surenderpal vaidya Tag: विधाता छंद 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 13 May 2024 · 1 min read बताती जा रही आंखें गीतिका ~~ कहो गंभीरता से अब नहीं पड़ना ठिठोली में। बताती जा रही आंखें सभी बातें अबोली में। समय मुश्किल कभी जब सामने आता हमारे है। रखो आंखे खुली पड़ना... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · विधाता छंद 1 12 Share surenderpal vaidya 21 Apr 2024 · 1 min read * पावन धरा * ** गीतिका ** ~~ नमन पावन धरा को नित्य बारंबार करता हूं। इसी हित मैं हृदय से व्यक्त निज आभार करता हूं। यहां जन्मे यहां पर सांस लेकर जिन्दगी पाई।... Hindi · गीतिका · पावन धरा · विधाता छंद 1 1 21 Share surenderpal vaidya 18 Apr 2024 · 1 min read * बढ़ेंगे हर कदम * ** मुक्तक ** ~~ यही आधार है सुखमय भरोसा तोड़ मत देना। दिया करना हमेशा साथ राहें मोड़ मत देना। जरूरी है हमें बनना सहारा एक दूजे का। मिलेगी मंजिले... Hindi · भरोसा आस्था · मुक्तक · विधाता छंद 1 1 29 Share surenderpal vaidya 22 Mar 2024 · 1 min read * खूब खिलती है * ** गीतिका ** ~~ कली जब स्नेह की सुंदर हृदय में खूब खिलती है। समझ लो आ गया फागुन नयन से नींद उड़ती है। सभी खाली यहां आते व खाली... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 43 Share surenderpal vaidya 14 Mar 2024 · 1 min read * नदी की धार * ** मुक्तक ** ~~ नदी की धार के विपरीत बहना है बहुत मुश्किल। न निर्झरणी कभी रुकती बहे ही जा रही अविरल। बहा करती नदी देखो समुंदर लक्ष्य है उसका।... Hindi · नदी · मुक्तक · विधाता छंद 1 1 49 Share surenderpal vaidya 26 Jan 2024 · 1 min read * उपहार * ** मुक्तक ** ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ बहुत अनमोल जीवन में समझ लो प्यार होता है। सुपावन और नैसर्गिक यही उपहार होता है। कहीं भी स्वार्थ की चाहत नहीं होती जहां कोई। वहां... Hindi · भेंट उपहार · मुक्तक · विधाता छंद 1 1 98 Share surenderpal vaidya 26 Dec 2023 · 1 min read * चान्दनी में मन * ** गीतिका ** ~~ हृदय में स्नेह की मृदु भावनाओं को जगाता है। निशा है चान्दनी में मन हमेशा डूब जाता है। बिखरती चन्द्रिका भू-पर रजत आभा लिए जब भी।... Hindi · गीतिका · चन्द्रिका · ज्योत्सना · विधाता छंद 84 Share surenderpal vaidya 9 Nov 2023 · 1 min read * बताएं किस तरह तुमको * ** मुक्तक ** ~~ किया महसूस दिल से है, बताएं किस तरह तुमको। नमी आंखों की ठहरी सी, दिखाएं किस तरह तुमको। हसीं मुखड़े ये मुस्काते, हुए हमने बहुत देखे।... Hindi · मुक्तक · विधाता छंद 1 1 87 Share surenderpal vaidya 24 Oct 2023 · 1 min read * विजयदशमी मनाएं हम * ** गीतिका ** ~~ बढ़ें आगे विजय पथ पर विजयदशमी मनाएं हम। बहुत हैं छद्म के रावण सभी को मिल जलाएं हम। जगाकर भावना निज देश की खातिर अहर्निश अब।... Hindi · गीतिका · विजयदशमी · विधाता छंद 2 3 241 Share surenderpal vaidya 20 Oct 2023 · 1 min read ** पहचान से पहले ** ** गीतिका ** ~~ बहुत धोखे हुआ करते पतन उत्थान से पहले। कदम हर सोच कर रखना बनी पहचान से पहले। पथिक तुम राह के आकर्षणों में खो नहीं जाना।... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 103 Share surenderpal vaidya 20 Oct 2023 · 1 min read ** अरमान से पहले ** ** गीतिका ** ~~ स्वयं मां खा नहीं सकती कभी संतान से पहले। छलकता स्नेह है कारण सभी अरमान से पहले। जमाने में भरोसा सोच कर ही तुम किया करना।... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 105 Share