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20 May 2024 · 1 min read

Ramal musaddas saalim

Ramal musaddas saalim
faa’ilaatun faa’ilaatun faa’ilaatun
2122 2122 2122
वादों की रस्सी में तनाव आ गया है
चर्चे मंदिर के हैं चुनाव आ गया है
#
आजकल होने लगी है बस गलतियां
चहरा ज्यादा कुछ खिचाव आ गया है
#
जूझती रोगी उफ नदी पांच सालों
अब की बारिश कैसा बहाव आ गया है
#
वे उठाने राजी होंगे आज परचम
अब इरादों इनके बदलाव आ गया है
#
बोलेगा कोई तो उठेगी लहर भी
क्यों समुंदर रस्ते कटाव आ गया है
#
खेलना आता कयामत तक हमी से
देख मूँछों में वही ताव आ गया है
#
रास्ता मुड कर था देखा आपने कब
मोड़ पर नाजुक झुकाव आ गया है
#
अब हुकूमत की हमें बस लग चुकी लत
सच लगे हम बेचने भाव आ गया है
#
खुश रहा लादेन अपने पैर चल के
बस पुतिन के मिलते ठहराव आ गया है
#
सुशील यादव
न्यू आदर्श नगर दुर्ग (छ.ग.)
susyadav7@gmail.com

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