Shiva Awasthi Language: Hindi 59 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shiva Awasthi 14 Nov 2024 · 1 min read वंशबेल मेरे पिता ने एक पुरानी सी डायरी में लिखकर रखी है अपनी वंशावली। सब पिताओं के नाम विधिवत शाखाएं बनाकर उनके पिता, फिर उनके पिता, फिर उनके भी पिता, उनके,... Hindi · हिंदी कविता 33 Share Shiva Awasthi 10 Nov 2024 · 1 min read गीत छुअन के भाग्य में बाकी हृदय और गात रहने दो। अभी कुछ दिन हमारे पास, ये अधिकार रहने दो। हमारे मन की वृद्धा को सहारा हैं तुम्हारे कर। हृदय मंदिर... Hindi · कविता गीत शायरी गजल · हिंदी गीत 26 Share Shiva Awasthi 8 Jul 2024 · 1 min read कविता मैं उसे बताना चाहती थी कि नागफणियों में फूल आते हैं विषधर प्रेम करते हैं सूखे पेड़ों पर काई खिलती है सफ़ेद आभा के मूल में समस्त रंग होते हैं... Hindi · कविता · जीवन · दर्शन 2 1 110 Share Shiva Awasthi 8 Jul 2024 · 1 min read कविता लड़कियों को पढ़ने देते हुए चाहा गया कि वे सिर्फ पढ़ें किन्तु वे लिखने भी लग गईं लिखने वाली लड़कियों से चाहा गया कि लिखें देश प्रेम, भक्ति गीत किन्तु... Hindi · कविता · प्रेम · लड़कियां · समाज 75 Share Shiva Awasthi 6 May 2024 · 1 min read पागल।। गीत आजा पागल! हम तुम पागल, मिलकर पागल-पागल खेलें जब जी चाहे, जो जी चाहे, जैसे चाहे, वैसे कर लें। कुछ भी अपना/गैर न समझें, दुनियावी कानून भुला दें जिस पल... Hindi · गीत · हिंदी गीत 4 139 Share Shiva Awasthi 12 Apr 2024 · 1 min read गीत कल लगता था सब विदित मुझे अब लगता है कुछ पता नहीं। हे बुनकर! मेरे जीवन के मुझे एक सिरा भी मिला नहीं कुछ टूटे फूटे तर्कों से कुछ जिया... Hindi · गीत · जीवन · दर्शन 4 2 145 Share Shiva Awasthi 21 Feb 2024 · 2 min read कविता(प्रेम,जीवन, मृत्यु) स्वाभाविक तौर पर सब निर्जीव होता है कोशिश करनी पड़ती है प्राण भरने की जीवंत "बनाना" पड़ता है होता नहीं है कुछ भी कोशिश खत्म, जीवन खत्म सक्रियता जीवन है,... Hindi · जीवन · दर्शन · प्रेम · मृत्यु 1 1 259 Share Shiva Awasthi 9 Feb 2024 · 2 min read कविता आज सुबह जब छत पर पहुंची लगभग ग्यारह पांच हुआ था और सामने वाली छत पर पंद्रह कपड़े पड़े हुए थे मेरी छत के आसमान में तैर रहीं थी आठ... Hindi · एकांत · कविता · प्रतिक्षा · प्रेम 1 165 Share Shiva Awasthi 4 Feb 2024 · 1 min read कविता बिन कहे मेरा कहा तुम सुन सकोगे? सुन सको यदि, तो करूँ मैं प्यार तुमसे। मैं नहीं हूँ चाहती साया सुखों का, न ही कोई फूल जैसी राह चाहूँ। हाँ... Hindi · प्रेम 224 Share Shiva Awasthi 21 Jan 2024 · 1 min read गीत यदि हम राम आगमन पर भी कोई कविता नहीं लिख सके, तो क्या हम को पाप लगेगा ? यूँ तो हम ने जाने कितनी बार पढ़ी मानस चौपाई जाने कितनी... Hindi · गीत · प्रासंगिक · राम आगमन 4 217 Share Shiva Awasthi 18 Oct 2023 · 2 min read नज़्म वही एक दुःख भरी शायरी, जिसे सुनाकर रोते थे तुम। जिसको सुनकर रोते थे हम। बहुत दिनों से सुनी नहीं है नहीं! आँख में नमी नहीं है तुम्हें याद है!... Hindi · नज़्म · याद · रूमानियत 2 235 Share Shiva Awasthi 15 Sep 2023 · 1 min read गीत// कितने महंगे बोल तुम्हारे ! मन के निपट अकेले पन में, हम आवाज़ लगाकर हारे कितने महंगे बोल तुम्हारे ! सखे कभी तो सहज वचन त्रय, निःसंकोच उचारो मन से। संवादों के जलकण लाओ, कभी... Hindi · मनुहार गीत · सहज अभिव्यक्ति 1 363 Share Shiva Awasthi 12 Sep 2023 · 1 min read गीत मैं हृदय की काँवरी में भावना का नीर भर कर, प्रेमदेवी के पगों को अश्रु से धोने चली हूँ। तुम कहो! क्या संग चलोगे ? जी करे यदि तब हि... Hindi · गीत · प्रेम देवी · शिवा गीत श्रृंखला 3 202 Share Shiva Awasthi 2 Aug 2023 · 2 min read युद्ध कविता :- मुझे हमेशा संवेदना होती है, सीमाओं पर युद्ध में मरने वाले सैनिकों से। पर नहीं होती, हिंसा के उन्माद में एक दूसरे को मारते व्यक्तियों से। कट्टरता और जड़ता... Hindi · युद्ध · विभीषिका 4 2 178 Share Shiva Awasthi 12 Jul 2023 · 1 min read भ्रम "कभी नहीं" दो शब्द नहीं हैं, मन का भ्रम हैं, धोखा हैं। और कहीं भी रखो स्वयं को, पर धोखे में मत रखना। नदी हमेशा नदी रही क्या ? झरना... Hindi 2 177 Share Shiva Awasthi 1 Jul 2023 · 1 min read कविता आँगन में घुटनों को मोड़े हत्या लगे व्यक्ति सी बैठी, है उसकी माँ, जिसकी बेटी भाग गई है। बोझ बन चुके प्रश्न सभी के, दो आँखों से निचुड रहें हैं।... Hindi · कविता · दोगलापन · न्याय वाद · प्रश्न · समाज 1 471 Share Shiva Awasthi 21 Jun 2023 · 1 min read गीत।।। ओवर थिंकिंग कल्पनाओं धैर्य रखो, और भी रातें मिलेंगी। चार कब के बज चुके हैं, आँख सोना चाहती हैं। याद आयी एक लड़की, रात के दूजे पहर में। जो मिली अंतिम दिनों... Hindi · Hindi Geet · Shiva Geet · गीत 1 474 Share Shiva Awasthi 10 Jun 2023 · 1 min read गीत सोच रही जब आओ मिलने, बैठो पास, निहारो मुझको। जैसा निर्देशन दें आँखें, वैसे ही तुम चाहो मुझको। आँख आँख में उलझीं हों जब, तब सब कुछ आँखों से बोलो... Hindi · गीत · प्रेम गीत 2 1 311 Share Shiva Awasthi 9 Jun 2023 · 1 min read गीत।। रूमाल आँख से बीन कर रक्तिमी डोरियाँ, एक बूटा बनाया है रूमाल पर। इसलिए कि कोई और पढ़ न सके, कुछ अधूरा बनाया है रूमाल पर। चंद सिक्के बचाए बचूए हुए,... Hindi · गीत · जीवन · रंग · रुमाल 3 421 Share Shiva Awasthi 5 Jun 2023 · 1 min read कविता उस दिन, मैं टेक लगाए बैठी थी और वो, आकर मेरे पैरों से अपना चेहरा सटाकर लेट गया। उसकी गर्म हथेलियों ने मेरे दोनों पंजों को नर्मी से छुआ मेरे... Hindi · कविता · दर्शन · प्रेम 4 306 Share Shiva Awasthi 5 Jun 2023 · 1 min read कविता// घास के फूल नदी कभी जी भर नहीं नहाई गई, गहराई और मृत्यु के भय से। जबकि, मृत्यु किनारे पर भी थी। जमीन पर भी। कितना समय लगता है, एक हृदयाघात में ?... Hindi · कविता · जीवन · दर्शन · प्रेम · मृत्यु 2 318 Share Shiva Awasthi 1 May 2023 · 1 min read गीत वाक्य का विन्यास पकड़ो, शब्द की बखिया उधेड़ो। और देखो खोल परतें, किस हृदय में क्या भरा है ? बोलते यूँ तो सभी से, घृत लगी तैलीय बातें पर हृदय... Hindi · गीत · हिंदी गीत 2 1 520 Share Shiva Awasthi 24 Apr 2023 · 1 min read रंगरेज कहां है ऐसे रंग कहाँ मिलते हैं, लेकर चल वो देश जहाँ है ? जिससे तूने पंखे रगायें तितली वो रंगरेज कहाँ है ? जिसने स्याही की चादर पर जुगनू से बूटे... Hindi · गीत · दर्शन 2 481 Share Shiva Awasthi 4 Apr 2023 · 1 min read इस छोर से..... इस छोर से उस कोने तक, जो खामोशी सी पसरी है। अनकही, अनछुई कुछ बातें, मानस में कुछ - कुछ उभरी हैं। एक शून्य बाँधकर नयन डोर उतरा करता है... Hindi · कविता · शिवा कवित्त · हिंदी कविता 2 317 Share Shiva Awasthi 24 Mar 2023 · 1 min read गीत क्या हारे अंतरयुद्ध एक, खुद से ही रहे भागते हम। बन गए निशाचर कब जाने, आँखों में रात काटते हम! पहले जब आँख उनींदी हो, जगने की वजह पूछते थे।... Hindi · कविता · गीत · शिवराग 1 465 Share Shiva Awasthi 9 Feb 2023 · 2 min read गीत देखा है नन्हीं बिटियों को, कांधे पर कैशोर्य उठाते। बोलो सुघर सांवले दूल्हे, किसे ब्याहने आए हो तुम? फीतें वाली बांध चोटियां, इसी जगह पढ़ने आती थीं। बागवान की पाली... Hindi · गीत · बेटियों का स्कूल और बारात · मौलिकता · शिवागीत 2 266 Share Shiva Awasthi 1 Feb 2023 · 1 min read गीत सुनो प्रिये! इस प्रेम पथिक को तुम दिल से बाहर कर देना। तुम्हें अभी तक हार शब्द के जितने भी पहनाए मैंने, ख्वाबों में आकर अधरों के जितने जाम पिलाए... Hindi · गीत 1 257 Share Shiva Awasthi 25 Jan 2023 · 1 min read गीत मैंने कहा हमेशा तुमसे, उड़ना दूर क्षितिज तक जाना। बोलो! कभी कहा है तुमसे डोरी मेरे हाथ रहेगी ? मैंने चाहा तुम तितली के साथ उड़ो खुशबू ले आओ। मैंने... Hindi · गीत · प्रेम गीत 1 643 Share Shiva Awasthi 21 Jan 2023 · 1 min read गीत कर्म वादी चेतनाओं को सुलाकर, भाग्य सिद्धी मंत्र लेने जा रहें हैं। कौन अब दर्शन पढ़े शंकर तुम्हारा, आजकल तो दृष्टिबंधक भा रहें हैं। रख धनुष ले प्रश्न बैठे राम,... Hindi · अध्यात्म · गीत · जीवन · दर्शन · धर्म 1 1 286 Share Shiva Awasthi 13 Jan 2023 · 2 min read एक लड़का एक लड़का अघोरी सी आँखें लिए स्वप्न के निर्जनों में भटकता रहा। फेरता जीभ चटखे हुए होंठ पर गाल के कुंतलों से उलझता रहा। मैं सुबह की किरण सो लगी... Hindi · एक लड़का · गीत · नया गीत · हिंदी गीत 3 257 Share Shiva Awasthi 13 Jan 2023 · 1 min read वचन मांग लो, मौन न ओढ़ो कोप भवन की हे कैकेयी! वचन माँग लो, मौन न ओढ़ो। जीवन की इस समर भूमि में, रथ साधे हो मन का तुम ही। और हृदय के अवध क्षेत्र में,... Hindi · गीत 5 1 384 Share Shiva Awasthi 13 Jan 2023 · 1 min read आ जाओ न प्रिय प्रवास तुम नाच रहे हैं जंगल-जंगल, नैना बाँध स्वप्न के घुँघरू। पूछ रहे हैं कहाँ खिले हो, कौन डाल के नीचे ठहरूँ? सघन वनों के काहीपन में, खिल जाओ न प्रिय पलाश... Hindi · गीत · प्रकृति · प्रेम · प्रेमगीत 4 331 Share Shiva Awasthi 6 Jan 2023 · 1 min read गीत अज्ञानों के अर्धज्ञान पर हामी भर, कैसे कह दूं पागल! नश्वर हैं हम तुम। द्वापर में जो कृष्ण सिखा कर चले गए। जिसके स्वर में स्वर वंशी के रचे गए।... Hindi · गीत · जीवन · दर्शन · प्रेम 4 338 Share Shiva Awasthi 2 Jan 2023 · 1 min read मेरे मन का सीजन थोड़े बदला है बदल गया है साल, ठीक है! क्या करना! मेरे मन का सीजन थोड़े बदला है । वृक्षों के पत्ते बदले हैं, तने नहीं। शाखों के तेवर बदले हैं, जड़े नहीं।... Hindi · गीत · नया साल · मन का मौसम 3 227 Share Shiva Awasthi 31 Dec 2022 · 1 min read कैलेंडर निश्चित है दीवार इसे अब बदलेगी, प्रासंगिकता खो बैठा है कैलेंडर। दीवारों की छाती चढ़ते, नई नवेली तारीखें कब सोच सकी हैं, दिन बदलेंगे। दिन बदलेंगे और जनवरी बूढ़ी होगी,... Hindi · उर्दू · नज़्म · हिंदी 4 2 266 Share Shiva Awasthi 20 Dec 2022 · 1 min read रूठना जो ज़रा सी बात पर ही, मुँह बनाकर रूठ जाते। इन प्रतीक्षित पुतलियों की वेदना क्या जान पाते! जानती हूँ मैं प्रतीक्षा, दिन विरह के काटती है। प्रेमिकाओं को ये... Hindi · गीत 4 201 Share Shiva Awasthi 20 Dec 2022 · 1 min read रविवार दिन छुट्टी का रवी वार को होता है न ! इसीलिए उसने इक दिन की छुट्टी ली है। जाते-जाते सिरहाने इक बाम की डिबिया छोड़ गया है। 'आज उसे आवाज़... Hindi · गीत 4 229 Share Shiva Awasthi 16 Dec 2022 · 1 min read लग्न वाला माह देहरी पर सिर टिकाए, सोचतीं माँ और बेटी, इस बरस तो लग्न वाला माह आकर जा चुका है। उँगलियों के पोर पर माँ नाम सबके गिन गईं है। गाँव से... Hindi · गीत · पञ्चांग · लग्न 2 276 Share Shiva Awasthi 11 Dec 2022 · 1 min read फकीरे काँसे सी खाली अंजुरि में, मैं बस आँसू ही भर पायी। मुझको करना माफ फकीरे, तुझको प्यार नहीं कर पायी।। मुझे लगा था अपनेपन से, कानन को नंदन कर दूँगी।... Hindi · गीत 3 1 275 Share Shiva Awasthi 10 Dec 2022 · 1 min read मेरा दर्पण गुण गायेगी मेरे दुनिया, लेकिन तुम कमियाँ भी कहना। मेरे मन में रहने वाले, मेरा दर्पण बनकर रहना।। जब भी कभी सफलताओं के, मद में आत्ममुग्ध हो जाऊँ। जब भी... Hindi · गीत 3 1 300 Share Shiva Awasthi 21 Nov 2022 · 1 min read गीत मन के कनक महल से जाना, याद नहीं जब सुख रख पाया। तब मैंने ही सहज भाव से दुःख को आमंत्रण भिजवाया। जैसे नन्हें ध्रुव को माँ ने, स्वयं तपोमय... Hindi · Hindi · गीत · दर्शन 3 551 Share Shiva Awasthi 4 Nov 2022 · 1 min read तुलसी गीत जब दो बूढ़े हाथ, तुम्हारे चौरे पर दीपक धरते हैं। मुझे बताओ तुलसी मैय्या, तुमसे क्या माँगा करते हैं ? इन हाथों से बचपन वाले सपने, कब के छूट चुके... Hindi · कार्तिक मास · गीत · तुलसी पूजा · वृद्धमन 5 2 450 Share Shiva Awasthi 26 Oct 2022 · 1 min read उर्मिला के नयन देहरी पर लगे उर्मिला के नयन, जो नयन में रहे वो नयन आ रहे। हाय! थमती नहीं धड़कनों की गति, जब से जाना है वापस लखन आ रहे। हाल मन... Hindi · उर्मिला · गीत · प्रतीक्षा · रामायण · लक्ष्मण 8 335 Share Shiva Awasthi 22 Oct 2022 · 1 min read प्रतीक्षित रास्तों ने तो पलकें बिछाईं मगर, मंजिलों की नजर में उपेक्षित हैं हम। इसलिए आप ही अब चले आइए, देहरी के दिये से प्रतीक्षित हैं हम। यवनिकाएँ हटा आँख तकने... Hindi 6 3 200 Share Shiva Awasthi 13 Oct 2022 · 1 min read चांद और चांद की पत्नी थाम के चाँद का हाथ बोली प्रिया घर चलो ये दिखावा बहुत हो गया स्त्रियाँ ये धरा की बताओ मुझे, पास होते पिया देखती क्यों तुम्हें ? देखना है तो... Hindi · Geet · Paular Poetry · गीत 4 306 Share Shiva Awasthi 12 Oct 2022 · 1 min read मैं पीड़ाओं की भाषा हूं मैं पीड़ाओं की भाषा हूँ, उगी आँख में आँसू बोकर। दुख न जाए हृदय तुम्हारा, मुझको पढ़ना पत्थर होकर। मैं मधूलिका, मैंने खुद के, प्राणों पर आघात किया है। और... Hindi · Geet · गीत 4 311 Share Shiva Awasthi 3 Oct 2022 · 1 min read विसर्जन गीत दर के कपाट मुँदने को हैं, अब खड़े हुए हो अर्चन को। तुम चले पूजने वो प्रतिमा, जो तत्पर खड़ी विसर्जन को। तुम जिसको देख रहे हो, ये कुछ पल... Hindi · गीत · विसर्जन 5 2 333 Share Shiva Awasthi 22 Sep 2022 · 1 min read दूब माली काका, माली काका! मुझे दूब की उम्र बताओ। दूब कहां बोता है कोई, प्यार सरीखी उग आती हैं। बागों की अनचाही बेटी, बेफिक्री में बढ़ जाती हैं। दूब नोचते... Hindi · गीत · प्रकृति · मानवीकरण · शिवा 4 216 Share Shiva Awasthi 22 Sep 2022 · 1 min read कहीं कोई भगवान नहीं है//वियोगगीत संगम के तट पर इक बेवा, रोते रोते चीख रही है। कहीं कोई भगवान नहीं है, नहीं, कोई भगवान नहीं है। पूरी दुनिया में बापू ने, यही एक वर क्यों... Hindi · गीत · विधवा विलाप · वियोग श्रृंगार 4 2 395 Share Shiva Awasthi 13 Sep 2022 · 1 min read इस छोर से उस कोने तक इस छोर से उस कोने तक, जो खामोशी सी पसरी है। अनकही, अनछुई कुछ बातें, मानस में कुछ - कुछ उभरी हैं। एक शून्य बाँधकर नयन डोर उतरा करता है... Hindi · अनिश्चितता · कविता · प्रतीक्षा · प्रेम 4 280 Share Page 1 Next