ग़ज़ल ..'''.....अक़्स बूंदों में दिखाते हैं..''
================================ गुज़रते पल गुज़रते छिन कभी हमको रुलाते हैं कभी देकर सदायें वे हमें वापस बुलाते हैं दिलों को जोड़ने वाली उन्ही टूटी दीवारों से टपकते जल तुम्हारा अक़्स बूंदों...
Hindi · ग़ज़ल/गीतिका