Shayari by Muhammad Asif Ali
आबरू औरत की हो इतनी तो सदा
मर्द हो जाए फ़िदा देखकर उसकी अदा
बज़्म हो तो ग़ालिब ही लिख देते हैं उस पर शेर
अब आसिफ़ को भी मिल जाए लिखने की वजह
आबरू औरत की हो इतनी तो सदा
मर्द हो जाए फ़िदा देखकर उसकी अदा
बज़्म हो तो ग़ालिब ही लिख देते हैं उस पर शेर
अब आसिफ़ को भी मिल जाए लिखने की वजह