Skanda Joshi Tag: कविता 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Skanda Joshi 20 May 2024 · 1 min read मेरे प्यारे पहाड़ हे मेरे प्यारे पहाड़, आशा है, जो कोई नहीं समझ सका तू वो समझेगा , तुझसे दूर रहना इच्छा नहीं मजबूरी है मेरी, आशा है , तू यह समझेगा। यह... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 19 Share Skanda Joshi 20 May 2024 · 1 min read सरमाया – ए – हयात कोई पूछे जो तुमसे क्या कमाया उम्र भर? क्या कहोगे तुम? चंद रुपए चंद आशियाने ?? क्या पूरी जिंदगी की कमाई इन सब चीजों को कहोगे तुम ?? वह जिंदगी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 26 Share Skanda Joshi 18 May 2024 · 1 min read याराना जिंदगी के सफर में चलते चलते कई अंजान लोगो से मिलते मिलते किसी की रूह का , तुम्हारी रूह से जुड़ जाना यही तो होता है यारो याराना। बिन कुछ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 13 Share Skanda Joshi 3 Feb 2024 · 1 min read चार यार मिल बैठे है चार यार , कर रहे है बाते हज़ार , जिस कश्ती में तुम हो सवार , उसको डूबाने को है सब त्यार। उजाड़ने वाले , कर रहे... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 116 Share Skanda Joshi 3 Feb 2024 · 1 min read अध्यापक अध्यापक एक मित्र है तुम्हारा, जो माँ-बाप के बाद सबसे पहले आता है, जीवन जीने का असली अंदाज वही सिखाता है। अध्यापक वह, जो अंधकार को दूर भगाता है, अध्यापक... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 108 Share Skanda Joshi 31 Jan 2024 · 1 min read सरमाया - ए - हयात कोई पूछे जो तुमसे क्या कमाया उम्र भर? क्या कहोगे तुम? चंद रुपए चंद आशियाने ?? क्या पूरी जिंदगी की कमाई इन सब चीजों को कहोगे तुम ?? वह जिंदगी... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Kavita · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 106 Share Skanda Joshi 30 Jan 2024 · 1 min read बचपन रिमझिम – रिमझिम बारिश आई , बादलों की गड़ – गड़ाहट , हवाओं की सर – सराहट , अपने संग लेकर आई , इस मौसम में , तलब बस एक... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 40 Share Skanda Joshi 30 Jan 2024 · 1 min read वो दिन आखिरी था रुसवा यार को मनाना ज़रुरी था, क्युकी वो दिन आखिरी था। हर शक्स के साथ झूठे वादो की रसम को निभाना ज़रूरी था , क्युकी वो दिन आखिरी था। तस्वीरों... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 37 Share Skanda Joshi 30 Jan 2024 · 1 min read आज के युवा वह दुनिया से दूर अपनी एक दुनिया बसाए बैठे है, आज के युवा , हकीक़त से दूर अपने ख्वाबों की दुनिया सजाए बैठे है। सच से वह चिढ़ते है ,... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 83 Share Skanda Joshi 30 Jan 2024 · 1 min read यादों की कसक कैसी है यह मोह माया ? जिसकी मैं भी अब आदि हूँ, हाँ , मैं भी अब शोहरत ख़ातिर जख्मों पर नमक लगाती हूँ। बातों को भूल जाना आता नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 54 Share Skanda Joshi 25 Jan 2024 · 1 min read लेखन मंदराएँ क्या लिखूँ मैं ऐसा ? दिल को मेरे तस्सली आए मसला ये नहीं, शब्द नहीं मेरे पास, ना मस्ला विषयों का है , मसला है कि पन्ने जहां के खत्म... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 93 Share Skanda Joshi 25 Jan 2024 · 1 min read स्वयं संगीता मजबूर हर शख्स समझ में मुझे अब आने लगा है, मजबूर मैं हूँ अब , इसलिए पग-पग पर हर कोई मुझे आज़माने लगा है । सच है मेरा ऐसा झूठ... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 83 Share Skanda Joshi 25 Jan 2024 · 2 min read स्त्री ना जाने क्यों ?? मुझसे ही हर सवाल किया जाता है, हर दफा मुझे ही क्यों ?? कठखड़े में खड़ा किया जाता है, जो रंग हो गोरा मेरा तो ,... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 82 Share Skanda Joshi 23 Jan 2024 · 1 min read ज़िंदगी अगर आसान होती☘️ ज़िंदगी अगर आसान होती, तो शायद, खुशियों की कीमत किसी को पता ना होती। ना चींटी को हर दाने की कदर होती, ना होता मनुष्य को हार का एहसास ,... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 78 Share Skanda Joshi 23 Jan 2024 · 1 min read तुझसे मिलने के बाद ❤️ तुझसे मिलने के बाद, हो चुका है सब पूरा, मेरी जिंदगी में अब कुछ नहीं रहा अधूरा , जो सोच महज़ कल्पना तक थी सीमित , वो लबों पर मेरे... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 86 Share Skanda Joshi 23 Jan 2024 · 1 min read ये इश्क नहीं तो फिर क्या?? इस दुनिया की कश्मकश में दिल किसी एक पर आना हजार हसीन चेहरे इर्द-गिर्द होते हुए भी एक ही चेहरे पर नज़रों का ठहर जाना उसके क़रीब आते ही मेरी... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 60 Share Skanda Joshi 23 Jan 2024 · 1 min read उलझन उलझन भी ज़रुरी है, सब सुलझाने के लिए। हर शख्स ज़रूरी है, हर राज़ दफनाने के लिए। बेकरार मै नहीं सिर्फ , कोई और भी है, किस्मत आज़माने के लिए।... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 82 Share Skanda Joshi 23 Jan 2024 · 1 min read मेरे प्यारे पहाड़ हे मेरे प्यारे पहाड़, आशा है, जो कोई नहीं समझ सका तू वो समझेगा , तुझसे दूर रहना इच्छा नहीं मजबूरी है मेरी, आशा है , तू यह समझेगा। यह... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 63 Share Skanda Joshi 23 Jan 2024 · 1 min read अच्छी किस्मत बहुत कुछ खोकर , बहुत कुछ पाया है मैने , और लोग उसे मेरी अच्छी किस्मत कहते है । खुद तन्हा रहकर , दूसरो का साथ निभाया है मैने ,... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge · Skanda Joshi · कविता 1 68 Share