सुरेश कुमार चतुर्वेदी Tag: Daily Writing Challenge 32 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 Dec 2022 · 1 min read जानवर और आदमी में फर्क जानवर और आदमी में फर्क बुद्धि विवेक का ही है वाकी निद्रा मैथुन आहार, जानवर भी करते हैं जानवर आज भी अपनी प्रकृति से चल रहा है आदमी अपनी प्रकृति... Hindi · Daily Writing Challenge · मुक्तक 2 488 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 27 Dec 2022 · 1 min read प्रकृति पर्यावरण बचाना, नैतिक जिम्मेदारी है प्रकृति पर्यावरण बचाना, नैतिक जिम्मेदारी है प्रदूषण रोकें धरती पर,आज तुम्हारी बारी है आग उगलता है सूरज, ठंड बहुत ही भारी है तूफानी बारिश का दौर, अनवरत धरा पर जारी... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 167 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 Dec 2022 · 1 min read कृतज्ञता दिए गए अवदानों पर किए गए उपकारों पर कृतज्ञता ज्ञापित की जाती है कृतज्ञ रहना ही दुनिया में मनुज को मनुज बनाती है ईश्वर मात पिता गुरु सृष्टि के मनुज... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 3 3 253 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Dec 2022 · 1 min read आया क़िसमिस का त्यौहार आया क़िसमिस का त्यौहार शांता बांट रहा उपहार खेल रहे हैं बच्चे मेलों में चर्चों में प्रेम पुकार आया क़िसमिस का त्यौहार प्रेम शांति सौहार्द बड़े नहीं हो अत्याचार मानवता... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 172 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 24 Dec 2022 · 1 min read बुद्धिमत्ता सूझबूझ कौशल से जीना, बुद्धिमत्ता की निशानी है योजनाबद्ध जीवन से, संवरती जिंदगानी है विवेक और बुद्धि से,हर काम बनता है बुद्धिमत्ता से सदा, मनुज जीवन संवरता है खाना पीना... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 446 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 23 Dec 2022 · 1 min read भाग्य मिला भाग्य से मनुज जन्म, भारत का भूभाग मिला जहां ईश्वर ने अवतार लिया, रहने का सौभाग्य मिला सत्य अहिंसा और शांति, जहां दिलों में वसती है गंगा जमुना सरस्वती... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 200 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 Dec 2022 · 1 min read अति खान पान और रहन सहन की मर्यादा होती है टूट जाती हैं मर्यादाएं, जहां अति होती है सीमित मात्रा में सेवन, हितकर शरीर को होता है असीमित और अति सेवन... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 175 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 21 Dec 2022 · 1 min read दरवाजा ऊपर वाले ने धरा को जब बनाया था नहीं दरोदीवार,न दरवाजा बनाया था भेजा था जब आदमी,गुर सिखाया था जीने खाने के लिए,साधन जुटाया था प्रेम अमन का रास्ता, उसने... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 2 255 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 20 Dec 2022 · 1 min read धन धन के पीछे भाग रहा है,ये सारा संसार रूप धरा पर धन के देखे, रूप हैं कई हजार आकर्षण धन का बड़ा, और बड़ा व्यापार और बड़े धनवान हों, सबको... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 2 352 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 20 Dec 2022 · 1 min read बाल हैं सौंदर्य मनुज का, सबके मन को भाते हैं। काले लम्बे घने बाल,मन को बहुत लुभाते हैं इसलिए सफेद बालों को अक्सर,काला रंग लगाते हैं विविध केश विन्यासों से, मुखड़े को और सजाते हैं गंजे हो जाने पर,विग भी... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 344 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 18 Dec 2022 · 1 min read जो व्यर्थ गया खाली खाली,अब भरने की तैयारी है २१बीं सदी का बर्ष २२बां,सादर तुम्हें विदाई दस्तक दे रहा बर्ष २३बां,मिलन की बेला आई जंवा हो गई सदी, अब बचपन वीत गया है आ गया काम का समय, अल्हड़... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 532 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 17 Dec 2022 · 1 min read मत जहर हवा में घोल रे मत ज़हर हबा में घोल रे वंदे आंखें खोल रे, मत ज़हर हबा में घोल रे हबा है तेरी जीवन रेखा, क्यों न जाने मोल रे काट रहा नित पेड़... Hindi · Daily Writing Challenge · गीत 438 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 17 Dec 2022 · 1 min read एक पेड़ का दर्द धूप सहकर मैं कड़ी, शीतल छांव देता हूं ठंड वर्षा के थपेड़े, सब झेल लेता हूं लेता हूं तेरी हर बला, जीवन प्राण देता हूं देता हूं फल फूल मीठे,... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 3 634 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 16 Dec 2022 · 1 min read नुकसान फायदे जीवन का अंतिम पड़ाव तो, निश्चित ही शमशान है लाभ हानि की दृष्टि से, जीवन का नुक़सान है मृत्यु के आगे है जीवन, संदेश दिया भगवान ने स्वार्थ के कारण... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 2 331 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 Dec 2022 · 1 min read उम्र गुजर रही है अंतहीन चाह में उम्र गुजर रही है अंतहीन चाह में हर आदमी लगा है, सुख की तलाश में जिंदगी लगा दी, सुखों की आस में उम्र गुजर रही है, अंतहीन चाह में मृगमारीचका... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 232 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 14 Dec 2022 · 1 min read सौंदर्य मातृशक्ति का सौंदर्य धरा , प्रेम वसा कण कण में सृजन पालन पोषण करती ,मां वसी हुई जीवन में संभव नहीं प्रकृति विन जीवन, सौंदर्य नहीं जन मन में पोर... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 525 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 13 Dec 2022 · 1 min read सर्दी सर्दियों की चाहत है, गुनगुनी धूप अदरक बाली चाय, गरम गरम सूप मक्का की रोटियों, सरसों का साग मां के हाथ का स्वाद, चूल्हे की आग मैथी के परांठे, करते... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 224 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 12 Dec 2022 · 1 min read मूल्य संसार में चीजों का मूल्य होता है किसी का कम किसी का ज्यादा होता है कुछ चीजें अमूल्य होतीं हैं जिनके सामने हर मूल्य वौना होता है कुछ चीजें अनमोल... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 224 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 12 Dec 2022 · 1 min read मानव मूल्य व्यवहार सोच नजरिया, मानव मूल्य बनाते हैं परिष्कृत कर जीवन, गरिमामय सार्थक बनाते हैं उचित-अनुचित वांछित अवांछित, करणीय अकरणीय हमें बताते हैं मानव मूल्य ही मानव को लक्ष तक पहुंचाते... Hindi · Daily Writing Challenge · मुक्तक 1 249 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 11 Dec 2022 · 1 min read आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का कल होगा आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का कल होगा नहीं मिलेगा पीने पानी , नहीं अन्न फल होगा जीवन पर संकट के बादल, संघर्ष यहां पल पल होगा पर्यावरण क्षरण... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 2 233 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 10 Dec 2022 · 1 min read प्रेम ईश्वर प्रेम अल्लाह प्रेम ईश्वर प्रेम अल्लाह, प्रेम मंजिल रूहानी है प्रेम इस फानी दुनिया की, फकत पहली कहानी है प्रेम का सार है भक्ति, शास्वत सत्य है ईश्वर प्रेम और इंसानियत का,... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 5 2 421 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 9 Dec 2022 · 1 min read एक मधुर मुस्कान दीजिए, सारी दुनिया जीत लीजिए एक मधुर मुस्कान दीजिए, सारी दुनिया जीत लीजिए सबकोअपना बना लीजिए, प्रेमभरी मुस्कान दीजिए क्या क्या चमत्कार हैं तेरी, एक मधुर मुस्कान में जिसको चाहो अपना कर लो, प्यारी सी... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 5 2 402 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 8 Dec 2022 · 1 min read वर्तमान भी छूट रहा भाग रहा भविष्य के पीछे, वर्तमान को समय नहीं है भाग रहा सुखों के पीछे, सुख से जीने का समय नहीं है लिए असीमित कामनाएं, बदहवास सा भाग रहा रौंद... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 6 2 269 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 7 Dec 2022 · 1 min read धूप आते जाते हैं सुख दुख, जीवन तो चलता रहता है कभी धूप है कभी छांव है,रात दिन ढलता रहता है चलता रहता है समय चक्र,समय निकलता रहता है कभी धूप... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 6 1 264 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 Dec 2022 · 1 min read अंतरिक्ष 🌒☀️ अंतरिक्ष में घूम रहे हैं,ग़ह उपग्रह और सितारे अंतरिक्ष में घूम रहे हैं,कई सैटैलाइट हमारे रहस्य भरे अंतरिक्ष का, रहस्य भी हमने जाना था चांद सितारों और सूर्य की, दूरी... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 3 1 229 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 Dec 2022 · 1 min read नायक अन्याय अत्याचार विरुद्ध, जो आवाज उठाता है शोषण से मुक्ति के लिए,जो शोषक से टकराता है अस्मिता जन जन की बचाने,अपना सर्वस्व लुटाता है जीवन के हर एक क्षेत्र को,... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 4 1 236 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Dec 2022 · 1 min read ताजा समाचार है ताजा समाचार है? लूट खसोट चोरी हत्या और बलात्कार है नेताओं की बदजुबानी और भ़ष्टाचार है चुनावी चिल्ला पों की आई बहार है सड़क दुघर्टनाओं में, उजड़ रहे परिवार है... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 3 1 182 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 3 Dec 2022 · 1 min read मात पिता के श्री चरणों में, ईश्वर शीश नवाएं मात पिता की महिमा को, शब्दों में कही न जाय ईश्वर के हैं रूप धरा पर, ईश्वर को भी जाय (जन्म) लख लख कष्ट सहें जीवन में, कभी न मुख... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 2 442 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 2 Dec 2022 · 1 min read अलविदा कहने से पहले दुनिया से विदा होने से पहले अलविदा कहने से पहले जो कुछ करना है सो करले जो भी कहना है सो कहले क्या पाप क्या पुण्य किया क्या लिया धरा... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 5 3 229 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Nov 2022 · 1 min read प्रेम गीत पर नृत्य करें सब शरद चंद्र सा धबल धबल, अंतस मेरा हो जाए शरद चंद्र सी शीतलता, वाणी में बरसाए प्रेम मगन मन नृत्य करे,मन जन जन का हरषाए कामनाओं से मुक्त, अंतस नील... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 2 237 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 Nov 2022 · 1 min read दुनिया भय मुक्त बनाना है अज्ञान दरिद्रता भय जड़ता,जग से दूर भगाना है सत्य अहिंसा प्रेम भाव, दुनिया में हमें जगाना है हिंसा द्वेष आतंकवाद, संसार से दूर भगाना है स्वर्ग से सुंदर सम्पूर्ण विश्व... Hindi · Daily Writing Challenge · मुक्तक 3 228 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 Nov 2022 · 1 min read वादा करके चले गए वादा करके चले गए, मुड़ कर भी न देखा शर्म बेचकर खींच गए, अविश्वास की रेखा जानबूझकर करते हैं,वे हमको अनदेखा सत्ता सुख में रहते हैं, देते हैं वे धोखा... Hindi · Daily Writing Challenge 4 161 Share