Vedha Singh Tag: कविता 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read रुपयों लदा पेड़ जो होता , रुपयों लदा पेड़ जो होता , सोचो जीवन कैसा होता। नहीं जेब पे ताला होता , हर कोई पैसे वाला होता न कोई भूखा नंगा होता , जीवन कितना चंगा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 152 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read गाय रोम-रोम में देव बसे है ,गाय हमारी माता है। परम पूज्य पाप हारिणी माँ, सबसे परम् पुनीता है। दूध-दही घी-मक्खन औषधि , सकल रूप गुणकारक है। स्वस्थ प्रदायक , मंगल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 152 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read हरी भरी तुम सब्ज़ी खाओ| हरी भरी तुम सब्ज़ी खाओ| तन-मन को तुम स्वस्थ बनाओ| पालक, मेथी, बथुआ खाओ, काले लंबे बाल बनाओ| गोभी, गाजर, भिंडी खाकर, लंबे लंबे तुम हो जाओ| हरी भरी तुम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 186 Share Vedha Singh 13 Jun 2021 · 1 min read बारिश बारिश की बूंदें गिरी, घिरी घटा घनघोर। बिजली चमकी जोर से, मेघ मचाए शोर।। मेरा मन तो चल पड़ा, खुले गगन की ओर। खेलूँ बूँदों संग मैं, होकर भाव विभोर।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 6 369 Share Vedha Singh 13 Jan 2019 · 1 min read रुपयों का पेड़ रुपयों लदा पेड़ जो होता , सोचो जीवन कैसा होता। नहीं जेब पे ताला होता , हर कोई पैसे वाला होता न कोई भूखा नंगा होता , जीवन कितना चंगा... Hindi · कविता 1 551 Share Vedha Singh 13 Jan 2019 · 1 min read गाय रोम-रोम में देव बसे है , गाय हमारी माता है। परम पूज्य पाप हरिणी माँ, सबसे परम् पुनीता है। दूध-दही घी-मक्खन औषधी , सब पदार्थ गुणकारक है। स्वस्थ प्रदायक ,... Hindi · कविता 295 Share Vedha Singh 13 Jan 2019 · 1 min read कलम तीन अक्षर का शब्द होता है कलम , उलट - फेर कर दो तो खिल जाता है कमल। जब चलती है तेज कलम की धार , उसके सामने झुक जाती... Hindi · कविता 477 Share Vedha Singh 7 Dec 2017 · 1 min read नन्ही परी विधा - पिरामिड मैं एक प्यारी सी नन्ही परी उड़ती चली मस्तानी परी सी हाथ जादू की छड़ी -वेधा सिंह Hindi · कविता 323 Share Vedha Singh 15 Aug 2017 · 1 min read ??मेरा देश ?? आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं आपका दिन मंगलमय हो ?????????????? मेरा देश है अलबेलों का, शहीद वीर जवानों का। यहां उगते हीरे मोती है, हरियाली की ये... Hindi · कविता 318 Share Vedha Singh 10 Aug 2017 · 1 min read पुस्तक ?????? पुस्तक विद्या का विशाल समंदर , बंद करो इसे मस्तक के अंदर। ?????? विद्या की देवी का इसमें वास , सदा रखो इसे अपने पास। दुन्या की हर चीज... Hindi · कविता 1 2 649 Share Vedha Singh 10 Aug 2017 · 1 min read गिल्लू रानी ??????? गिल्लू रानी बड़ी सयानी , करती वो दिनभर मनमानी। उसकी अटखेलियां लुभाती , उछल कूद, फोटो खींचाती। हमें देख फरार हो जाती , जैसे वो हमसे शर्माती। दिनभर काजू... Hindi · कविता · बाल कविता 1 490 Share