Raghu GS Jatav 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Raghu GS Jatav 29 Sep 2021 · 1 min read तुम सा नही...! डरे-डरे से रहते हो, ह्रदय की न बात कहते हो। प्रेमरस में बहकर भी, इंद्रजीत से रहते हो। फूलों की तरह, भवरें को चाहते हो। ये इश्क़ ए रिवाज़ तुम्हारा,... Hindi · मुक्तक 252 Share Raghu GS Jatav 25 Sep 2021 · 1 min read कोरोना! तू किसी काम का नही? एक-दूजे के प्रति प्रेम जताना है, कोरोना में हाथ नही मिलाना है।। करते रहें ध्यान,मास्क लगाना है, सबसे दो गज़ दुरी यही बताना है।। गली-मोहल्लों,गाँव,नगरों में लिखा नारा हो, सबको... Hindi · कविता 291 Share Raghu GS Jatav 16 Sep 2021 · 1 min read यादें भुला न सकोगे मैं आबाद रहूँगा, तुम न भी मिलो तो याद रहूँगा।???️ Hindi · शेर 1 417 Share Raghu GS Jatav 16 Sep 2021 · 1 min read ईश्वर कथन.... तुम्हारे लिए ही तो मैं इस जमीं पे बैठा हूँ, वर्ना क्या काम था मेरा यहाँ? Hindi · लेख 1 238 Share Raghu GS Jatav 16 Sep 2021 · 1 min read अकेला....#शेर मैं हूँ मेरा घर है मेरा कोई यार नही, अकेला हूँ मैं,मेरा कोई ख़बरदार नही है। - 24/08/21 Hindi · शेर 2 211 Share Raghu GS Jatav 16 Sep 2021 · 1 min read ऐतबार और..... ऐसा नहीं कि दिल ये समझदार नहीं था । पर उससे बग़ावत को ये तैयार नहीं था ।। गैरों से सुना था उसके बारे में बहुत कुछ । पर उसके... Hindi · शेर 1 423 Share Raghu GS Jatav 17 Nov 2018 · 1 min read पिता सब कुछ हो तुम कविता पिता- सब कुछ हो तुम मेरे लिये संसार हो तुम, मेरे पास रहने वाले भगवान हो तुम, मेरे लिए सब कुछ,वो इंसान हो तुम, किसी दुष्ट से रक्षा करे... Hindi · कविता 3 494 Share