Sandeep Thakur Tag: संदीप ठाकुर ग़ज़ल 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sandeep Thakur 22 Aug 2024 · 1 min read पहने कपड़े सुनहरे चमकती हुई पहने कपड़े सुनहरे चमकती हुई धूप आई मिरे घर झिझकती हुई फूल सा इक लिफ़ाफ़ा मेरे नाम का एक चिट्ठी थी उस में महकती हुई पुल के मेहराब भी डूबे... Hindi · Sandeep Thakur Shayari · ग़ज़ल/गीतिका · चिट्ठी शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 249 Share Sandeep Thakur 13 Aug 2024 · 1 min read आ जा अब तो शाम का मंज़र भी धुँधला हो गया आ जा अब तो शाम का मंज़र भी धुँधला हो गया रास्तों ने मूँद ली आँखें अंधेरा हो गया बैठ कर जिस के किनारे तू ने खाई थी क़सम वो... Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · ग़ज़ल/गीतिका · वादा शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 220 Share Sandeep Thakur 18 Feb 2024 · 1 min read शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर पहले ख़ुद को एक अच्छी जाॅब के क़ाबिल करूँ घर ख़रीदूँ कार लूँ फिर पेश तुझको दिल करूँ तू कोई एग्ज़ाम है क्या पास करना है तुझे तू कोई डिग्री... Hindi · Job Shayari · Sandeep Thakur Ghazal · Sandeep Thakur Shayari · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 1 544 Share Sandeep Thakur 13 Feb 2024 · 1 min read पहले वो दीवार पर नक़्शा लगाए - संदीप ठाकुर पहले वो दीवार पर नक़्शा लगाए बा'द में रस्तों का अंदाज़ा लगाए जाने सूरज ने नदी से क्या कहा है बह रही है धूप का चश्मा लगाए चाँद की आँखें... Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · Sandeep Thakur Shayari · पहले वो दीवार पर नक़्शा लगाए · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 334 Share Sandeep Thakur 12 Feb 2024 · 1 min read ओ मेरी सोलमेट जन्मों से - संदीप ठाकुर ओ मेरी सोलमेट जन्मों से है तू ही फेवरेट जन्मों से इस जन्म में तो मेरी हो जाना कर रहा हूं मैं वेट जन्मों से संदीप ठाकुर Sandeep Thakur Hindi · Sandeep Thakur Shayari · ओ मेरी सोलमेट जन्मों से · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी · सोलमेट शायरी 397 Share Sandeep Thakur 9 Feb 2024 · 1 min read चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं अब समझने में कोई भूल नहीं आंख बस आंख ही है झील नहीं होंठ बस होंठ ही हैं फूल नहीं संदीप ठाकुर Sandeep Thakur Hindi · Sandeep Thakur Shayari · चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं · चांद शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 272 Share Sandeep Thakur 8 Feb 2024 · 1 min read हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप तेरी - संदीप ठाकुर हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप तेरी तस्वीर बन रही है इक अपने आप तेरी माहौल ख़ुशनुमा था मंज़र थिरक रहे थे तबले पे पड़ रही थी जब... Hindi · Sandeep Thakur Shayari · तस्वीर शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी · हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप 288 Share Sandeep Thakur 7 Feb 2024 · 1 min read शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर आप चाहें मारो ठोकर डोर को फुट-मैट को पड़ गई है आपकी आदत हमारे फ्लैट को गिफ़्ट की थी बर्थ-डे पर जो तुम्हें मैंने कभी चाँद पहने घूमता है रात-भर... Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · Sandeep Thakur Shayari · इमोजी शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 410 Share Sandeep Thakur 6 Feb 2024 · 1 min read रिश्ते से बाहर निकले हैं - संदीप ठाकुर रिश्ते से बाहर निकले हैं सदमे से बाहर निकले हैं बरसों अंदर अंदर घुट कर झटके से बाहर निकले हैं आज उदासी तन्हाई के क़ब्ज़े से बाहर निकले हैं नींद... Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · Sandeep Thakur Shayari · रिश्ते शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 316 Share Sandeep Thakur 5 Feb 2024 · 1 min read ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते - संदीप ठाकुर ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते बात गर दिल की चंद कर लेते आप भी हो ही जाते दीवाने गर किसी को पसंद कर लेते संदीप ठाकुर Sandeep Thakur Hindi · ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते · ख़्वाब शायरी · पसंद शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 1 403 Share Sandeep Thakur 3 Feb 2024 · 1 min read अश्क तन्हाई उदासी रह गई - संदीप ठाकुर अश्क तन्हाई उदासी रह गई उन दिनों की याद बाक़ी रह गई मोड़ पे वो आँख से ओझल हुआ बे-क़रारी राह तकती रह गई तितली की परवाज़ कैसे देखता आँख... Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · Sandeep Thakur Shayari · अश्क शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 1 212 Share Sandeep Thakur 2 Feb 2024 · 1 min read पाँव में खनकी चाँदी हो जैसे - संदीप ठाकुर पाँव में खनकी चाँदी हो जैसे उसने मुंडेर फाँदी हो जैसे छत पे दो पल मिलन जुदाई में धूप में बूँदा-बाँदी हो जैसे संदीप ठाकुर Sandeep Thakur Hindi · Sandeep Thakur Shayari · पाज़ेब शायरी · वायरल शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 404 Share Sandeep Thakur 2 Feb 2024 · 1 min read रिश्तों की गहराई लिख - संदीप ठाकुर रिश्तों की गहराई लिख हर काग़ज़ पर खाई लिख उस पे ही इल्ज़ाम न धर ख़ुद को भी हरजाई लिख मुँह मत फेर हक़ीक़त से शे'रों में सच्चाई लिख क़िस्सा... Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · रिश्तों की गहराई लिख · रिश्तो पर शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 296 Share Sandeep Thakur 1 Feb 2024 · 1 min read हैं सितारे डरे-डरे फिर से - संदीप ठाकुर हैं सितारे डरे-डरे फिर से रात साज़िश न कुछ करे फिर से सब इशारे हैं बाढ़ आने के बदले दरिया ने पैंतरे फिर से जिस्म पे काई जम रही है... Hindi · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी · हैं सितारे डरे-डरे फिर से 422 Share Sandeep Thakur 1 Feb 2024 · 1 min read शायरी - गुल सा तू तेरा साथ ख़ुशबू सा - संदीप ठाकुर गुल सा तू तेरा साथ ख़ुशबू सा हाथ में तेरा हाथ ख़ुशबू सा हो के तुझ से जुदा भटकता हूँ गुल से बिछड़ी अनाथ ख़ुशबू सा संदीप ठाकुर Sandeep Thakur Hindi · Sandeep Thakur Shayari · गुल सा तू तेरा साथ ख़ुशबू सा · वायरल शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 165 Share Sandeep Thakur 31 Jan 2024 · 1 min read दिल के दरवाजे भेड़ कर देखो - संदीप ठाकुर दिल के दरवाजे भेड़ कर देखो जख़्म सारे उधेड़ कर देखो बंद कमरे में आईने से कभी तुम मेरा जिक्र छेड़ कर देखो संदीप ठाकुर Sandeep Thakur Hindi · Sandeep Thakur Shayari · दिल के दरवाजे भेड़ कर देखो · संदीप ठाकुर · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 246 Share Sandeep Thakur 31 Jan 2024 · 1 min read शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर इश्क़-विश्क़ की डिग्री-विग्री थ्योरी व्योरी सब पढ़ डाले हैं लैला-मजनू चाँद-चकोरी सब रूठा था मै बहुत दिनों से मान गया लेकिन कान पकड़ कर जब वो बोली सोरी-वोरी सब कब... Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · Sandeep Thakur Shayari · वायरल शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 405 Share Sandeep Thakur 30 Jan 2024 · 1 min read इस नदी की जवानी गिरवी है इस नदी की जवानी गिरवी है क्या बहेगी रवानी गिरवी है डूबी है बूंद-बूंद कर्ज़े में बांध में सारा पानी गिरवी है संदीप ठाकुर Sandeep Thakur Hindi · Sandeep Thakur Shayari · नदी शायरी · संदीप ठाकुर · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 347 Share Sandeep Thakur 30 Jan 2024 · 1 min read ख़यालों में रहते हैं जो साथ मेरे - संदीप ठाकुर ख़यालों में रहते हैं जो साथ मेरे कभी छू न पाए उन्हें हाथ मेरे लबों पे हमेशा तिरा नाम आया दुआ के लिए जब उठे हाथ मेरे लिए काँच जैसा... Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · Sandeep Thakur Shayari · ख़यालों में रहते हैं जो साथ मे · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 215 Share Sandeep Thakur 29 Jan 2024 · 1 min read क्या सितारों को तका है - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर क्या सितारों को तका है रात भर पल पल कभी चाँद के गालों पे पड़ते देखे हैं डिम्पल कभी नाम मेरा याद करके चुस्कियों के बीच में क्या हुई है... Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · Sandeep Thakur Shayari · क्या सितारों को तका है · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 205 Share Sandeep Thakur 29 Jan 2024 · 1 min read तू मेरी हीर बन गई होती - संदीप ठाकुर तू मेरी हीर बन गई होती मेरी तक़दीर बन गई होती रंग गर फैलते न काग़ज़ पे तेरी तस्वीर बन गई होती संदीप ठाकुर Sandeep Thakur Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · Sandeep Thakur Shayari · तस्वीर शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 251 Share Sandeep Thakur 28 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल - संदीप ठाकुर ज़िंदगी का भरोसा क्या कब ख़त्म है आँख झपकी ज़रा और सब ख़त्म है छोड़ आदत सफ़र की चलेगा कहां आ गईं मंज़िलें राह अब ख़त्म है फिल्मी किरदार हूं... Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · Sandeep Thakur Shayari · ज़िंदगी शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 406 Share Sandeep Thakur 27 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर ज़िंदगी इक फ़िल्म है मिलना बिछड़ना सीन हैं आँख के आँसू तिरे किरदार की तौहीन हैं एक ही मौसम वही मंज़र खटकने लगता है सच ये है हम आदतन बदलाओ... Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · Sandeep Thakur Shayari · ज़िंदगी इक फ़िल्म है · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 1 345 Share Sandeep Thakur 27 Jan 2024 · 1 min read लिख के उंगली से धूल पर कोई - संदीप ठाकुर लिख के उंगली से धूल पर कोई ख़ुद हंसा अपनी भूल पर कोई याद करके किसी के चेहरे को रख गया होंठ फूल पर कोई संदीप ठाकुर Sandeep Thakur Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · Sandeep Thakur Shayari · वायरल शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 344 Share Sandeep Thakur 26 Jan 2024 · 1 min read थी हवा ख़ुश्क पर नहीं सूखे - संदीप ठाकुर थी हवा ख़ुश्क पर नहीं सूखे धूप भी थी मगर नहीं सूखे देखिए कितने ज़िद्दी पत्ते हैं पेड़ से टूट कर नहीं सूखे संदीप ठाकुर Sandeep Thakur Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · Sandeep Thakur Shayari · थी हवा ख़ुश्क पर नहीं सूखे · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 236 Share