Posts Tag: कविता 58k posts List Grid Previous Page 2 Next Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "कुछ खास हुआ" बीते दिनों से कुछ ख़ास हुआ है, तेरा नाम मेरे लिए अब आम हुआ है, कुछ ऐसा एजाज़ हुआ तेरा मेरे ख़्वाबों में आने का सिलसिला अब ख़त्म हुआ है,... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 9 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 2 min read "तुम्हारे नाम" आज बहुत दिनों बाद एक नज़्म लिखी है, नज़्म में सिर्फ़ तेरी ही बात लिखी है, वो हमारी पहली मुलाक़ात की दास्तां लिखी है, ट्रैन का मेरा सफ़र और फिऱ... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 11 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "आँखरी ख़त" एक ख़त लिखा था उसने जो मैं पढ़ ना पाया, जज़्बात लिखें थे उसने जिनको मैं समझ ना पाया, कहने को तो कागज़ का टुकड़ा था वो जिसे मैं खोल... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Poertywritingchallange · कविता 9 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "यादों की कैद से आज़ाद" मैं आज़ाद हो गया, बस्ता था जिसकी निगाहों में कभी, उसकी निगाहों से मैं आज़ाद हो गया, कैद में था उसकी झूठी सी मोहब्बत में कभी, मैं उसकी झूठी सी... Poetry Writing Challenge-3 · Khud Ki Kahani · Poertywritingchallange · कविता 9 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read मां की ममता मां की ममता बड़ी निराली, बच्चों की हर वक्त करती रखवाली। बस्ते अपनी संतान में प्राण इसके, आंखों से न ओझल होने देती बच्चों को अपने। बच्चों को एक मुस्कान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 11 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "तुम्हारी यादें" फ़िर से आज तुम्हारी याद आई, देखा एक टूटे हुए दिल को उसको देख अपने बहते हुए अश्कों की याद आई, दर्द भरे उन लम्हों की याद आई, वो जागती... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poertywritingchallange · कविता 10 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "पुराने दिन" उन पुराने दिनों में ज़िन्दगी बेफिक्र थी, दोस्तों का साथ था, यारों की महफ़िल थी, चेहरे पे झूठी नहीं सच्ची मुस्कुराहट थी, क्यूंकि झूठी मुस्कुराहट लिए घूमें ऐसी कोई वजह... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 11 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "एक ख्वाब" एक ख्वाब टुटा था उसका भी उस शाम, चीखा था बहुत ज़ोर से और अश्क़ बहे थे आँखों से उसके भी उस शाम, सबको लगा अरे एक लड़का हैं बस... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी 10 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read गिरगिट भगवान ने तो केवल जानवर, बनाया था गिरगिट नाम का । जो जैसी जगह बैठता था वैसा , ही रंग बदल लेता था अपनी खाल का। पर भगवान न जानता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "कुछ तो गुन गुना रही हो" मन ही मन कुछ तो गुन-गुना रही हो, क्या कोई ख़ास नज़्म लिखी है, जो पहाड़ों में बैठ ये अस्मां में फैले बादलों को सुना रही हो, मौसम पहाड़ो का... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · Poetry Poetrycommunity · कविता 8 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए, हर बात मयस्सर होती कहां जमाने में । जरूरत आएगी तो हो जाएंगे रुखसत ; क्यों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read निस्वार्थ प्रेम राधा रानी अरे! कान्हा सुनो, निस्वार्थ प्रेम किया है मैंने तुमसे, चाहे तो आजमाकर देखलो। बातें करता है जमाना , कि राधा रानी ने कृष्ण को अनपा प्रेमी माना। लेकिन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read संघर्षों के राहों में हम संघर्षों के राहों में हम नदियों को भी मोडेगे, आंधियों में जलकर गुरूर हवा का तोड़ेंगे | एक बार जो ठान लिया मंजिल अपना मान लिया, आंखों में तूफ़ान लिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 11 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read उसको उसके घर उतारूंगा उसको उसके घर उतारूंगा मैं अकेला ही घर जाऊंगा उसको उसके घर उतारूंगा मैं अकेला ही घर जाऊंगा, अगर वो नहीं मिला मुझको तो मैं कौन सा मर जाऊंगा |... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 6 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है । जब से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 7 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read अपना भी नहीं बनाया उसने अपना भी नहीं बनाया उसने अपना भी नहीं बनाया उसने और किसी और का होने भी नहीं दिया । बात भी नहीं की उसने मुझसे और रात भर उसने सोने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read एक उड़ती चिड़िया बोली एक उड़ती चिड़िया बोली एक उड़ती चिड़िया बोली तू क्यों नहीं उठ सकता है अंतर्मन में झांक जरा तू क्या कर सकता है एक अकेला जुगनू भी अंधकार हर सकता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 12 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read चिंगारी चिंगारी भूख बेवजह नहीं भटकाती मंदिर ,काबा,मस्जिद हर जगह हैं तलाशती । रात के सुर्ख़ अंधेरों में ये भूख कई गुना बढ़ जाती, क्या क्या गुनाह हो जाते हैं चार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 12 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read हर एक मन्जर पे नजर रखते है.. हर एक मन्जर पे नजर रखते है.. हम हर खंजर की खबर रखते हैं..! इतने गम है मगर अपनो का ध्यान, रखा नही जाता, फिर भी रखते है!! है वाकिफ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 7 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read समाज समाज पानी सा तैरता जीवन धपाक छपाक फिर निशब्दता निशब्दता से उपजता कोलाहल कोलाहल में सन्नाटा सन्नाटों से उपजता शोर शोर से हो जाता भयावह माहौल माहौल को और गंभीर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 9 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read कचोट कचोट अधूरापन भीतर तक कचोट रहा हैं सिर्फ़ मैं ही मैं हूँ, तुम ना जाने कब छूट गए , एक ऐसा ज़ख़्म दे गए जिसकी कोई थाह ही नहीं हैं,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 9 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read सावन सावन उफ़ ये बारिश, रोता आसमाँ, सिसकती धरती, बिजली कड़की, बीवी भड़की, संगदिल बेरहम, वो मजनू हुआ, कहाँ है उसका टीला वो कहाँ ही गया, मौसम बेरहम घर में ना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read रेत पर मकान बना ही नही रेत पर मकान बना ही नही वो शक्स मेरा बना ही नही । उस मुकदमा को जीतते कैसे, हमारे साथ कोई गवा ही नही ।। अलग रास्ते से गुजर के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read नज्म नज्म कतरा कतरा के वो कतरा गए कतरा कतरा के वो कतरा गए हुई क्या ख़ता ये बता गये, मोहब्बत में कहीं कुछ कमी रह गई मोहब्बत में कही कुछ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा मोहब्बत को रास्ते में छोड़ना पड़ा ऐसी नाव पर सवार हो गए थे हम बीच रास्ते नाब को मोड़ना पड़ा !! जिन किनारों की थी मंजिल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 7 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read चले हैं छोटे बच्चे अंधकार को दूर हटाने चले हैं छोटे बच्चे अंधेरो में जलते बुझते चले हैं छोटे बच्चे…. खुद ही खुद की राह बनाने चले हैं छोटे बच्चे …. मात-पिता का नाम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read हर दिन सावन हर दिन सावन जब कभी थक जाती हूँ , हर तरफ़ से लाचार हो जाती हूँ जब सब शून्य लगने लगे सारी संवेदनाएँ ख़त्म होने लगे , तब तुम्हारी और... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read हिंदी हिंदी हिंदी सुन के मन बहुत प्रफुल्लित होता । हिंदी दिल हैं हिंदुस्तान का, संस्कृत, पाली , प्राकृत, अपभ्रंश के बाद हैं हिंदी आइ । इसको ऐसे ना गवाओं भाई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं….. वही रास्ते हमें रास्तों में छोड़ जाते हैं, कई मजबूरीयों के किस्से सुनाते हैं और कदमों के निशान छोड़ जाते हैं कभी जिंदगी के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read व्यथा व्यथा इल्ज़ामों की बोरी थका मन, बोझिल आँखें एक प्रेम भरा शब्द सुनने को तरसते कान, समय की तपिश से झुलसी आत्मा कटु वचन,अधूरा सत्य क्या यही नियति है हमारी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 12 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read दरख़्त दरख़्त दिल आज भी उसी ताबीर में बैठा है जुस्तजू ए इश्क़ में अभी फ़ना होना है वो मुँडेरों के काग भी कहीं खो गए वो धूमिल सी शामें भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 2 min read & I lost my UPSc ka admit card तुम्हारे विरह को किन शब्दों में लिखूं मैं, तुम्हारे बिना भी ज़िंदा हूं ये कैसे कहूं मैं! चलो, फिर भी एक छोटी सी कोशिश करती हूं सटीक तो नहीं शायद,... Poetry Writing Challenge-3 · Life Quotes · Motivational · Upsc · कविता · मुक्तक 1 7 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read ता-उम्र गुजरेगी मिरी उनके इंतज़ार में क्या? ता-उम्र गुजरेगी मिरी उनके इंतज़ार में क्या? केवल दर्द हीं नसीब होता है प्यार में क्या? थक गए हैं हम, अपना हाल-ए-दिल बताते बताते, उनके बग़ैर हयात बियाबां में क्या,... Poetry Writing Challenge-3 · Life Quotes · कविता · ग़ज़ल · मोहब्बत इश्क़ Love Poetry 1 12 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read क्रोध क्रोध एक - दो मिनट का , बखेड़ा खड़ा हो गया, पूरी जिंदगी का। क्रोध में रहा न निरंतर स्वंय पर, क्रोध इतना भी न पालो की, खुद के लिए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 8 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read आगमन एकाकी से जब जर्जर हो गया था जीवन, और अवसाद से लबालब भर गया था ये मन दूर तलक भी न थी जब आहट किसी की, तब उस निर्जर मन... Poetry Writing Challenge-3 · Love Poem · Love Poetry · Trending · कविता 1 6 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read भयावह होता है अकेला होना भयावह होता है अकेला होना और उससे भी अधिक भयावह भीड़ में रहकर अकेला होना । शुरुआत में दम घोंटू सा लगता है ये अकेलापन और कई बार जिंदगी को... Poetry Writing Challenge-3 · Life Quotes · Trending · कविता · मुक्तक 11 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read दिल लगाकर उससे, हम कौन हैं, ये हमीं भूल गए, दिल लगाकर उससे, हम कौन हैं, ये हमीं भूल गए, उसकी हंसी की ख़ातिर हम अपनी खुशी भूल गए। दुनिया बना ली थी हमने उसे अपनी, भ्रम जो टूटा, तो... Poetry Writing Challenge-3 · Life Quotes · Love Poetry · Nazm · Trending · कविता 10 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read सरस्वती वंदना नमस्तुभ्यं वीणावादिनी, पुस्तकधारिणी, मां तू धवलवर्णा, तू सर्वसौभाग्यप्रदायिनी। पद्मासिनी तू देवी, सद्गुण वैभव शालिनी, तू चंद्रवदनी, तू अज्ञान तिमिर नाशिनी। देवो सदा वन्दिता, देवी तू शुभकारिणी, मां त्वां अभयदायिनी, बुद्धि... Poetry Writing Challenge-3 · Devotional Poem · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 13 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read सिर्फ़ मेरे लिए बने थे तो छोड़कर जाना क्यूं था, सिर्फ़ मेरे लिए बने थे तो छोड़कर जाना क्यूं था, क़रीब थे मेरे फिर दूर होने का बहाना क्यूं था? दूरियों के वक़्त को साल में भी गिनूं तो बहुत... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poems Of Love · Life Quotes · Trending · कविता · मोहब्बत इश्क़ Love Poetry 7 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read बुरे नहीं है हम बुरे नहीं है हम बस हमें सबको अपनी बात सही से समझाना नहीं आता दोहरे नकाब लगाकर रिश्तें निभाना नहीं आता नहीं आता है हमें मुस्कुरा कर किसी को ज़हर... Poetry Writing Challenge-3 · Life Quotes · Trending · कविता · मुक्तक 8 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read ऐ ढ़लती हुई शाम, ऐ ढ़लती हुई शाम, ज़रा दो पल को ठहर जाओ कि अब भी किसी का इंतजार बाक़ी है, मत दिखाओ मुझे ख़ूबसूरत सुबह का ख्वाब कि लाख अंधेरा ही सही... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poetry · Trending · कविता · मुक्तक 7 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read इश्क़ हो जाऊं इश्क़ हो जाऊं, प्यार हो जाऊं, मैं अकेली तेरी हक़दार हो जाऊं। लिपटी रहूं मैं तुझसे हर हमेशा, इत्र हो जाऊं या गुबार हो जाऊं। भूल जाऊं दुनियां के सारे... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poems Of Love · Love · Love Poem · Nazm · कविता 8 Share नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read आशा दुख सुख आते जाते रहते, किंतु निराशा ठीक नहीं है। कर्म पंथ पर अडिग चले जो, जीवन जीता सुखद वही है।। देखो तरुवर के जीवन में, एक समय पतझड़ छाता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 13 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read भूल सकू तो भुला दूं भूल सकू तो भुला दूं सबसे पहले अतीत को जला दू भूल सकू तो भुला दूं एक नए जीवन को शुरुवात दू एक दुआ मांगू ईश्वर से की सारे गम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read शिकायत नही किसी से शिकायत नही किसी से खुद से ही शिकायत हैं अपने लहजे से शिकायत है अपने संस्कारों से शिकायत है शिकायत है मेरे भोलेपन से जो मैं आज के समाज से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 14 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read वसंत बहार आई आई बसंत बहार लहलहाते खेत खलिहान पीले फूल सरसों के खेतों में बाली झूमें खुशियों की बान हज़ार।। आई आई बसंत बाहर लाहलाते खेत खलिहान। बजते बीना पाणि के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 13 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read संस्कृति संस्कार उमंग उत्साह मधुर व्यवहार जीवन मूल्य उपहार आचरण संस्कृति साकार।। कंर्ण धार है नई सोच युवा पीढ़ी का आवाहन शंखनाद मर्यादा युग चेतना का चमत्कार ।। नित्य निरंतर साधना आराधना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share Karuna Goswami 31 May 2024 · 1 min read यह तापमान क्यों इतना है यह तापमान क्यों इतना है क्यों सूरज है गुस्साया सा कुछ तो भूल हुई हमसे जो इतना है गरमाया सा और काट लो सारे वृक्ष और बना लो वन को... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 14 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read इच्छा और परीक्षा इच्छा परीक्षा परिणाम जीवन संघर्ष संग्राम शत्र शात्र प्रेरणा प्रेरक अविरल अविराम।। थकना हारना नही करना नही विश्राम जीवन पथ उद्देश्यों की विजय उत्साह।। सम्पूर्ण व्यक्ति व्यक्तित्व समाज राष्ट्र अस्ति... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read समंदर समंदर की हंसी लहरे जिंदगी की हिलोरे कभी खुशियों की तोहफा तुंफ़ा विजय का वज्म लाती समंदर के रखवाले जांबाज वतन के लाडले प्यारे छहु ओर जोखिम साये चीरते लड़ते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 9 Share Previous Page 2 Next