Shailendra Aseem Tag: मुक्तक 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shailendra Aseem 27 Jun 2022 · 1 min read रहे न रहे रक़्स-ए-जज़्बात फिर रहे न रहे ये हसीं रात फिर रहे न रहे आज ग़ज़लों से गुफ़्तगू कर लूँ खुल्द-ए-नग़मात फिर रहे न रहे © शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 3 1 231 Share Shailendra Aseem 6 May 2022 · 1 min read कैसे ढूँढ़ूँ ? कैसे ढूँढ़ूँ, जाने क्या-क्या खोता है सागर जैसा आँखों में कुछ होता है जब भी तेरी यादें आकर छूती हैं चन्दन चन्दन तन-मन सारा होता है - शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 159 Share Shailendra Aseem 17 Nov 2021 · 1 min read हुस्न चाहत की हुस्न चाहत की निगाहों से निखारुं आ जा मैं कलम से तेरी तस्वीर उतारूँ आ जा ऐ ग़ज़ल तू मेरी हर साँस में, धड़कन में रहे फिर तेरे गेसू-ए-अशआर संवारूं... Hindi · मुक्तक 1 409 Share Shailendra Aseem 25 Oct 2021 · 1 min read पाप का प्रतिकार पाप का प्रतिकार होना चाहिए कम धरा का भार होना चाहिए हर गली रावण की लंका हो गयी राम का अवतार होना चाहिए ✍️ शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 283 Share Shailendra Aseem 23 Oct 2021 · 1 min read हाथों में क़लम हाथों में क़लम लब पे मुहब्बत का फ़साना। तुलसी के घराने से हूँ कविता है ख़ज़ाना।। लिखता हूँ, ये बस शारदे मइया की कृपा है। मुझको 'असीम' प्यार से कहता... Hindi · मुक्तक 252 Share Shailendra Aseem 23 Oct 2021 · 1 min read उर्दू कर दे मौसमे गुल को ज़माने में तू हरसू कर दे मेरे किरदार को सबके लिए ख़ुशबू कर दे मैं ज़बाँ पे रहूँ अल्फ़ाज़े मुहब्बत बनकर मेरे अल्लाह सरापा मुझे उर्दू कर... Hindi · मुक्तक 1 266 Share Shailendra Aseem 25 Aug 2021 · 1 min read मुकम्मल फिर मुकम्मल फिर कभी हम ख़्वाब की ताबीर कर लेंगे अक़ीदत की हम अपनी फिर हसीं तस्वीर कर लेंगे अभी है वक़्त हम मिल कर हिफ़ाज़त मुल्क की कर लें रहे... Hindi · मुक्तक 1 229 Share Shailendra Aseem 13 Aug 2021 · 1 min read देश के वास्ते देश के वास्ते दर-ब-दर हो गए आसमाँ झुक गया वो जिधर हो गए है उन्हें शत नमन जो वतन के लिए प्राण का दान दे कर अमर हो गए ©️... Hindi · मुक्तक 439 Share Shailendra Aseem 9 Aug 2021 · 1 min read हर तरफ नूर गिरहबन्द मुक्तक ~~~~~~~~ हर तरफ नूर था चाँदनी रात थी। जब मेरी उनसे पहली मुलाक़ात थी।। एक बादल खुशी का चला झूमकर। "ज़िन्दगी में मुहब्बत की बरसात थी"।। ✍️ शैलेन्द्र... Hindi · मुक्तक 456 Share Shailendra Aseem 6 Aug 2021 · 1 min read बादलों की उदास... बादलों की उदास आँखों में, दर्द की इक नयी कहानी है ग़ौर से देखिए तो आँसू है, वर्ना बरसात का ये पानी है काँपते होंठ कह रहे थे कुछ, झुकी... Hindi · मुक्तक 2 418 Share Shailendra Aseem 28 Jul 2021 · 1 min read साहित्यकार हमने सत्ता को उसका कर्तव्य बताया है भटके सिंहासन को सच्चा पथ दिखलाया है जब जब राजमुकुट पर मद के बादल छाये हैं तब तब रचनाओं को हमने छत्र बनाया... Hindi · मुक्तक 365 Share Shailendra Aseem 16 Jul 2021 · 1 min read मदमाते मौसम का मदमाते मौसम का प्रिय अनुबन्ध बनो बरखा-झूला-कजरी का सम्बन्ध बनो मैं सावन की मस्त घटा बन कर बरसूँ तुम प्यासी धरती की सोंधी गन्ध बनो ©️ शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 1 2 365 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read कैसे ये कहूँ कैसे ये कहूँ माँ कि तेरा भक्त बड़ा हूँ बस भाव सुमन ले के तेरे दर पे खड़ा हूँ कर दे असीम पर भी कृपादृष्टि आज तू बालक अबोध हूँ... Hindi · मुक्तक 207 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read रूप की राजधानी रूप की राजधानी लगे है कोई इक परी आसमानी लगे है कोई भूल जाऊँ जिसे पढ़ के चैनो सुकूँ वो अधूरी कहानी लगे है कोई ©️ शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 239 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read बूँद देखा नहीं बूँद देखा नहीं, पनघट की बात करते हैं जो निरक्षर हैं, लिखावट की बात करते हैं अदब का जिनको अलिफ़ तक नहीं मालूम 'असीम' वो शायरी में गिरावट की बात... Hindi · मुक्तक 348 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read अम्न की चिड़िया 1- अम्न की चिड़िया जब भी चहकने लगती है घाटी में क्यूँ आग दहकने लगती है पूजा की थाली में जब जब रखता हूँ केसर से बारूद महकने लगती है... Hindi · मुक्तक 413 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read वक़्त पड़ा तो वक़्त पड़ा तो क्यारी क्यारी बोलेगी भारत माँ की यह फुलवारी बोलेगी जब जब प्रश्न उठेगा इसकी गरिमा पर चन्दन और टोपी की यारी बोलेगी © शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 532 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read न हो अभ्यास तो न हो अभ्यास तो ज्ञानी पुरूष अल्पज्ञ हो जाए बिना गुरु ज्ञान के कैसे कोई सर्वज्ञ हो जाए कृपा परमात्मा की उस जगह निशिदिन बरसती है धरा वह धाम होती... Hindi · मुक्तक 468 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read अहिल्यापुर यहाँ सबके हृदय में माँ तेरी गाथा ही वसती है सुना है माँ के दर्शन के लिए दुनिया तरसती है अहिल्यापुर की इस धरती का बारम्बार है वन्दन जहाँ माँ... Hindi · मुक्तक 203 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read न तो महफ़िल में सुकूँ न तो महफ़िल में सुकूँ और न तन्हाई में तड़प रहा हूँ पड़ा दर्द की अंगनाई में 'असीम' उससे जुदा हो के मैं जियूँ कैसे दिल की धड़कन का सबब... Hindi · मुक्तक 342 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read फूल ही फूल फूल ही फूल बिछे हों वो डगर हो जाऊँ आपके वास्ते गीतों का शजर हो जाऊँ है नहीं चाह किताबों में दफ़्न होने की आप होठों पे सजा लें तो... Hindi · मुक्तक 386 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read कंचनजंगा वो है मेरे सपनों की कंचनजंगा जब जब देखूँ मन हो जाए सतरंगा मेरे सर चढ़कर वो करे ताण्डव यूँ जैसे शिव के शीश विराजित हों गंगा ©️ शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 223 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read सावन की तरह ख़्वाब में मुझसे वो लिपटे कभी नागन की तरह हैं महकने लगीं साँसें मेरी चन्दन की तरह एक मुद्दत से मेरे दिल की ज़मीं सूखी है आइये आप ज़रा झूम... Hindi · मुक्तक 186 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read ख़ुदा ख़ैर करे बेतकल्लुफ़ सा ये आग़ाज़ ख़ुदा ख़ैर करे और शाहीन सी परवाज़ ख़ुदा ख़ैर करे लोग यूं ही नहीं इक दीद पे मर जाते हैं साहिब-ए-हुस्न के अन्दाज़ ख़ुदा ख़ैर करे... Hindi · मुक्तक 365 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read हमार भोजपुरिया सँघवाँ बोलावे हमार भोजपुरिया रहिया देखावे हमार भोजपुरिया जिनिगी के घामे से जीउ तलफलाय तब अँचरा ओढ़ावे हमार भोजपुरिया ©️ शैलेन्द्र 'असीम' Bhojpuri · मुक्तक 433 Share