Posts Tag: कविता 58k posts List Grid Lalita Kashyap 2 Jun 2024 · 1 min read नये विचार विधा त्रेता दण्डक मापनी- 12-12-12-12-12-12-12-12-12-12-12-12-12-1 विषय-नये विचार नए विचार से लिखो चलो पसार के, नवीन पंख खोल के भरो उड़ान। सुभाग कल्पना रहे नहीं रुके कभी, नदी प्रवाह धार सी... Hindi · कविता 4 Share Sudhir srivastava 2 Jun 2024 · 1 min read पुनर्जन्म का नव संबंध ऐसा भी हो सकता है बिल्कुल हो सकता है और यकीनन होता ही है। हमें खुद इसका अहसास भी होता है जीवन का कोई भी पहर हो जाति, धर्म, उम्र... Hindi · कविता 2 7 Share Dushyant Kumar 2 Jun 2024 · 1 min read *नर से कम नहीं है नारी* नर से कम नहीं है नारी, भविष्य की है ये तैयारी । नर अगर है देव तो, देवी का स्वरूप है नारी। दोनों से ही घर रिश्ते नाते, गूंजे बच्चों... Hindi · कविता 2 8 Share Sudhir srivastava 2 Jun 2024 · 1 min read भाई की गरिमा न गिराइए चलिए एक और दिवस मनाते हैं भाई दिवस की औपचारिकता निभाते हैं, वैसे भी औपचारिकता निभाने में हमें पहले से ही महारत हासिल हैं। आज भाई का मतलब भी बदलता... Hindi · कविता 1 7 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 2 Jun 2024 · 1 min read पनघट #विषय - पनघट पनघट पर सखियाँ खड़ी। लिए मटकी हाथ।। राह तक रही सहेलियाँ। कर रही बतियाँ साथ।। पानी भरने मै भी चली। मटकी माथे लिए साथ।। पानी भरकर गप्पे... Hindi · कविता 9 Share Surinder blackpen 2 Jun 2024 · 1 min read दिल टूटने के बाद दिल टूटने के बाद ,सोचते हैं क्या हुआ। हर ग़म ख्वार का लहज़ा है बदला हुआ। इतनी वफ़ा से वो , बेवफाई निभा गया हम सोचते रह गये , किस्सा... Hindi · कविता 8 Share Dr Meenu Poonia 2 Jun 2024 · 1 min read "रूढ़िवादिता की सोच" "रूढ़िवादिता की सोच" पैर पसारती रूढ़िवादिता का समाज में आज भी तमाशा दिखे क्यों निराला है नवयुवक और पढ़े लिखे भी नही अछूते रूढ़िवादिता से ऊपर एकाध ही विरला है,... Hindi · कविता 1 7 Share Atul "Krishn" 2 Jun 2024 · 1 min read पता ना था के दीवान पे दर्ज़ - जज़बातों के नाम भी होते हैं पलट कर जब पूछा जो उन्होंने क्या लिखते हो ? मुक्तक या छंद कविता या गज़ल हैरान रह गए हम ऐसे पेंचो-ख़म और सितमज़रीफ़ी से सवाल पर पता ना था... Hindi · कविता · ग़ज़ल 1 9 Share Shubham Anand Manmeet 2 Jun 2024 · 1 min read मन की गाँठें मैं शब्दों का हूँ सौदागर, भावों को तौल रहा हूँ। आज लहू से मन की गाँठें, धीरे से खोल रहा हूँ।। छंद-अलंकारों की भाषा, न करूँ मंचों की आशा। तन... Hindi · कविता 1 12 Share bharat gehlot 1 Jun 2024 · 1 min read -मस्तानी हवाएं - - मस्तानी हवाएं - चंचल कोमल शौक अदाए, बहती धारा, ठंडी बहारे, सुर्ख चेहरा मदमस्त निगाहे, घायल करती चाल तुम्हारी, कमर तेरी कटार की धार, कर देती मुझको घायल यार,... Hindi · कविता 10 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 1 Jun 2024 · 2 min read #भूली बिसरी यादे #भूली बिसरी यादे अंदर मेरे वो लहरें उठती, सीना फोड कलेजा चिरती। कुछ तीखी कुछ मीठी, बिते दिनों की ये यादे।। नाना नानी मामा मामी के यहां छुट्टियों में रवानी।... Hindi · कविता 11 Share Suryakant Dwivedi 1 Jun 2024 · 1 min read जंजालों की जिंदगी जंजालों की जिंदगी जंजालों की है जिंदगी जरूरतें बड़ी-बड़ी मैंने खुद सजाया इनको पल-पल घड़ी-घड़ी बच्चे मांगे एक रुपैया मैं थमाता दस बस इतनी सी बात रही सांझ ढले बेबस... Hindi · कविता 11 Share Suryakant Dwivedi 1 Jun 2024 · 1 min read शब्द रोज शब्द आत्महत्या करते हैं और रोज जिंदगी पाते हैं उम्मीद ही तो है जो तेरे-मेरे दरम्यान है... साँस है...! उम्मीद है चलेगी..? भोर होगी रात होगी तारे चमकेंगे ये... Hindi · कविता 9 Share Saraswati Bajpai 1 Jun 2024 · 1 min read श्वेत पद्मासीना माँ शारदे श्वेत पद्मासीना माँ शारदे वीणा के स्वर आज फिर से संवार दे । जागृति हो मन की सब दिशा हो प्रकाशित जय भारती के गान से ये विश्व हो सुवासित... Hindi · कविता 12 Share Manisha Manjari 1 Jun 2024 · 1 min read ये शिकवे भी तो, मुक़द्दर वाले हीं कर पाते हैं, ये शिकवे भी तो, मुक़द्दर वाले हीं कर पाते हैं, बेचैनियों को शब्द, कहाँ अब भाते हैं। ये कोरे अश्क जो, मन को हल्का कर जाते हैं, पलकें पलों में,... Hindi · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता · मनीषा मंजरी 12 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 1 Jun 2024 · 1 min read "शिक्षक" शिक्षक, जों दिन-रात फ़िक्र करता है, अपने विद्यार्थियों की, मात्र अच्छे अंकों से उत्तीर्ण ही ना हो उसका विद्यार्थी, साथ ही वह चाहता है उसका विद्यार्थी तैयार हो, भविष्य की... Hindi · कविता 12 Share Pratibha Pandey 1 Jun 2024 · 1 min read मेरे भी दिवाने है #दिनांक:-1/6/2024 #शीर्षक:-मेरे भी दिवाने है एक खूबसूरत फोटो देखी मैंने, जा बैठा एसी पेड़ पर चढ़कर, दिन -दिन सूरज और गुस्साए जा रहा, जेठ बैठ गया है जैसे अडकर ।... Hindi · कविता 16 Share VINOD CHAUHAN 1 Jun 2024 · 1 min read कलम और रोशनाई की यादें तख्तियों पर शब्द उकेरे हैं हमने रोशनाई से बहुत लिखा है हमने मन लगाकर रोशनाई से मगर अब ना वो तख्ती है ना ही रोशनाई है गर्व होता था सबको... Hindi · V9द चौहान · कविता 1 19 Share Suryakant Dwivedi 1 Jun 2024 · 1 min read आलोचना के द्वार आलोचना के द्वार आलोचनाओं के द्वार पर हम सब खड़े कद सभी के बौने मगर हम बड़े-बड़े हर लहर की साँसें प्यासी हर उम्र हाँफती रही सोचते रहे हम सारे... Hindi · कविता 14 Share Surinder blackpen 1 Jun 2024 · 1 min read आदत से मजबूर आदत से मजबूर हैं हम। लेकिन तेरे मशकूर है हम हर पल तूने है साथ दिया तुझ को अपना मान लिया। ये सारी खुशियां, सारे ग़म तेरे संग ही जियेगें... Hindi · कविता 13 Share Awadhesh Singh 1 Jun 2024 · 1 min read सुर्खियों का एडिक्ट सुर्खियों का एडिक्ट *************** अखवार पढ़ना सरल है लेकिन बहुत कठिन है अखवार के कालम में खुद का छपा नाम देखना उससे भी ज्यादा दुश्वार है खुद को अखवार की... Hindi · Election2024 · कविता 1 12 Share bharat gehlot 1 Jun 2024 · 1 min read - नायाब इश्क - - नायाब इश्क - मेने तुझे अपना माना, अपना बनाने की रखी थी मन में चाह, दिल से तुझे ही चाहा मेने, धडकनों में मेरी बसाया तुम्हे, सांसों की तरह... Hindi · कविता 1 12 Share bharat gehlot 1 Jun 2024 · 1 min read - तुम्हारे मेरे प्रेम की पंक्तियां - तुम्हारे मेरे प्रेम की पंक्तियां - तुम हो मेरी जान , तुम ही मेरा जहां (संसार), तुमसे ही जिन्दगी है शुरू, तुम से ही हो जाए अवसान, तेरा मेरा प्यार... Hindi · कविता 1 11 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 1 Jun 2024 · 2 min read ऊटपटाँग इक्की दुक्की कुण्डलिया दोहा और कवित्त इक्के दुक्के होंसले परस्त करते जीत सही कहा है किसी ने हम आहा ! के नहीं आह के पुजारी हैं पहले भी लिखते थे... Hindi · कविता 9 Share Acharya Rama Nand Mandal 1 Jun 2024 · 1 min read मैथिली मैथिली। -आचार्य रामानंद मंडल। मैथिली लोकभाषा के। देवभाषा न बनैयौ। मैथिली लोकभाषा के। संस्कृतनिष्ठभाषा न बनैयौ। मैथिली लोकभाषा के। शास्त्रीयभाषा न बनैयौ। मैथिली लोकभाषा के। लोकमुख से न छिनियौ। मैथिली... Maithili · कविता 12 Share singh kunwar sarvendra vikram 1 Jun 2024 · 1 min read चली लोमड़ी मुंडन तकने....! साठ साल की बड़ी लोमड़ी अंगारों पर चढ़ी लोमड़ी राजकुलों का मुण्डन तकने मचल पड़ी नकचढ़ी लोमड़ी औकातों से ऊँचे सपने देख रही सरचढ़ी लोमड़ी पहले लोगों को फुसलाया फिर... Hindi · Hindi Poetry · Poetry By Kunwar Sarvendra · कविता · कुंवर सर्वेंद्र की कविताएं · लोमड़ी Fox 38 Share Shutisha Rajput 1 Jun 2024 · 1 min read मतदान मतदान करना सोच समझ कर, मत देना वोट पैसे लेकर। जो इन्सान बिक गया, वह अपना स्वाभिमान भी हार गया। चन पैसों के खतीर खुद से न गदारी करो, अपना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 12 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read यमुना मैया है वर्तमान में भी जीवित , कान्हा की याद निराली। यमुना मैया भी है उनकी पत्नी मतवाली, जो करती है आज भी ब्रज की रखवाली। हो पवित्र जाए किए हों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 13 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "अकेलापन" "मैंने अकेलापन चुना नहीं स्वीकार किया है" कोई मज़ाक ना बनाएं मेरी अधूरी मोहब्बत का, या किसी मुलाक़ात में कोई ज़िक्र ना करदे तुम्हारा, कोई पूछ ना ले मुझसे कहाँ... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 10 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read राम राम जी अब छोड़ी हमने अंग्रेजी, राम राम हम र्टेंगे जी। जब होगी सुबह तो ,मुख से जय श्री राम बोलेंगे। राम के नाम के साथ ही मुख को खोलेंगे राम का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 11 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "मेरी कहानी" “मेरी कहानी” कभी फुर्सत से सुनाऊँगा तुम्हें कहानी अपनी इन्हीं पहाड़ो में बैठ कर कहीं, अभी कुछ पन्ने अधूरे रह गए है उन्हें लिखने दो। "लोहित टम्टा" Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 13 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read “मैं फ़िर से फ़ौजी कहलाऊँगा” है इश्क़ मुझे वर्दी की चमक से, निडर चले थे जो कभी कदम मेरे उन क़दमो की धमक से, साहस भरे उन पलों से, मुस्तैद तैनात उन रातों से, देश... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 12 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read सूर्य देव सूर्य देव जी क्यों अबकी बार , मुंह फुलाकर बैठे हो, मांफ करदो हमें, क्योंकि पेड़ हमने ही काटे हैं। ये गलती न करेगे दोबारा , पेड़ लगाएंगे हम हर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 9 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "तुम और ख्वाब" “तुम हक़ीक़त हो ख़्वाब हो या लिखी हुई कोई ख़ुबसूरत नज़्म” बादल भी जहाँ पहाड़ों को छू कर चलते है, उन पहाड़ों में ही कहीं आशियाँ है मेरा, बस यहीं... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 11 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "मैं आज़ाद हो गया" मैं आज़ाद हो गया, बस्ता था जिसकी निगाहों में कभी, उसकी निगाहों से मैं आज़ाद हो गया, कैद में था उसकी झूठी सी मोहब्बत में कभी, मैं उसकी झूठी सी... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 12 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 2 min read "तब तुम क्या करती" सुनो मेरे कुछ सवाल है, जवाब नहीं चाहता हूँ तुमसे, हो सके तो बस ख़ुद को जवाब दे देना, मैं अगर तुम्हारे जैसा करता तब तुम क्या करती? मैं तुम्हारे... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 10 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "तुम्हारी याद आई" फ़िर से आज तुम्हारी याद आई, देखा एक टूटे हुए दिल को उसको देख अपने बहते हुए अश्कों की याद आई, दर्द भरे उन लम्हों की याद आई, वो जागती... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 12 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "अकेडमी वाला इश्क़" मूझे वो अकेडमी वाला इश्क़ फ़िर से करना हैं, व्हाट्स ऐप, इंस्टाग्राम और फेसबुक में नहीं, खतों में इज़हार ए इश्क़ करना है, पुरे हफ्ते के रगड़े के बाद मूझे... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 12 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "मेरा जिक्र" कभी मेरा ज़िक्र छिड़े, तो कह देना एक मतलबी सा लड़का था, जो बेमतलब मुझसे इश्क़ करता था, ज़िस्म की चाह नहीं थी उसे बस मेरी रूह पे वो मरता... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 14 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "मैं तुम्हारा रहा" इश्क़ हमारा अमर कर के अपनी कविताओं में, मैं तुम्हारा रहा, खो ना जाओ तुम दुनिया की भीड़ कहीं, तुम्हारी यादों को धागे में पिरो के मैं तुम्हारा रहा, मुझे... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 12 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "शोर है" ज़ुबाँ ख़ामोश है, पर अल्फाज़ों में शोर है, तोहमतें बेशुमार है, फ़िर भी दिल पाक सार है, तर्क ए ताल्लुक तो बस बहाना है, आंखिर में छोड़ के ही जाना... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 9 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read बच्चे मन के सच्चे हम बच्चे मन के सच्चे हैं, झूठ कपट से अभी डरते हैं। न करना बड़ा हमें, भूल न जाए हम मासूमियत। छोटे रखना भगवान जी , ताकि करते रहे हम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "एक सैर पर चलते है" चलो एक सैर पर चलते है, यादों की किताब को फ़िर से खोलते है, उन बच्पन के दोस्तों के साथ एक महफ़िल जमाते है, उस महफ़िल में स्कूल के किस्सों... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 10 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "मेरा दोस्त" एक यार था मेरा, भोली आँखों वाला, चंचल सा बड़ा मतवाला, दिल में उसके बस प्यार भरा, सूरत से मासूम भोला-भाला, जब-जब होता मैं परेशां वो सब समझ जाता, आके... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 9 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 2 min read "शौर्य" मेरा भी घर था, मेरा भी परिवार था, मेरी भी एक मोहब्बत थी जिससे मुझे बेइंतहा प्यार था, मेरी भी एक दास्ताँ थी, शुरू हुई जवानी थी, पहाड़ों की वादियों... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता 8 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read " दोस्त दोस्ती और पल" स्कूल की यादों को किताबों में छुपा के रखना, जब भी खुलेंगी तो हाँसी और आँसू दोनों देंगीं। ये वो यादें है जो सुकूँ के साथ बीती बारिश सी बरस... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता 9 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "दोस्त और मुश्किल वक़्त" क्या गम है जो तुझे खा रहा है, क्यों तेरी आँखे आज नम है, जो है सैलाब तेरे दिल में आ कह दे फ़िर मुझसे, सिर्फ़ तेरा यार नहीं तेरा... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता 10 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read तमन्ना है तमन्ना दिल में मेरे , जब मौत आए तो मेरी मांग, में सिन्दूर रहे। है ख्वाइश मेरे दिल की ये , बिछड़ना न मौत के बिना हो, जब आए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 7 Share नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read जीवन जीवन में आगे बढ़ने को, सतत प्रयत्न मनुज करता है। किंतु अप्राप्य सुखों को पाने, जीते जी ही नित मरता है।। असंख्य मन मष्तिक में पाले, सपनों में खोया भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 12 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "कुछ खास हुआ" बीते दिनों से कुछ ख़ास हुआ है, तेरा नाम मेरे लिए अब आम हुआ है, कुछ ऐसा एजाज़ हुआ तेरा मेरे ख़्वाबों में आने का सिलसिला अब ख़त्म हुआ है,... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 9 Share Page 1 Next