सालिक गणवीर 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid सालिक गणवीर 22 Aug 2020 · 1 min read ग़ज़ल वज़्न : 221 1221 1221 122 हर सम्त अंधेरा है इसे दूर भगाओ है कोई मुनव्वर तो मिरे सामने आओ क़ातिल हो तो क़ातिल की तरह पेश भी आओ घायल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 3 439 Share