श्रीहर्ष आचार्य Language: Hindi 63 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid श्रीहर्ष आचार्य 21 Nov 2024 · 7 min read मैथिली और बंगाली बंगला आमार माँ किन्तु हिन्दी अमार मौसी। संस्कृत आ मैथिली आमार दीदी माँ(नानी) । अमार दीदी माँ र माँ होइत छै संस्कृतो। ----बंगाली स्कॉलर । रवींद्रनाथ टैगोर की काव्यधारा में... Hindi · Article 24 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Nov 2024 · 1 min read विश्व की छवि प्यारी" " ओ,मृदुल सपना सा स्वर्ग का अहसास हो तुम, प्रिये,माथे की आभा और दिल की आवाज हो तुम। तुम्हारे वाणी की मधुरता में,मिथिला की मुस्कान है, तुम्हारी बातों में बसता... Hindi 24 Share श्रीहर्ष आचार्य 7 Nov 2024 · 1 min read यमुना के तीर पर यमुना के तीर पर छठ की छटा, अमृत-ज्योति की ऐसी प्रभा। भोर की बांसुरी गूँज उठी, कुसुम-से जोड़े में प्रीति सजी। जल में अग्नि का यह मिलन, धरती-आकाश का हुआ... Hindi · कविता 30 Share श्रीहर्ष आचार्य 1 Nov 2024 · 1 min read सुनो मैथिल! अब सलहेस कहाँ! सुनो मैथिल! अब सलहेस कहाँ, वीर कथा की वह हुंकार कहाँ? हरियाली में फूलों की गंध नहीं, माटी में अब वो रंग नहीं। जिस धरती पर गूंजते थे, सलहेस के... Hindi · कविता 25 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Oct 2024 · 1 min read श्मशान श्मशान के मौन में झिलमिलाती चिता की लपटें, धुएं की लहरों में विलीन होती एक कहानी, जिसे शायद किसी ने सुना ही नहीं। काली राख की चादर तले दबे हैं... Hindi · कविता 38 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Oct 2024 · 1 min read दीपउत्सव रात के तले तलित में सितारे, धरती पर जले दीपों के सहारे। हर आँगन में उजियारा आया, अंधेरे ने सिर अपना झुकाया। मिट्टी के दीप मुस्काते हैं, जगमगाते, उम्मीदें जगाते... Hindi · कविता 27 Share श्रीहर्ष आचार्य 28 Oct 2024 · 1 min read मेरा गाँव मेरा गाँव, जहाँ प्रेम पाथेय, शब्दों में सुख-सत्कार का श्रेय। दर्पण सा निर्मल मन दिखावे, सादगी का अभिनव धन सजावे। प्रभात में ओस की बूँदें टपकती, ममता की मूरत, मन... Hindi · कविता 37 Share श्रीहर्ष आचार्य 23 Oct 2024 · 1 min read सिमराँवगढ़ को तुम जाती हो, सिमराँवगढ़ को तुम जाती हो, सपनों का आंगन पाती हो, इतिहास की धूल में छिपा, एक राजमहल ढूँढने जाती हो। जहाँ कभी रत्न जड़े थे, अब मौन की चादर ओढ़े... Hindi · कविता 21 Share श्रीहर्ष आचार्य 22 Oct 2024 · 1 min read मगध की ओर कौटिल्य चला वन की ओर, मंत्र, सूत्र और नीति की खोज में, मन में जल रहा ज्ञान का दीपक, धरा पर था राज्य का सपना गहरा। वन के सन्नाटे में... Hindi · कविता 25 Share श्रीहर्ष आचार्य 13 Oct 2024 · 1 min read मैं तो आत्मा हूँ मैं तो आत्मा हूँ, चिर ज्वाला, जो काया के बंधन में बाँध, तूफानों में भी सजग खड़ी, अचल,अडिग,अमर,अविरल। मैं नहीं माटी की प्रतिमा, जो जल जाए दीपक-सी क्षणिक, मैं हूँ... Hindi · कविता 37 Share श्रीहर्ष आचार्य 13 Oct 2024 · 1 min read लौटकर आओगे जब... लौटकर आओगे जब, ड्योढ़ी पर पाओगे मुझे, एकटक ताकते हुए — हवा की सांसे और दीवारों का मौन, सब कहेंगे कुछ न कुछ तुम्हारे बारे में। तुम्हारी प्रतीक्षा में ये... Hindi · कविता 27 Share श्रीहर्ष आचार्य 12 Oct 2024 · 1 min read रातों में अंधेरा है, रातों में अंधेरा है, पर उसमें एक सुकून है, जहां ख़ामोशियाँ कहानियाँ सुनाती हैं, और चाँद गवाह बनकर मुस्कुराते हैं। अंधेरा सिर्फ़ बाहरी नहीं, मन का भी होता है कभी-कभी,... Hindi · कविता 33 Share श्रीहर्ष आचार्य 12 Oct 2024 · 1 min read रावण अब भी जिंदा है रावण हर साल जलता है मगर वो मरता नहीं, कभी किसी सड़क पर कभी किसी चौक पर वो नज़र आता है। हर बार जब कोई मासूम चीख़ उठती है, या... Hindi · कविता 21 Share श्रीहर्ष आचार्य 11 Oct 2024 · 1 min read करुण शहर है मेरा करुण शहर है मेरा, यहाँ हर गली में अनकही कहानी है, चुप्पी की चादर ओढ़े,अम्मा बैढ़ी है हर चेहरे पर ग़म की एक निशानी है। सपनों की किताबें यहाँ बिखरी... Hindi · कविता 2 28 Share श्रीहर्ष आचार्य 10 Oct 2024 · 1 min read दिल है मेरा बिहार में दिल है मेरा बिहार में, जहाँ हवाओं में घुला मिठास, मखाने की अनमोल मिठास लिए, हर गली, हर मोड़ यहाँ खास। सरसों के खेतों में लहराए उम्मीद, गंगा की लहरों... Hindi · कविता 34 Share श्रीहर्ष आचार्य 6 Oct 2024 · 1 min read देवघर मरघट में क्या तुमने फिर मुझे बुलाया, मरघट के सन्नाटे में, प्यारे? मैं आई हूँ सब छोड़-छाड़, तुम्हारे पथ पर बन सहारे। यहीं इसलिए न विलीन हुई, मैं बूँद बनकर संग तुम्हारे,... Hindi · कविता 1 30 Share श्रीहर्ष आचार्य 6 Oct 2024 · 1 min read चाँद के पार जब रात का अंधेरा फैला हो, चाँद की धवल किरणें जगमगाती हों, मैं देखूं उस चाँद को, जिसकी चमक में सारा ब्रह्मांड समाता हो। उस चाँद के पार, एक अद्भुत... Hindi · कविता 24 Share श्रीहर्ष आचार्य 6 Oct 2024 · 1 min read माँ और बाबूजी का दुलार सुबह की किरण संग माँ का दुलार था, मधुरिम स्वरों में जगाता पुकार था। नयन के हर आँसू को पोंछ देती, हृदय में सजा प्रेम का सत्कार था। बाबूजी की... Hindi · कविता 30 Share श्रीहर्ष आचार्य 30 Sep 2024 · 1 min read ना मुझे बिहारी कहना प्यारे, ना मुझे बिहारी कहना प्यारे, नहीं, ये मेरा बिहार नहीं है। कल संस्कार, शिक्षा, ज्ञान बाँटा, आज प्रतिकृति ओझल बनी है। इतिहास सच्चा थोड़ा दिखाते, शीशे से सब क्षेत्र बाँटते।... Hindi 1 1 31 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Sep 2024 · 1 min read प्यारा सितारा चले हैं हम गमों की राहों में, खुशियों की तलाश में हर साज हैं। हर दर्द में छिपी है एक सच्चाई, सपनों की डोर से बंधे हैं हम आज हैं।... Hindi 31 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Sep 2024 · 1 min read सपनों की सच्चाई आज भी मुझे याद आता है, उनके चेहरे की मुस्कान, जो हर सुबह बुनती है , मेरे सपनों का एक जहान। एक विश्वास है, संकल्प की यात्रा का, जो संग... Hindi 35 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Sep 2024 · 1 min read रोये रोये आज दिल रोये रोये रोये आज दिल रोये रोये रोये आज दिल रोये मन उदास सुध-बुध खोये। कल थी हरियाली, खेत हरे-भरे, चिड़ियों की चहक, किसान का सहारे, पायल की छनछन, चूड़ी की... Hindi 28 Share श्रीहर्ष आचार्य 27 Aug 2024 · 1 min read सितामढी़ सीता जन्मी भूमि पर, मिथिला का है मान, पावन धरा की महिमा, कहे सबको ये स्थान। हिमालय की गोद में, खिली सीत की कली, धरती से निकली देवी, बनी राम... Hindi · कविता 61 Share श्रीहर्ष आचार्य 14 Aug 2024 · 2 min read देवघर यानी वैद्यनाथजी देवघर यानी वैद्यनाथजी के हरिलाजोड़ी में एक शिलालेख था। अब गर्त में चला गया। ज्ञानी लोगो ने मार्बल का स्लैब रखकर इसे झांप दिया। पुरातत्व के दृष्टिकोण से यह शिलालेख... Hindi · संस्मरण 50 Share श्रीहर्ष आचार्य 14 Aug 2024 · 3 min read माँ मैथिली आओर विश्वक प्राण मैथिली --- रामइकबाल सिंह 'राकेश' मिथिला प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण प्रान्त है। इमनी लावण्यमयी मजुंल मूर्ति, मधुरिमा से भरी हुई सरस बेला और उन्मादिनी भावनाएँ किसके हृदय को नहीं गुदगुदा देती ? यहाँ के बसन्तकालीन... Hindi · संस्मरण 64 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 May 2024 · 3 min read माँ मैथिली आओर विश्वक प्राण मैथिली --- रामइकबाल सिंह 'राकेश' मिथिला प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण प्रान्त है। इमनी लावण्यमयी मजुंल मूर्ति, मधुरिमा से भरी हुई सरस बेला और उन्मादिनी भावनाएँ किसके हृदय को नहीं गुदगुदा देती ? यहाँ के बसन्तकालीन... Hindi · लेख 73 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 May 2024 · 7 min read मैथिली का प्रभाव असम बंगाल और उड़ीसा विद्यापति और ब्रजबुलि विद्यापति आज प्रायः छह सौ वर्षों से, बिना किसी बाहरी अवलम्ब के जीते चले जा रहे हैं, जिस तरह कुछ अन्य कवि भी जीते आए हैं। किन्तु उनकी जो मधुरता... Hindi · लेख 87 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 May 2024 · 4 min read बौद्ध नैयायिक अथवा मैथिल नैयायिक न्यायशास्त्र और वाद-विवाद से बहुत सम्बन्ध है। - यदि बौद्ध, बाह्मण तथा दूसरे सम्प्रदायों का पूर्वकाल में आपस का यह विचार-संघर्ष और शास्त्रार्थ न होता रहता, तो भारतीय न्यायशास्त्र में... Hindi · लेख 49 Share श्रीहर्ष आचार्य 20 May 2024 · 7 min read गंगा के समान तीर्थ, माता के तुल्य गुरु, भगवान् विष्णु के सदृश देवता तथा सीतायण से बढ़ कर कोई श्रेष्ठ वस्तु नहीं है। जब हम कोसलदेश अयोध्या का नाम लेते हैं, उस समय विदेहदेश मिथिला का भी स्मरण हो आता है। सुप्रसिद्ध विद्वान् डाक्टर रामकृष्ण गोपाल भण्डारकर ने अपनी History of the Deccan... Hindi · लेख 62 Share श्रीहर्ष आचार्य 20 May 2024 · 4 min read ॥ वर्णरत्नाकर ॥ श्रो ज्योतिरीश्वर ठाकुर मिथिला में लोकनाट्यों की परंपरा अत्यंत समृद्ध रही है । सम्पूर्ण भारत के लोकनाट्यों को प्रभावित करने वाले तीन मुख्य कारण की उत्पत्ति यही हुई है । 11वीं शताब्दी में... Hindi · लेख 288 Share श्रीहर्ष आचार्य 6 May 2024 · 1 min read अंगराज कर्ण अछि गरजन डोलैत सिंहासन— ‘हो भले ओ त्रिदेव,माधव—? हा!’ राधेय पधारो देस हमारे । दानवीर ! गौरवगाथा ! कोन ? वसुंधरा हुनिक सिंगार करैए दिव्यरत्न आ नेहक विपरीत सूतपुत्र कहितो... Hindi · कविता 66 Share श्रीहर्ष आचार्य 7 Apr 2024 · 6 min read सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है. मिथिला का पांचवीं अथवा छठी शताब्दी के ऐतिहसिक ग्रामीण और सामाजिक आंदोलन पृष्ठभूमि पर बनी सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से... Hindi · लेख 1 108 Share श्रीहर्ष आचार्य 14 Mar 2022 · 3 min read इतिहास झारखंड बिहार, भाग 05 महापंडित मैथिल ठाकुर टीकाराम ***** मठ उच्चैर्वे टीकाराम जी का समय भू-राजनीतिक दृष्टिकोण से बहुत उथल-पुथल वाला रहा। वैद्यनाथ मठ के पोषक गिद्धौर नरेश का मुगलों और अफ़ग़ानों की कोशिश से निकटवर्ती खड़गपुर स्टेट... Hindi · संस्मरण 1 470 Share श्रीहर्ष आचार्य 13 Mar 2022 · 2 min read इतिहास भाग : 04 महापंडित मैथिल ठाकुर टीकाराम ****** वैद्यनाथ मंदिर के मठ उच्चैर्वे (मठप्रधान) की जो सूची अबतक प्राप्त है उस अनुसार 15वें मठप्रधान हैं ठाकुर टीकाराम ओझा। यह वो पद था जो मठ की धार्मिक व... Hindi · संस्मरण 1 432 Share श्रीहर्ष आचार्य 12 Mar 2022 · 3 min read इतिहास भाग- 3 भाग 03 महापंडित मैथिल ठाकुर टीकाराम ***** टीकाराम जी ने वैद्यनाथ पहुंचकर देखा कि बहुत सारी अनियमितताएं व्याप्त हो गई हैं। मठ की कुछ अचल संपत्तियों को बेच दिया गया... Hindi · संस्मरण 713 Share श्रीहर्ष आचार्य 12 Mar 2022 · 3 min read प्रथम मिथिलानी लोकगायिका और बिहार के लोकगीतों की स्वर-कोकिला: पद्मश्री विंध्यवासिनी देवी विंध्यवासिनी देवी को ‘’बिहार कोकिला’’ भी कहा जाता है जिन्होंने न केवल बिहार के लोकगीतों को अपनी आवाज दी बल्कि उनका संकलन भी किया। विंध्यवासिनी देवी का जन्म 5 मार्च... Hindi · संस्मरण 1k Share श्रीहर्ष आचार्य 10 Mar 2022 · 1 min read मैथिल मुसलमान नहीं सीख पाये बंगाल के मुसलमान से मातृभाषा प्रेम ----- उर्दू के बाद भारत में मैथिली ही दूसरी ऐसी भाषा है जिसमें मर्सिया लिखा गया। ग्रियर्सन के अनुसार 19वीं सदी तक मुस्लिम समुदाय मैथिली में मर्सिया गाते थे। आजादी... Hindi · संस्मरण 225 Share श्रीहर्ष आचार्य 10 Mar 2022 · 3 min read इतिहास इतिहास भाग - 02 महापंडित ठाकुर टीकाराम ----***----- सन 1745 में दीघर्ष संदहपुर मूल के शांडिल्य गोत्रीय श्रोत्रिय ब्राह्मण ठाकुर टीकाराम जी को विधिवत वैद्यनाथ मंदिर का मुख्य पुरोहित बना... Hindi · संस्मरण 485 Share श्रीहर्ष आचार्य 9 Mar 2022 · 2 min read मैथिली भाषा के लोकप्रिय कविता के लेखक मैथिली भाषा के लोकप्रिय कविता के लेखक कवि का नाम और जन्म तिथि( ई०) 1 सरहपाद (769) ( किछ अंश मिलैत छै) 2 अशोक (856) 3 विनयश्री(1169) 4 गणपति ठाकुर... Hindi · संस्मरण 1 1k Share श्रीहर्ष आचार्य 9 Mar 2022 · 4 min read इतिहास झारखंड और बिहार भाग-१ महापंडित ठाकुर टीकाराम ---------------------- 18वीं सदी में वैद्यनाथ मंदिर के प्रधान पुरोहित ----------------------- झारखंड के देवघर में अवस्थित बारह ज्योतिर्लिंगों में 16वीं शताब्दी से मठ प्रधानों की परंपरा होने... Hindi · संस्मरण 508 Share श्रीहर्ष आचार्य 9 Mar 2022 · 6 min read भाग २ पुराण वर्णित कथानुसार उन्हें मातृ-गर्भ में ही उन्हें सम्पूर्ण वेद-बोध हो गया था। मातृ-गर्भ से ही उन्होंने एक दिन अशुद्ध वेद-पाठ करते हुए अपने पिता का खण्डन किया तो पिता... Hindi · संस्मरण 455 Share श्रीहर्ष आचार्य 9 Mar 2022 · 16 min read भारतीय साहित्य के मैथिल सम्पोषक Maithil Patrons of Indian Literature हिस्से से अधिक पाने की ललक सभ्यता के शुरुआती दिनों से ही मनुष्य पर सवार रही है। इस सहज-वृत्ति की परिपूर्ति में किसिम-किसिम के हथकण्डे लोग सदैव अपनाते आए हैं।... Hindi · संस्मरण 414 Share श्रीहर्ष आचार्य 18 Jan 2022 · 1 min read अब वापस नहीं आऊंगा अब वापस नहीं आऊंगा टूटा हुआ है जीवन संबल टिस कई उगता है वेदना गोद से माँ आँचल तक कई दिनों से रो रहा हूँ जाने कहां तक जाऊं प्रभु... Hindi · कविता 2 2 492 Share श्रीहर्ष आचार्य 24 Nov 2021 · 1 min read ना मुझे बिहारी कहना प्यारे नहीं,ये मेरा बिहार नहीं है कल संस्कार शिक्षा ज्ञान बाँटा आज ओझल प्रतिकृति बनी है सच्ची इतिहास थोड़ी अंश दिखाते शीशे से क्षेत्र बांटते लोगों यहाँ है क्या समझूं मैं... Hindi · कविता 625 Share श्रीहर्ष आचार्य 20 Oct 2021 · 1 min read प्रेम तुम कैसे इठलाती हो आओ हृदय में सोलह सिंगार में आओ आओ एक दूजे में समां जाओ आओ स्वप्न में नीरस जीवन में रंग भरो हर्षित करो तन मन और... Hindi · कविता 1 298 Share श्रीहर्ष आचार्य 3 Oct 2021 · 8 min read मानक भाषा किसे कहते हैं मैथिली का प्रथम प्रमाण रामायण में मिलता है। यह त्रेता युग में मिथिलानरेश राजा जनक की राज्यभाषा रही होगी,ऐसा इतिहासकार मानते है ,प्राचीन मैथिली के विकास का शुरूआती दौर प्राकृत... Hindi · लेख 8 4 2k Share श्रीहर्ष आचार्य 2 Oct 2021 · 1 min read अब नहीं तो कब तुम सम्भल पाओगे(कविता) ओ अंगिका बज्जिका सूर्यापूरी मैथिली राजनीति जान जब जाओगे ! तूफान में लडे़ हो या अपनो से लडे़ हो समझ जब जाओगे ! जब मात्रभाषा मिटेगी संस्कृति पहचान मिटेगी !... Hindi · कविता 5 423 Share श्रीहर्ष आचार्य 12 Sep 2021 · 1 min read तुम हो सबसे सुन्दर प्रिय,राधा रानी(कविता) तुम हो सबसे सुन्दर प्रिय,राधा रानी(कविता) तुम हो सबसे सुन्दर प्रिय,राधा रानी जिंदगी सप्पन बिन तेरे नहीं आये ना रूठो मुझसे,कभी दूर मत जाओ मैं नहीं हूँ गंगा जमुना का... Hindi · कविता 6 597 Share श्रीहर्ष आचार्य 11 Sep 2021 · 4 min read संविधान की आठवीं अनुसूची में किसी बोली को शामिल होने से हिंदी और अन्य भाषा को होने वाली क्षति – 1 . किसी बोली को आठवीं अनुसूची में शामिल होने से हिंदी भाषियों की जनसंख्या में से उस भाषियों की जनसंख्या घट जाएगी. जो संविधान के 8 अनुसूची मे कुछ... Hindi · लेख 6 2 1k Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Sep 2021 · 1 min read हे प्रभु,मत बना मुझे कोरा कागज(कविता) हे प्रभु,मत बना मुझे कोरा कागज सच्च आत्म प्रकाश तेरा देख ना पाऊ माटी में जल में पवन में धूंधली विरान छाप तेरी मूरत अंश बड़ा हृदय याद रखे मुझे... Hindi · कविता 6 505 Share Page 1 Next