Phoolchandra Rajak Tag: दोहा 17 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Phoolchandra Rajak 25 Mar 2022 · 1 min read अंहकार! तुम छोड़ देना ये मेरे भरतार,ये डुबो देता है मन का अंहकार। रावण ने अपनी लंका डुबोई और डुबोया परिवार।। दूर करता है,सुख चैन से खा जाता है विवेकाधिकार। ये... Hindi · दोहा 187 Share Phoolchandra Rajak 23 Dec 2021 · 1 min read कागज और कलम? कागज और कलम से कुछ ने, छू लिया आकाश। पर !हम कागज और कलम से निकाल रहे भड़ास।।उड़ना चाहता हूं गगन में,पंख नही है पास। लेकिन मन न माने कभी... Hindi · दोहा 2 3 402 Share Phoolchandra Rajak 28 Nov 2021 · 1 min read आत्म ज्ञान। सबसे उत्तम है,ज्ञानो में आत्म ज्ञान।यह युग लाया है भोतिक वादी ज्ञान।।अपने अपने मन में, हैं सभी ज्ञान वान। कौन किसको मान रहा गुरु,यह अचरज जान।। लगा है दोहराने को... Hindi · दोहा 2 2 530 Share Phoolchandra Rajak 3 Nov 2021 · 1 min read दीपावली खूब मनाये! दीपावली खूब मनाये, लेकर परिवार को संग।ना चलाना वो पटाखे, जिससे पक्षी होवे तंग।।मूक पशु पक्षियों का हमेशा रखें ध्यान। यही धर्म मानव का है, इससे हो कल्याण।।अपनी ही खुशी... Hindi · दोहा 188 Share Phoolchandra Rajak 11 Oct 2021 · 1 min read बाप और बेटा। बाप बड़ा ,बेटा बड़ा ,नाती बड़े अमोल। जिनके सुत ऐसे भये ,बिके घास के मोल।।वर मांगन वर पर चली वर पायो तत्काल।वर पाये विधवा भयी ,रोई सारी साल।। गुड़ और... Hindi · दोहा 1 269 Share Phoolchandra Rajak 28 Feb 2021 · 1 min read मिट्टी की महिमा मिट्टी को मरी न समझ मिट्टी पालनहार।बिन मिट्टी कुछ न हुआ करें जगत उद्धार। ।इतनी हल्की भाषा का तुमने उपयोग किया।मरी समझी मिट्टी को जबही मिट्टी नाम दिया।।इसकी क्या उपमा... Hindi · दोहा 1 619 Share Phoolchandra Rajak 23 Feb 2021 · 1 min read क्यों बना हुआ है अचेत। इस धरा पर कितने चल रहे हैं, अनुसंधान।आज व्यक्ति मंगल पर पहुंच कर छू रहा आसमान।।विज्ञानी ज्ञानी सब हो रहे माला माल।पर देश विकास के महल में हो गया है... Hindi · दोहा 3 2 225 Share Phoolchandra Rajak 17 Feb 2021 · 1 min read कौन जीव का हाल दिन-रात देखतफिरत इतने नैन विशाल। चन्दा में अंधा बनै कौन जीव का हाल।।।। धरती की धर तोल बताओ पता बताओ पानी का । शंकर जी के पिता बताओ , पिता... Hindi · दोहा 367 Share Phoolchandra Rajak 16 Feb 2021 · 1 min read सरस्वती जी की वंदना ज्ञान बुद्धि गुणों से भरा है तेरा भंडार। वीणा धर मातेश्वरी विनय करो स्वीकार। । तुम अविद्या हरण ज्ञान की दाता। आंचल भर के दान दे तू मोहे माता।। Hindi · दोहा 500 Share Phoolchandra Rajak 13 Feb 2021 · 1 min read पति बृता माथे पर बिनदिया अधरों पर मुसकान है। चेहरे की रौनक़ की यहीं पहचान है।।त्रिया तोमे तीन गुण औगन भरे हजार।पुत्र जनै और व्यंजन तपै गाये मगंलाचार।।।।पति बृता मैली भली काली... Hindi · दोहा 227 Share Phoolchandra Rajak 11 Feb 2021 · 1 min read सफल वही है। सफल सफल सब कोई कहै.सफल हुआ न कोई।स .और ल के बीच में चिरंजीवी होई।।चेहरा को सब कोई लखै पर चेहरा न पढ़ पावै।चेहरे को देख कर मदन मसत हो... Hindi · दोहा 2 4 257 Share Phoolchandra Rajak 6 Feb 2021 · 1 min read नारी की पीड़ा। कौन समझ सकता है पीड़ा नारी की ।नर अपनी खुशी के लिए कहता रहा बिचारी की।।नारी नारी सब कोई कहै.नारी रतन खदान।नारी से नर उपजै धुव्र प्हलाद समान।।आज कितने हो... Hindi · दोहा 1 284 Share Phoolchandra Rajak 5 Feb 2021 · 1 min read गम और खुशी। गम ही खुशी का बीज है .पर समझ नहीं पाता है।गम के कारण ही सृजन साहित्य का जो जग पढ़ पाता है।।जब खुशी मिल जाती है तब जाता अपने को... Hindi · दोहा 3 2 614 Share Phoolchandra Rajak 2 Feb 2021 · 1 min read अब ना पीठ दिखाओ जो देश की चिंता करें ऐसा लिख संदेश। रग रग भर दे देश प्रेम ऐसा दे लिख उपदेश। फिक्र नहीं इस इस देश की ऐसे लेख अनेक। राई की तरह... Hindi · दोहा 2 2 405 Share Phoolchandra Rajak 2 Feb 2021 · 1 min read विरह वेदना जब तड़प रहा हूं मन पिया मिलन के संग। चोली चोली कह रही है बनकर के मृदंग। आस लगाकर जीना है पिया तेरे संग। क्यों रिश्ता नहीं जोड़ दें परमहंस... Hindi · दोहा 1 1 271 Share Phoolchandra Rajak 1 Feb 2021 · 1 min read प्रेम की परिभाषा । प्रेम प्रेम सब कोई कहै प्रेम न जाने कोई।प्रेम की इस गँगा मे लगावे डुबकी कोई।।प्रेम अनदर की वस्तु है .प्रेम गुहा अनमोल।कथनी मे आवै नही सकै न कोई तोल... Hindi · दोहा 3 3 540 Share Phoolchandra Rajak 23 Dec 2020 · 1 min read वाचन हारा कौन लिखने वाले ने लिख दिया वचन हारा कौन। जब उसने खोली पुस्तक की वाचन हारा मोहन। जब जब मैंने लिखा दिलों में लग जाती है आग। गेहूं पानी डालता बढ़ती... Hindi · दोहा 2 273 Share