Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2023 · 1 min read

Safar me dhup to hogi

Safar me dhup to hogi
Jo chal sako to chalo…

Sabhi hai bhid me
Tum bhi nikal sako to chalo….

Kisi k vaaste raahe kaha badalti hai
Tum apne aap ko khud hi badal sako to chalo….

Yaha kisi ko koi rasta nahi deta
Mujhe gira k agar tum sambhal sako to chalo…

Kahi nahi koi Suraj
Dhuaan dhuaan hai faza
Khud apne aap se baahr nikal sako to chalo….

Yahi hai zindagi

Kuch khwaab chand ummide
Inhi khilono se tum bhi bahal sako to chalo…

2 Likes · 1 Comment · 373 Views

You may also like these posts

सुख मेरा..!
सुख मेरा..!
Hanuman Ramawat
*प्रेम कविताएं*
*प्रेम कविताएं*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
यही रात अंतिम यही रात भारी।
यही रात अंतिम यही रात भारी।
Kumar Kalhans
लिफाफा देखकर पढ़ते
लिफाफा देखकर पढ़ते
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
कौन है सच्चा और कौन है झूठा,
कौन है सच्चा और कौन है झूठा,
ओनिका सेतिया 'अनु '
"बच सकें तो"
Dr. Kishan tandon kranti
कभी कभी ज़िंदगी में जैसे आप देखना चाहते आप इंसान को वैसे हीं
कभी कभी ज़िंदगी में जैसे आप देखना चाहते आप इंसान को वैसे हीं
पूर्वार्थ
परमात्मा
परमात्मा
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
दिल में एहसास
दिल में एहसास
Dr fauzia Naseem shad
बढ़े चलो तुम हिम्मत करके, मत देना तुम पथ को छोड़ l
बढ़े चलो तुम हिम्मत करके, मत देना तुम पथ को छोड़ l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
विकास या खच्चीकरण
विकास या खच्चीकरण
Mukund Patil
उस रिश्ते की उम्र लंबी होती है,
उस रिश्ते की उम्र लंबी होती है,
शेखर सिंह
प्रेम में राग हो तो
प्रेम में राग हो तो
हिमांशु Kulshrestha
गोमूत्र उपज बढ़ाने का सूत्र
गोमूत्र उपज बढ़ाने का सूत्र
Anil Kumar Mishra
It always seems impossible until It's done
It always seems impossible until It's done
Naresh Kumar Jangir
“दोगलों की बस्ती”
“दोगलों की बस्ती”
ओसमणी साहू 'ओश'
- उड़ान बाकी है -
- उड़ान बाकी है -
bharat gehlot
उड़ने लगी गगन में।( काव्य गीत)
उड़ने लगी गगन में।( काव्य गीत)
Priya princess panwar
*मनमौजी (बाल कविता)*
*मनमौजी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
सकुनी ने ताउम्र, छल , कपट और षड़यंत्र रचा
सकुनी ने ताउम्र, छल , कपट और षड़यंत्र रचा
Sonam Puneet Dubey
हास्यगीत - करियक्की
हास्यगीत - करियक्की
सिद्धार्थ गोरखपुरी
3015.*पूर्णिका*
3015.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तेरी हर शिकायत भी मुझसे ही है,
तेरी हर शिकायत भी मुझसे ही है,
श्याम सांवरा
चलो गगरिया भरने पनघट, ओ बाबू,
चलो गगरिया भरने पनघट, ओ बाबू,
पंकज परिंदा
जून की दोपहर
जून की दोपहर
Kanchan Khanna
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
दोहे- उड़ान
दोहे- उड़ान
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अपनी बुरी आदतों पर विजय पाने की खुशी किसी युद्ध में विजय पान
अपनी बुरी आदतों पर विजय पाने की खुशी किसी युद्ध में विजय पान
Paras Nath Jha
जीवन भर यह पाप करूँगा
जीवन भर यह पाप करूँगा
Sanjay Narayan
वो
वो
Sanjay ' शून्य'
Loading...