Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Aug 2024 · 1 min read

Sometimes you have alot going inside you but you cannot expr

Sometimes you have alot going inside you but you cannot express it.
There are many untold stories that make you feel heavy.
Sometimes you feel dissappointed in life not only in people.
You feel like you can’t let it out because it’s too complicated to be understood by anyone.

I hope this phase ends soon cause it’s hardest when you have a lot to say and you stay silent.

70 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कौन‌ है, राह गलत उनको चलाता क्यों है।
कौन‌ है, राह गलत उनको चलाता क्यों है।
सत्य कुमार प्रेमी
वो भी एक समय था जब...
वो भी एक समय था जब...
Ajit Kumar "Karn"
बात शक्सियत की
बात शक्सियत की
Mahender Singh
स्वप्न
स्वप्न
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वो मेरे बिन बताए सब सुन लेती
वो मेरे बिन बताए सब सुन लेती
Keshav kishor Kumar
#प्रेम_वियोग_एकस्वप्न
#प्रेम_वियोग_एकस्वप्न
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
New Love
New Love
Vedha Singh
4859.*पूर्णिका*
4859.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आदमी और मच्छर
आदमी और मच्छर
Kanchan Khanna
कभी कभी हम हैरान परेशान नहीं होते हैं बल्कि
कभी कभी हम हैरान परेशान नहीं होते हैं बल्कि
Sonam Puneet Dubey
चैन अमन
चैन अमन
भगवती पारीक 'मनु'
खुद के अरमान ,
खुद के अरमान ,
Buddha Prakash
"किन्नर"
Dr. Kishan tandon kranti
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
शेखर सिंह
बारिश
बारिश
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
जय माँ ब्रह्मचारिणी
जय माँ ब्रह्मचारिणी
©️ दामिनी नारायण सिंह
"एक नज़्म तुम्हारे नाम"
Lohit Tamta
जिंदगी मिली है तो जी लेते हैं
जिंदगी मिली है तो जी लेते हैं
पूर्वार्थ
आपके
आपके "लाइक्स"
*प्रणय*
“उलझे हुये फेसबूक”
“उलझे हुये फेसबूक”
DrLakshman Jha Parimal
मेरे ख्वाब ।
मेरे ख्वाब ।
Sonit Parjapati
क्या यही है हिन्दी-ग़ज़ल? *रमेशराज
क्या यही है हिन्दी-ग़ज़ल? *रमेशराज
कवि रमेशराज
साँसें थम सी जाती है
साँसें थम सी जाती है
Chitra Bisht
हर एक राज को राज ही रख के आ गए.....
हर एक राज को राज ही रख के आ गए.....
कवि दीपक बवेजा
सृजन
सृजन
Rekha Drolia
One-sided love
One-sided love
Bidyadhar Mantry
விடிந்தும்
விடிந்தும்
Otteri Selvakumar
मुझे ढूंढते ढूंढते थक गई है तन्हाइयां मेरी,
मुझे ढूंढते ढूंढते थक गई है तन्हाइयां मेरी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रिश्ते
रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
सीख का बीज
सीख का बीज
Sangeeta Beniwal
Loading...