विजय कुमार सिंह Tag: कुण्डलिया 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विजय कुमार सिंह 9 Feb 2017 · 1 min read स्वच्छ मन मन के बंधन खोलिये, जगत लीजिये जीत I नहीं किसी से बैर हो, रखिये सबसे प्रीत II रखिये सबसे प्रीत, जगत सुंदर बन जाए I प्रेम का पुष्प खिले, नफरत... Hindi · कुण्डलिया 1 1 249 Share विजय कुमार सिंह 23 Jan 2017 · 1 min read राम की राजनीति राजनीति के राम को, मिला बाण का संग I ऊँची सोच से पहले, दोनों ही थे तंग II दोनों ही थे तंग, बड़े पद की थी चाहत I जनता के... Hindi · कुण्डलिया 331 Share विजय कुमार सिंह 21 Jan 2017 · 1 min read ट्रम्प का शपथ धुन चले स्वदेशी की, थामे मोदी डोर I ट्रम्प का तड़का पाकर, ख़ुशी दिखी हर ओर II ख़ुशी दिखी हर ओर, अमेरिकी झूमे सभी I विरोध के कुछ स्वर, शपथ... Hindi · कुण्डलिया 329 Share विजय कुमार सिंह 19 Jan 2017 · 1 min read नर-नारी नारी नर जब मिल चलें, जीवन वाहन रूप I सब राह मिल पार करें, कठिन हो या कुरूप II कठिन हो या कुरूप, अब राह से क्या डरना I हौसलों... Hindi · कुण्डलिया 1 529 Share विजय कुमार सिंह 18 Jan 2017 · 1 min read साइकिल पिता पुत्र के कोप में, अब आ गया चुनाव I एक एक चक्का पकड़, साइकिल लगे दाँव II साइकिल लगे दाँव, होती मुश्किल सवारी I हवा निकली उसकी, लोग को... Hindi · कुण्डलिया 259 Share