh Singh 30 May 2024 · 1 min read वैनिटी बैग वैनिटी बैग ************ आज पहलीबारी तुमसे छुपा फुरसत में खोल ही लिया तुम्हारे हाथ में यह जो रहता है यदि देखा जाए तो वह मेरे हाथ की जगह है काश... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poems Of Love · Love Lines · Love Poem · Love Poetry · कविता 1 14 Share Harinarayan Tanha 30 May 2024 · 1 min read उसने विडियो काल किया था मुझे उस एक रिश्ते के अनायास ही टुटने के बाद जो उसके और मेरे दरमिया था आज लगभग दस बरस बाद उसने विडियो काल किया था मुझे अब भी नही बदली... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 21 Share ABHA PANDEY 30 May 2024 · 1 min read *नारी हूं मैं* *नारी हूं मैं* नारी हूं मैं क्या नहीं कर सकती... उलझे हुए मन को, पढ़ सकती हूं मैं। उजड़े घरोंदे सहेज सकती हूं मैं। बिखर बिखर कर खुद को, समेट... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 13 Share ABHA PANDEY 30 May 2024 · 1 min read *शब्द हैं समर्थ* यह शब्दों का मेला है, हर शब्द यहां अलबेला है। शब्द चाहे कैसे भी हों, पीड़ा हर सकें तो अर्थ है, राह दिखाएं तो अर्थ है, वरना सब व्यर्थ है।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 16 Share Sumangal Singh Sikarwar 30 May 2024 · 1 min read न जाने किसकी कमी है फूलों से महकते बाग फिर भी सूनी जमी है न जानें किसकी कमी है , न जानें किसकी कमी है | चहकते हैं पक्षी यहां कोयल भी कूकती है न... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 20 Share पूनम कुमारी (आगाज ए दिल) 30 May 2024 · 1 min read ऐ मेरी जिंदगी ऐ मेरी ज़िंदगी तुम मुझसे करीब से मोहब्बत करती रही, और मैं जाने कहाँ मुद्दत से तुम्हें तलाशती रही, ऐ प्यारी जिन्दगी मेरी, मेरे मन के आवारापन में तू मुझे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 19 Share उमा झा 30 May 2024 · 1 min read 30 वाॅ राज्य 30 वाॅ राज्य सब मोदी की ही करते जय जयकार, किन्तु मैं दूं धन्यवाद विपक्षी तुम्हार । तुम सब मिलकर ही कीचड़ बनाया, देश के सोए जनता को झकझोर जगाया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 22 Share $úDhÁ MãÚ₹Yá 30 May 2024 · 1 min read हमनें थोड़ी सी गलती क्या की.................... हमने थोड़ी सी गलती क्या की, लोगों ने पुरा इल्ज़ाम मुझ पे ही डाल दिया। वो लोग देते रहे अपनी अपनी सफ़ाई, हम खड़े होके सुनते रहे और मुस्कुराते रहे।।... Hindi · Sad · कविता · दूखी कविता 1 13 Share Previous Page 4 Next