Zo Zo Sandeep Yadav 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Zo Zo Sandeep Yadav 10 Sep 2018 · 1 min read शायरी के खुदा मीर ने रूलाया हमें कभी किस्मत तो कभी तक़दीर ने रूलाया हमें यूँ रातों रात उसकी इक तस्वीर ने रूलाया हमें॥ वो नादानी वो बचपन वो बस पल भर की उलझन फिर से न... Hindi · मुक्तक 366 Share Zo Zo Sandeep Yadav 10 Sep 2018 · 1 min read जब से आकर शहर में रहता हूँ जब से आकर शहर में रहता हूँ, इक अजीब से सफर में रहता हूँ॥ खुल के हँसना व रोना भी मना है क्यूंकि मै किराये के घर में रहता हूँ॥... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 377 Share Zo Zo Sandeep Yadav 15 Mar 2018 · 1 min read दाग लगाया जा रहा है दाग लगाया जा रहा है ताज जैसी इमारत में, क्यूँकि राम राज चल रहा है मेरे भारत में, करना है तो कुछ करों शाहजहाँ की तरह जिसने इतिहास बना दिया... Hindi · मुक्तक 1 389 Share Zo Zo Sandeep Yadav 15 Mar 2018 · 1 min read सच है कि तेरे शहर में मकान बहुत हैं सच है कि तेरे शहर में मकान बहुत हैं, बुनियाद इनकी है नई नादान बहुत हैं। अब मुझे तन्हाइयों से न कोई शिकवा आने वाले घर मेरे मेहमान बहुत हैं।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 379 Share Zo Zo Sandeep Yadav 15 Mar 2018 · 1 min read लुटी हुई तिजोरी पे ताला नहीं लगाते इस दिल की सुखन अब सुनायेगा कोई, नीड़ से पंक्षियों को अब उड़ायेगा कोई। जान जाये न मेरी अहमियत ये दुनिया, अपनी शुर्खियों को अब छुपायेगा कोई॥ देखकर कोई कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 416 Share Zo Zo Sandeep Yadav 15 Mar 2018 · 1 min read परिधान मतलब का बुनने लगे दर्द हमने न दिल का सुनाया उन्हें दर्द उनको मिला खुद समझने लगे। एक दिन फिर मिले तन्हा-तन्हा दिखे देखकर हमको वो भी सिसकने लगे॥ उनसे ताल्लुक तो कोई नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 189 Share Zo Zo Sandeep Yadav 15 Mar 2018 · 1 min read करो तुम कर्म ऐसा कि खुद अवसर द्वार आ जाये दरस को चाँद मिलने को स्वयं श्रृंगार आ जाये, तरलता देख दुश्मन के भी दिल में प्यार आ जाये, जीवन में किसी अवसर का इन्तेजार मत करना करो तुम कर्म... Hindi · मुक्तक 462 Share Zo Zo Sandeep Yadav 30 Jan 2018 · 1 min read प्रेम गली से उड़ा जो खत मै लाया हूँ..... जाने कहाँ से खोज शराफत मै लाया हूँ, मीरा दिवानी जैसी मोहब्बत मै लाया हूँ, पढ़ने मै जा रहा हूँ जो उसको सम्भालना इक प्रेमगली से उड़ा जो खत मै... Hindi · मुक्तक 232 Share Zo Zo Sandeep Yadav 22 Dec 2017 · 1 min read तबसे शहर भी वीरान है... रिस्ते यहाँ व्यवसाय और ये जिन्दगी दुकान है, कोई यहाँ अपना नहीं सब किराये का मकान है, आना जाना तेरे शहर में अब अच्छा नहीं लगता जबसे छोड़ा शहर तुमने... Hindi · मुक्तक 460 Share Zo Zo Sandeep Yadav 22 Dec 2017 · 1 min read इलाहाबाद तक चले आये.. हम तेरी याद तक चले आये, दिल-ए-बर्बाद तक चले आये, आपने बस प्यार से पुकारा था हम इलाहाबाद तक चले आये|| संदीप यादव (Zo Zo'S) Hindi · मुक्तक 246 Share Zo Zo Sandeep Yadav 4 Mar 2017 · 1 min read हिन्दू और मुस्लिम हैं भाई तुम क्या उन्हें लड़ाओगे जाति और धर्मों का धंधा करके तुम क्या पाओगे, हिन्दू और मुस्लिम हैं भाई तुम क्या उन्हें लड़ाओगे। घूम रहे हो शायद घर में बीबी ने कुछ सुना नही जनता... Hindi · मुक्तक 347 Share Zo Zo Sandeep Yadav 4 Mar 2017 · 1 min read चन्दा का धन्धा ये चन्दा का धन्धा तू कब तक करेगा, मरे को ही जिन्दा तू कब तक करेगा। ये नफरत का कांटा पिघल जायेगा सब ये झूठे का वादा निकल जायेगा सब।... Hindi · कविता 405 Share Zo Zo Sandeep Yadav 4 Mar 2017 · 1 min read कबीरा और मीरा सा कोई दिलवाला बन जाये कबीरा और मीरा सा कोई दिलवाला बन जाये, कोई अशफाक और आजाद सा रखवाला बन जाये। मजारों मन्दिरों में दान तो अब सब चढ़ाते हैं गरीबी झुग्गियों का तो कोई... Hindi · मुक्तक 271 Share Zo Zo Sandeep Yadav 4 Mar 2017 · 1 min read हमारे बीच नफरत की खड़ी दीवार ढ़ह जाये हमारे बीच नफरत की खड़ी दीवार ढ़ह जाये, खड़ी नफरत करे उसका तो ये घर वार ढ़ह जाये। चुनावों में जो जाति धर्म का मुद्दा उठाते हैं कि उन मुद्दों... Hindi · मुक्तक 1 427 Share Zo Zo Sandeep Yadav 14 Feb 2017 · 1 min read पावन प्रेम ... प्रेम पाकीजा सा इस रिस्ते को सुनो बदनाम कभी मत करना, प्रीत की जीत जैसी उलझन में खुद को गुमनाम कभी मत करना। चंद ख्वाबो के लिए हारो न अपने... Hindi · मुक्तक 254 Share Zo Zo Sandeep Yadav 30 Jan 2017 · 1 min read इस तिरंगे को आजाद से प्यार है.... ?????????? हिन्द का प्यारा बेटा वो सरदार है, गाथा गाता तो उसकी ये संसार है। मर मिटा पर तिरंगा ना झुकने दिया, इस तिरंगे को आजाद से प्यार है ।।... Hindi · मुक्तक 468 Share Zo Zo Sandeep Yadav 30 Jan 2017 · 1 min read चले जाते हो.... मुझसे नजरें मिलाकर चले जाते हो, दिल ये मेरा चुराकर चले जाते हो।। कहना चाहूँ अगर कुछ भी सुनते नही, हाथ अपना छुड़ाकर चले जाते हो।। बात दिल की दबी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 293 Share Zo Zo Sandeep Yadav 22 Jan 2017 · 1 min read जन-गण-मन अमर ये गान रहे ___ जन-गण-मन अमर ये गान रहे-2 यह भारत देश महान रहे ।। सरहद पर मर मिटने वाला स्वर्णिम हर एक जवान रहे।। हिमालय पर फहराए तिरंगा-2 भले कीमत इसकी जान रहे।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 246 Share Zo Zo Sandeep Yadav 22 Jan 2017 · 1 min read दिवाना मै तेरा दिवाना ???????? जानेंजाना मेरी जानेंजाना दिवाना मै तेरा दिवाना। रातभर याद में यूँ रुलाती थी तुम प्यार करता था मै और सताती थी तुम आँसु गिरते हैं आँखों से मेरे सनम... Hindi · गीत 733 Share Zo Zo Sandeep Yadav 21 Jan 2017 · 1 min read अखबार रोता है... वतन के काम ना आये वो तन बेकार होता है, जो धन भूखे को रोटी ना दे खरपतवार होता है। जवां बेटा मरा है जबभी भारत माँ की रक्षा में... Hindi · मुक्तक 310 Share