Comments (3)
1 Feb 2021 05:02 PM
प्रेम गली अति सांकरी,जामें दो न समाय। बहुत सुंदर
1 Feb 2021 05:00 PM
बेहतरीन रचना … मैं आप को वोट कर चुका हूँ। कृप्या अगर संभव हो सके तो आप भी मेरी “प्यार के बोल” पर वोट अवश्य कीजियेगा। धन्यवाद
प्रेम की सुंदर परिभाषा! मेरी प्रविष्टि **लिखे थे खत हमने हजार** का अवलोकन कर अपना वोट देकर अनुग्रहित करें। धन्यवाद!