Rose
फलक से पलक तक सजा के रखी ये गुलाब फूल , काटो के बीच पनपी यह गुलाब यू चमक रही है ,तोड़ ले जाएगा कोई अजनबी मेरे गुलाब को , तरसता रह जायेगा यह मुसाफिर मुरझाई पंखुड़ियो की तरह , तन्हा हो जाएगा फिर से ये , फिर से यह मुंतशिर हो जाएगा गुलाब का फूल ।।
फलक से पलक तक सजा के रखी ये गुलाब फूल , काटो के बीच पनपी यह गुलाब यू चमक रही है ,तोड़ ले जाएगा कोई अजनबी मेरे गुलाब को , तरसता रह जायेगा यह मुसाफिर मुरझाई पंखुड़ियो की तरह , तन्हा हो जाएगा फिर से ये , फिर से यह मुंतशिर हो जाएगा गुलाब का फूल ।।