surinder kaur 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surinder kaur 18 Dec 2018 · 1 min read उम्मीद तो नही उम्मीद तो नही कि हम तुम्हे भुला पायेगे। बस एक खलिश सी दिल में सदा पायेगे। चली जायेगी रात जब सपने चुरा कर, फिर कैसे हम आँख तुमसे मिला पायेगे।... Hindi · कविता 309 Share surinder kaur 10 Dec 2018 · 1 min read बरसों साथ रह कर भी बरसो साथ रह कर भी पहचान नही होती। लबों की हर मुस्कराहट मुस्कान नही होती। साँस ले रही हैं , बहुत सी लाशे यहाँ जिन्दा हो कर भी ,जान नही... Hindi · कविता 442 Share surinder kaur 9 Dec 2018 · 1 min read मेरे बिन मेरे बिन मेरे बिन तुम कैसे हो?कहो ज़रा। याद मेरी जब आती है, आँख में आँसू लाती है, क्या अब भी उन्हे छिपाते हो? क्या अब भी तुम वैसे हो?कहो... Hindi · कविता 329 Share surinder kaur 5 Dec 2018 · 1 min read ऐ जिन्दगी ऐ जिन्दगी जख्मों को अब तू नुमाया न कर। लफ्ज़ों को ऐसे ही ज़ाया न कर।। सीधी सच्ची बात बोल मुँह पर बातों को गोल गोल घुमाया न कर।। झेल... Hindi · कविता 4 4 529 Share surinder kaur 30 Nov 2018 · 1 min read तेरा इशक तेरा इशक चढा गया मुझ को सलीब पर। शक करते रहे लोग,मेरे हर रकीब पर। तुम गर किस्मत मे होते,तो मिल ही जाते, बात आकर अटकी बस,मेरे नसीब पर। हैरां... Hindi · कविता 5 2 540 Share surinder kaur 25 Nov 2018 · 1 min read माँ कितना मुशकिल है माँ होना। एक अदृश्य बोझ को ढोना। रोज सुबह जल्दी वो उठती है उस घर के लिये मरती खपती है जहां न उसके नाम की तख्ती है।... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 55 716 Share