Sharda Madra Tag: कविता 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sharda Madra 16 Jul 2016 · 1 min read बैठते न ठाले समय सारा किया परिवार के हवाले लिखें कुछ कैसे कभी बैठते न ठाले। कभी चाय बनती, बनते परांठे थोड़े हलवा गाजर का, कभी बनते पकोड़े। सब्जियां बाज़ार से पड़ती है... Hindi · कविता 2 573 Share Sharda Madra 16 Jul 2016 · 1 min read मात पिता मात-पिता श्रद्धेय सदा, पूज्य ईश समान उनके इर्द-गिर्द बसे,अपना सकल जहान कलयुगी सुत कर रहे, अपमान उनका घोर करोगे जैसा भरोगे , लीजिये यह जान । Hindi · कविता 408 Share Sharda Madra 24 Jun 2016 · 1 min read मुक्तक No content Hindi · कविता 1 478 Share Sharda Madra 24 Jun 2016 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी पिचकारी धरी हाथ ग्वाले भी है संग साथ राधा की वो पूछे बात द्वार कोई आया है। राधा करे अन-मन चलो चले मधुबन खेलेंगे न हम होली श्याम ने सताया... Hindi · कविता 1 700 Share Sharda Madra 24 Jun 2016 · 1 min read सवैया किरीट (मुरलीधर) किरीट सवैया चूनर छीन गयो कित मोहन, ढूंढत हूँ तुझको मुरलीधर बांह मरोरत गागर फोड़त, आज उलाहन दूँ जसुदा घर बोलत बाल सखा घर भीतर, श्याम रहो इत ही नट... Hindi · कविता 1 1k Share Sharda Madra 16 Jun 2016 · 1 min read पत्थरों को तोड़ती वह मजदूरन पत्थरों को तोड़ती नज़रें कहीं न मोड़ती लक्ष्य को भेदती श्वेद बहाती। अथक परिश्रम मन में न गम गीत गुनगुनाती धूप चिलचिलाती ईंटें सिर पर उठाती घोलती गारा... Hindi · कविता 465 Share Sharda Madra 28 May 2016 · 1 min read कविता मैंने कभी अभिनय नहीं किया माँ, बहन, बेटी, दादी होने का रिश्तों को वास्तविकता से जिया घिसे-पुराने पिछड़े रिवाजों से तंग नहीं आई इनके साथ समझोता कर उनका नवीनीकरण किया... Hindi · कविता 1 316 Share Sharda Madra 16 May 2016 · 1 min read तोल-मोल तोल-मोल के बोल ये दुनिया गोल-मोल हंसी उड़ाये पल में देगी पोल खोल शब्दों पर अंकुश हो संशय हो न कोई वाणी वचनामृत में सुधारस घोल-घोल Hindi · कविता 1 429 Share