Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jan 2017 · 1 min read

नर-नारी

नारी नर जब मिल चलें, जीवन वाहन रूप I
सब राह मिल पार करें, कठिन हो या कुरूप II
कठिन हो या कुरूप, अब राह से क्या डरना I
हौसलों का जीवन, इक दिन सभी को मरना II
कहें विजय कविराय, जिंदगी होती प्यारी I
जग में नर के साथ, जब मिलकर चलें नारी II

1 Like · 439 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मेरा भूत
मेरा भूत
हिमांशु Kulshrestha
ये वक्त कुछ ठहर सा गया
ये वक्त कुछ ठहर सा गया
Ray's Gupta
An Evening
An Evening
goutam shaw
कर्म कांड से बचते बचाते.
कर्म कांड से बचते बचाते.
Mahender Singh
प्रतिशोध
प्रतिशोध
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मन में पल रहे सुन्दर विचारों को मूर्त्त रुप देने के पश्चात्
मन में पल रहे सुन्दर विचारों को मूर्त्त रुप देने के पश्चात्
Paras Nath Jha
लोकतंत्र
लोकतंत्र
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
💐प्रेम कौतुक-380💐
💐प्रेम कौतुक-380💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मुक्तक-
मुक्तक-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
23/137.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/137.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सपना है आँखों में मगर नीद कही और है
सपना है आँखों में मगर नीद कही और है
Rituraj shivem verma
"पसंद और प्रेम"
पूर्वार्थ
सूर्यदेव
सूर्यदेव
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कहाँ है मुझको किसी से प्यार
कहाँ है मुझको किसी से प्यार
gurudeenverma198
रोशनी का पेड़
रोशनी का पेड़
Kshma Urmila
जो दिल दरिया था उसे पत्थर कर लिया।
जो दिल दरिया था उसे पत्थर कर लिया।
Neelam Sharma
प्रकाश परब
प्रकाश परब
Acharya Rama Nand Mandal
तन्हा तन्हा ही चलना होगा
तन्हा तन्हा ही चलना होगा
AMRESH KUMAR VERMA
*शाश्वत जीवन-सत्य समझ में, बड़ी देर से आया (हिंदी गजल)*
*शाश्वत जीवन-सत्य समझ में, बड़ी देर से आया (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
तन को कष्ट न दीजिए, दाम्पत्य अनमोल।
तन को कष्ट न दीजिए, दाम्पत्य अनमोल।
जगदीश शर्मा सहज
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कितने उल्टे लोग हैं, कितनी उल्टी सोच ।
कितने उल्टे लोग हैं, कितनी उल्टी सोच ।
Arvind trivedi
* गीत कोई *
* गीत कोई *
surenderpal vaidya
तुम मेरा हाल
तुम मेरा हाल
Dr fauzia Naseem shad
चुप्पी
चुप्पी
डी. के. निवातिया
■ कारण कुछ भी हो। भूल सुधार स्वागत योग्य।।
■ कारण कुछ भी हो। भूल सुधार स्वागत योग्य।।
*Author प्रणय प्रभात*
स्त्री:-
स्त्री:-
Vivek Mishra
गायब हुआ तिरंगा
गायब हुआ तिरंगा
आर एस आघात
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Loading...