Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jul 2020 · 1 min read

Success Mantra-3

5) Instead of putting others in their place, try putting yourself in their place.दूसरों को उनकी जगह पर रखने की बजाय खुद को उनकी जगह पर रखने की कोशिश करें।

6) No one is a failure who can truly say, ” I have done my best.” कोई भी विफल नहीं है जो वास्तव में कह सके , “मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।”

Language: Hindi
2 Likes · 295 Views

You may also like these posts

" सितम "
Dr. Kishan tandon kranti
वादों की तरह
वादों की तरह
हिमांशु Kulshrestha
जिस चीज में दिल ना लगे,
जिस चीज में दिल ना लगे,
Sunil Maheshwari
एक दीवाना ऐसा भी
एक दीवाना ऐसा भी
Minal Aggarwal
मन का उदगार
मन का उदगार
RAMESH Kumar
अहं के ताज़ को ……………
अहं के ताज़ को ……………
sushil sarna
एक उदासी
एक उदासी
Shweta Soni
मेरी गोद में सो जाओ
मेरी गोद में सो जाओ
Buddha Prakash
मुझे वो सब दिखाई देता है ,
मुझे वो सब दिखाई देता है ,
Manoj Mahato
मैंने उस नद्दी की किस्मत में समंदर लिख दिया
मैंने उस नद्दी की किस्मत में समंदर लिख दिया
Nazir Nazar
****गणेश पधारे****
****गणेश पधारे****
Kavita Chouhan
हास्य - रायते का चक्कर
हास्य - रायते का चक्कर
Sudhir srivastava
युवा संवाद
युवा संवाद
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
" बादल या नैना बरसे "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
चैलेंज
चैलेंज
Pakhi Jain
रामू
रामू
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
*26 फरवरी 1943 का वैवाहिक निमंत्रण-पत्र: कन्या पक्ष :चंदौसी/
*26 फरवरी 1943 का वैवाहिक निमंत्रण-पत्र: कन्या पक्ष :चंदौसी/
Ravi Prakash
एक विज्ञापन में दिखाए गए
एक विज्ञापन में दिखाए गए "तानसेन" के अलाप को सुन कर लगता है
*प्रणय*
सुनो जरा कविता कुछ कहती है
सुनो जरा कविता कुछ कहती है
श्रीकृष्ण शुक्ल
शायरी
शायरी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
धूम्रपान ना कर
धूम्रपान ना कर
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
औरत
औरत
Madhuri mahakash
ईद
ईद
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
शिकायत
शिकायत
Ruchika Rai
दुखवा हजारो
दुखवा हजारो
आकाश महेशपुरी
सपनों की खिड़की
सपनों की खिड़की
महेश चन्द्र त्रिपाठी
"कब होगा मां सबेरा"
राकेश चौरसिया
स्वयं से परीक्षा
स्वयं से परीक्षा
Saurabh Agarwal
शांति दूत हमेशा हर जगह होते हैं
शांति दूत हमेशा हर जगह होते हैं
Sonam Puneet Dubey
3132.*पूर्णिका*
3132.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...