Madhavi Srivastava Language: Hindi 50 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Madhavi Srivastava 4 May 2024 · 1 min read प्रेम कई बार कुछ कटु शब्द जो बेधते हैं हृदय को , करते हैं मन को छलनी बन जाते हैं ऐसा नासूर जो समय की कई परतों में दबाकर रखने के... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 1 70 Share Madhavi Srivastava 26 Mar 2024 · 1 min read वो जो है नहीं.... सत्य क्या है? किसने जाना है सत्य को? परिभाषा क्या है सत्य की? कहते हैं सत्य छुपता नहीं, सत्य हर युग, हर काल में सदा सत्य ही होता है, परंतु... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 3 91 Share Madhavi Srivastava 21 Feb 2024 · 1 min read #उम्र# यूं इश्क में एक उम्र गुज़री तन्हा मन परिंदा बारहा उड़ता रहा तन्हा, उम्र जब ढलने लगी , तो पंख मिले अरमानों को जिंदगी के फलसफे समझ आने लगे रफ्ता-रफ्ता,... Poetry Writing Challenge-2 1 103 Share Madhavi Srivastava 21 Feb 2024 · 1 min read #घर की तख्ती# बदल दो अब इस घर की तख्ती, जो हमेशा से घर के स्वामी की, नाम और पहचान बताती रही है पर, अब समय और पहचान , दोनों ही बदल गए... Poetry Writing Challenge-2 166 Share Madhavi Srivastava 21 Feb 2024 · 1 min read # पिता# पिता, एक दरख्त की छांव के मानिंद, परिश्रम और अनुशासन का पर्याय, नारियल की सतह जैसा कठोर,पर अंदर से कोमल और ममत्व भरा दिल, क्या बच्चे देख पाते हैं? आकाश... Poetry Writing Challenge-2 152 Share Madhavi Srivastava 21 Feb 2024 · 1 min read #मां# मां तुम हो तो आंगन में धूप का बिछौना है, तुम्हारा रजकण ही हमारा दिठौना है, तुम्हारी पूजा-आरती, धूप अगरबत्ती की खुश्बू से घर गंगाजल सा पवित्र है, तुलसी का... Poetry Writing Challenge-2 114 Share Madhavi Srivastava 21 Feb 2024 · 1 min read #नवांकुर# ख्वाहिश की गीली मिट्टी में एक बीज प्यार का रोपा था भावों के अंकुर फूटे तब जब अंदर से कुछ टूटा था दो अंजुरी प्यार की बारिश से नव प्राण... Poetry Writing Challenge-2 98 Share Madhavi Srivastava 21 Feb 2024 · 1 min read #शिकायत# सुनकर मेरी बात, रखेंगे आप भी इतेफाक हमसे मेरे सच से अक्सर , लोग रूठते हैं बेवजह हमसे, समझौता झूठ से किया नहीं कभी, बस इसी एक ऐब से लोग... Poetry Writing Challenge-2 1 91 Share Madhavi Srivastava 21 Feb 2024 · 1 min read #लफ़्ज# ये धड़कनें आजकल शोर करती हैं बहुत कभी-कभी जी करता है लफ्जों के होंठ सी दूं, चली थी हिसाब करने, उन मुलाकातों का जो शौक-ए-राह में, चल के कदम-दो-कदम न... Poetry Writing Challenge-2 88 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read #वासंती बयार# इठलाती, मदमाती आई सखि ऋतु वसंत बौराई कलियों पर छाया तरूणाई का रंग , वासंती चुनर ओढ़े, प्रकृति की निखरी छटा लहराती पवन चली, सुरभित है दिग-दिगंत। गूंज उठी अमराई,... Poetry Writing Challenge-2 1 109 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read #मेरी डायरी# कुछ पन्ने पलटे आज डायरी के कुछ फलसफे मिले जिंदगी के, कुछ लम्हे बचपन के निकले और कुछ बेपरवाह नादानियों के, कहीं कुछ मखमली सी यादें थी तो कुछ रेशम... Poetry Writing Challenge-2 1 101 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read #शबाब हुस्न का# तेरी हर अदा, जैसे लचकते फूलों की डालियां, तेरे महकते गेसुओं की लटें जैसे सावन की काली घटाएं तेरे सुर्ख लबों पर ये तबस्सुम जैसे आफताब की रोशनी तेरे पायल... Poetry Writing Challenge-2 1 60 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read # वो खत# तुम्हारा खत और वो कार्ड आज भी मेरी डायरी में महफूज़ है खुशनुमा यादों के साथ जो तुमने मुझे पहली बार भेजा था, कैसे भूल सकती हूं तुम्हारे भेजे उस... Poetry Writing Challenge-2 61 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read #कस्मे-वादें # कोई सागर इन आंखों में आता नहीं कोई नज़ारा इन आंखों को भाता नहीं, दुनिया के मेले में मिले तो कई रहगुजर कोई बढ़ के हाथ थाम ले,ऐसा नज़र आता... Poetry Writing Challenge-2 121 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read #घरौंदा# आंखों में बसा एक सपना जो कभी बंद पलकों में बुना था, चाहा था एक ऐसा घरौंदा बनाना जिसमें दिलों की बंद खिड़कियां, किसी की गुनगुनाहट से खुलती हों, जहां... Poetry Writing Challenge-2 49 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read #हौसले# इस रंग बदलती दुनिया में, कुछ यूं भी करना पड़ता है, रंजो-गम लाख हों ,झूठी मुस्कुराहटों का लबादा ओढ़ना पड़ता है, जिंदगी तेरी हर अदा से वाकि़फ हैं कुछ इस... Poetry Writing Challenge-2 1 69 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read वसंत गीत है वसंत का ऋतुओं के कंत का, बौराई अमराई, झूमने लगा है मन, प्रकृति ने रचा रास, मन में बाजे मृदंग, कर सिंगार रितुराज ,दहका है पीत रंग, ओढ़... Poetry Writing Challenge-2 39 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read #वो अजनबी# ये शहर बहुत अजनबी लगता था तेरे बिना पर ,तुझसे मिलकर, ये मौसम गुलाबी हो गया, जब भी गुज़री कोई शाम तेरे साए में ऐसा लगा, समां फिर से गुलज़ार... Poetry Writing Challenge-2 63 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read #स्याह-सफेद# इस बदरंग दुनिया में स्याह-सफेद मत देखिए, बिकते रिश्तों के संसार में पैसों पर बिछी शह और मात देखिए, इस दुनिया में कब, कौन किसी का हुआ अब तो बस... Poetry Writing Challenge-2 124 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read #ख्वाहिशें # ख्वाहिशों का जिक्र तो बस इतना था, हसरतें बेशुमार थीं, पर तू कहां अपना था, इक अधूरी सी तमन्ना लिए जीती रही कुछ यूं, जब भी तू मिले, बस मेरा... Poetry Writing Challenge-2 55 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read # चांदनी# ऐ चांद, तेरे नूर से नहाई शफ्फाक़ चांदनी, जब हर रात अपनी अदा बिखेरती है, कहीं ना कहीं हर आशिक़ को तुझसे रश्क़ तो जरूर होता होगा. सितारों की इस... Poetry Writing Challenge-2 57 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read #एक गुनाह# बात जब उसूलों की हो तो कोई अपनी मर्जी चलाए कैसे? मुस्कान झूठी और लफ्ज़ किताबी हों तो कोई किसी शख़्स अपना बनाए कैसे? ख्याल और जज़्बात बेमानी हो जहां... Poetry Writing Challenge-2 58 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read आशा का सवेरा निराशाओं के भंवर से ही भोर का उजियारा जनमता, लहरों से लड़कर ही हर मौज को किनारा है मिलता, प्रकृति के कण-कण में बिखरे हैं, खुशियों के धवल मोती, मगर... Poetry Writing Challenge-2 59 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read #नज़र # वो जो चाहिए थी मुझको, वो एक नज़र थी तुम्हारी, तुम नज़र भर देखते, और इक नज़र से संवर जाते हम, पर, तुमसे ये भी न हुआ कि तुम ये... Poetry Writing Challenge-2 46 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read #हिचकी# तुम्हें याद हो न कि न याद हो मुझे याद सब है जरा-जरा..... मैं भूलना भी चाहूं तो तेरी यादों पर है, हिचकियों का पहरा, तेरी बेवफाई का गम अब... Poetry Writing Challenge-2 1 52 Share Madhavi Srivastava 20 Feb 2024 · 1 min read मेरी कमाई कमाई मेरी ऐसी नहीं कि रुपैया मेरी जेब में खनकता हो, पर, हां, मेरी चौखट पर कदम रखते ही तुम्हें मिलेगा प्यार, आदर और सत्कार, गद्दे भले मखमली न होंगे... Poetry Writing Challenge-2 1 79 Share Madhavi Srivastava 22 Aug 2023 · 1 min read प्यार... प्यार एक लफ्ज़ नहीं, एक राग है, जो हर दिल गुनगुनाना चाहता है। एक खूबसूरत अहसास है, जिसके भीनी-भीनी खुश्बू से महक उठने को जी चाहता है। दो दिलों की... Hindi 1 127 Share Madhavi Srivastava 12 Jul 2023 · 1 min read फितरत कभी नहीं बदलती विचारों के झंझावात में हर रोज उलझती विचारों के अथाह सागर में डूबती- उतराती मैं , बिना किसी समाधान, वापस वहीं लौट आती हूं, जहां मेरे एकाकीपन के सिवा ,दूसरा... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 2 400 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read जरूरी तो नहीं गुज़र गया जो वक्त , उसका हर लम्हा अच्छा था नज़र आया हर इक शख्स, मेरी नज़र में सच्चा था, अफसोस क्या, जो जमाने को शिकायत मुझसे हर शख्स मेरे... Poetry Writing Challenge · कविता 2 3 200 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read खुद की तलाश कई रोज़ हुए अपने आप से मुलाकात नहीं हुई चलते-चलते यक़बयक़ कहीं गुम हो जाती हूं लौट जाती हूं बार-बार यादों के धुंधले आइने के सामने जहां मेरी शख्सियत का... Poetry Writing Challenge · कविता 174 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read कमीजें डरती हूं, कि इन रंगबिरंगी कमीजों में अगर एक भी चुननी पड़ी जो मुझे अत्यधिक प्रिय हो, तो शायद ........ मेरी अलमारी में एक भी नहीं बचेगी. क्योंकि ये रंग... Poetry Writing Challenge · कविता 244 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read वक्त 23- ऐ वक़्त न रूठ यूं मुझसे आरजू है, कि चल फिर से वापस उन्हीं गलियों में चलें जहां कैद है, जिंदगी से वो हसीन मुलाकात दिल चाहता है बेसाख्ता... Poetry Writing Challenge · कविता 204 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read नूतन वर्ष ***जो बीत गया , उसे जाने दो, अभिनव संकल्प उपजने दो। नित नए लक्ष्य हों, नए हौसले, नवल सृजन और नए फैसले ।। खुशहाली का मधुमय चिंतन *** नव वर्ष... Poetry Writing Challenge · कविता 215 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read होली अब बात कहां वो होली में हफ्तों पहले हर आंगन में दिखती तैयारी होली में, हिंदु मुस्लिम का भेद मिटा मिलते थे तन मन होली में, गांवों की होली शहर... Poetry Writing Challenge · कविता 165 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read चूड़ियां अहसासों, जज्बातों के रंगों से सजी कितनी मनमोहक हैं ये धानी चूड़ियां, बचपन में, मिट्टी से चूल्हा लीपते देखी हैं मां के हाथों की खनकती चूड़ियां, मां की उन्हीं टूटी... Poetry Writing Challenge · कविता 182 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read रिश्तों का गणित दो या दो से अधिक लोगों के बीच एक अनकहा, अनचाहा नेह सूत्र जो ईमानदारी से गढ़ा जाए तो बेशकीमती और छल से मढ़ा हो तो मकड़ी के जाले सा... Poetry Writing Challenge · कविता 251 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read शब्द आज शब्द बहुत बुझे-बुझे से हैं सीले-सीले से शब्द व्यक्त नही कर पा रहे बिछुड़ जाने की कसक चंद दिनों पहले जो शब्द चहके से थे आज न जाने क्यूं... Poetry Writing Challenge · कविता 1 216 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण संदेश उठती हूं रोज की तरह पर कुछ नया नहीं होता, घर के पीछे मंदिर में केवल घंटाध्वनि सुनाई देती है. आजकल मुझे, कोयल की मीठी कूक आपस में गलबहियां... Poetry Writing Challenge · कविता 1 365 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read यादों का झरोखा इक बार चलो फिर लौट चलें यादों के उस वातायन में जहां साथ बिताए अनगिन पल दस्तक देते मन आंगन में कुछ बातें कर्मठ जीवन की कुछ उलझी सुलझी गिरहों... Poetry Writing Challenge · कविता 1 358 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read हिंदी की दुर्दशा एक बार फिर, हम सब हिंदी दिवस पर एकत्रित होकर हिंदी अपनाएं, हिंदी में काम करें का संकल्प दोहराएंगे और वर्षपर्यंत अंग्रेजी का दामन थामें गर्व से ग्रीवा लहराएंगे मैनें... Poetry Writing Challenge · कविता 426 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read घरौंदा एक दरख्त मेरी आशाओं का मेरी चिरसंचित भावनाओं का मेरे कुछ अधूरे अरमानों का मां-पिता के सम्मान का आज ढह गया है, उसकी शाखों पर मेरी तमाम यादों के पन्ने... Poetry Writing Challenge · कविता 1 237 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read मैत्री// संवेदनाओं और भावनाओं से परिपूर्ण, एक समर्पित अहसास मानवीय संबंधों का उत्र्ष न कोई शर्त न हीं कोई गोपनीयता कोई मनभेद नही केवल स्नेह और समर्पण राग-अनुराग से सिंचित निर्बाध... Poetry Writing Challenge · कविता 201 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read क्रोटन कल फिर मैनें अपने आंगन में रोपा है एक नया क्रोटन जो रोपने से पहले ही मुरझा गया है. जानते हो क्यों जिस ममता और अपनत्व से सहेजकर उसे अपने... Poetry Writing Challenge · कविता 187 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read कब मिलोगी मां..... तुम बहुत याद आती हो मां! घर की देहरी पर खड़ी,हम सबकी बाट जोहती तुम्हारी निगाहें, शाम को घर वापस लौटते ही तुम्हारा स्नेहसिक्त आलिंगन मानो दिन भर की थकान... Poetry Writing Challenge · कविता 557 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read दीदी तुम्हारे बारे में कई बार सोचती हूं, तुम मेरे जीवन में क्या हो? मेरी बहन,मेरी सखा, मेरी दिगदर्शिका या मेरे आंसुओं की भाषांतरकार, बीते लम्हों का वो अनजाना भय, वो... Poetry Writing Challenge · कविता 210 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read जीने की राह जीवन के विस्तीर्ण फलक पर,चित्र उकेरे कई मगर, रंग जो उनमें भरना चाहा ,भर न सकी मैं चाहकर , माना सृजन नहीं है आसां, दृढ़ प्रयास करना होगा, जब तक... Poetry Writing Challenge · कविता 1 251 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read खोखला अहं पता है तुम्हें जब लोगों की नजरें भेदती हैं मुझे मुझे कुछ अजीब नहीं लगता अब क्योंकि मैं जानती हूं ,ये लोग गंदगी की मिट्टी में रेंगते हुए लिजलिजे से... Poetry Writing Challenge · कविता 190 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read समय और स्त्री समय ने पूछा कौन हो ,क्य़ा चाहती हो स्त्री ने कहा, मेरी आंखों में झांको, जहाँ ख्वाहिशें हैं खुद की ज़मी और आसमां तलाशने की, हर युग,हर काल में हर... Poetry Writing Challenge · कविता 181 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read जिंदगी ऐ जिंदगी! जीने का हुनर मुझे भी सिखा दे। सिमटूं न बिखरूं, टूट जाऊं न कहीं हौसला रख सकूं,ऐसी बेमिसाल तरक़ीब कोई बता दे। शौक़ नहीं मशहूर होने का मुझे,... Poetry Writing Challenge · कविता 268 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read सावन बरसता है ये सावन जब, तो कोई याद आता है निगाहों से उतर कोई, मेरे दिल में समाता है, ये भीगी शाम की पलकों में सजते अनगिनत सपने, कोई हौले... Poetry Writing Challenge · सावन की बूंदेंइश्क 199 Share