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13 Feb 2021 · 1 min read

पति बृता

माथे पर बिनदिया अधरों पर मुसकान है। चेहरे की रौनक़ की यहीं पहचान है।।त्रिया तोमे तीन गुण औगन भरे हजार।पुत्र जनै और व्यंजन तपै गाये मगंलाचार।।।।पति बृता मैली भली काली कुचित कुरूप।पति बृता के रुप पर बारि कोटि स्वरुप।।

Language: Hindi
198 Views
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