डॉ0 रामबली मिश्र के काव्य पर तीन पीएच0 डी0 हुई।
बचपन के मुस्कुराते जिद्दी चेहरे
तुझे देंगे धरती मां बलिदान अपना
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
भीम आयेंगे आयेंगे भीम आयेंगे
कड़वा सच
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
दुनिया में कुछ भी बदलने के लिए हमें Magic की जरूरत नहीं है,
ये दिलकश नज़ारा बदल न जाए कहीं
वक्त निकल जाने के बाद.....
कम आंकते हैं तो क्या आंकने दो
दोहा-प्रहार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कभी वैरागी ज़हन, हर पड़ाव से विरक्त किया करती है।