Subhash Singhai Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Subhash Singhai 10 Jun 2022 · 2 min read चम्पा पुष्प से भ्रमर क्यों दूर रहता है दोहा हो बिन तथ्य का , ज्यो चम्पा का फूल | तेरह- ग्यारह भार का , सभी मानना धूल || (दोहा में तथ्य युक्त कथ्य होना चाहिए , तभी वह... Hindi · कविता 2 1 1k Share Subhash Singhai 1 Feb 2021 · 4 min read कुछ ख़त मोहब्बत के , दोहा गीत व दोहे १-#दोहा_गीत चन्द्रबदन मृगलोचनी, चपला रूप अनूप |(मुखड़ा) सुरभित गुंजन कंठ है , लगे गुनगुनी धूप ||(टेक) पग पायल है नाचती , निकसत है झंकार |(अंतरा) कटि करधोनी खिल रही, लगती... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 51 836 Share