कुमार किशन कीर्ति 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कुमार किशन कीर्ति 27 Feb 2022 · 1 min read अफसाने जिंदगी की...। एक दिन सुबह जब खिड़की से मैंने देखा,जिंदगी को हँसती-मुस्कुराती पाता। मैंने पूछा"ऐ जिंदगी!तू इतनी मुस्कुराती क्यों है? दर्द से अनजान,पर हमें दर्द देती क्यों है?" सुनकर जिंदगी करीब आई,... Hindi · कविता 267 Share कुमार किशन कीर्ति 16 Feb 2022 · 1 min read काश!तुम समझ पाती! काश!तुम समझ पाती! मुझे यूँ छोड़कर ना जाती। कितना अच्छा लगता जब हम तुम एक होते। तब,अधूरे इश्क़ मुक्कमल होते सारे शिकवे फिर दूर होते। मगर तुम अफवाहों में आ... Hindi · कविता 340 Share कुमार किशन कीर्ति 14 Feb 2022 · 1 min read प्रेम....। प्रेम....। क्या है प्रेम? मेरे लिए तो एक दूसरे को समझना है प्रेम निश्वार्थ भावना है प्रेम। दुःख-सुख में साथ रहना है प्रेम। बस,और क्या है प्रेम? मगर, अब प्रेम... Hindi · कविता 315 Share कुमार किशन कीर्ति 11 Aug 2021 · 1 min read मेरे अल्फाज 1 कही तो मिलेगी मुझे मेरी मंजिल यह दिल का मुसाफिर चला जा रहा है। 2बड़ा गुमान था मुझे मेरी चाहत का कमबख्त!ना गुमान रहा,ना चाहत। :कुमार किशन कीर्ति Hindi · शेर 1 409 Share कुमार किशन कीर्ति 25 Jun 2021 · 1 min read अल्फाज...। किसको अपना समझूँ किसको पराया समझूँ सब तो अपने ही है किसको बेगाना समझूँ। ये वादियाँ, यह दुनिया ये गाते हुए पंछी कैसे कह दू इनसे मुझको तुमसे प्यार नहीं... Hindi · कविता 2 329 Share कुमार किशन कीर्ति 18 Jun 2021 · 1 min read तुम बिन....। तुम बिन... तन्हा हूँ और मायूस हूँ। जिंदगी तो है। बस,बेजान सा हूँ तुम बिन... जाऊ कहाँ?तुम्हारे पास आकर। यह जीवन पतझड़ सी है। क्योंकि, एक तुम्हारी कमी है। तुम... Hindi · कविता 1 663 Share कुमार किशन कीर्ति 15 Jun 2021 · 1 min read मेरी शायरी दिल चाहता है कुछ ऐसा लिखूँ सारे जख्म भर जाए। तुम्हें पा ना सका तो क्या हुआ? बस...। तुम्हारे ही प्यार में हम मिट जाए। 2जानते ना थे इश्क में... Hindi · शेर 1 1 500 Share कुमार किशन कीर्ति 14 Jun 2021 · 1 min read आया बरसात का मौसम देखकर काले-काले बादल हर्षित हुए किसान। मालिने भी गाने लगी बागों में सुमधुर गान। देखो उन पंछियों को जो ग्रीष्म से बेहाल थे। अब,वे भी चहक कर बरसात का स्वागत... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 4 417 Share कुमार किशन कीर्ति 13 Jun 2021 · 1 min read मेरे अलफाज 1 संगदिल होते हैं वो लोग जो झूठे रिश्ते बना जाते हैं। थोड़ी सी कामयाबी क्या पा ली? खुद को खुदा समझ जाते हैं। 2चलना है, चलना है चलते ही... Hindi · शेर 1 275 Share कुमार किशन कीर्ति 13 Jun 2021 · 1 min read मेरे अल्फाज:कुमार किशन कीर्ति 1अगर इश्क हादसा है तो इससे गुजरने दो दो दिलों को इसमें घायल होने दो। 2यह मत पूछो कैसे लम्हा गुजारा करते है माशूका की तस्वीर कागज पर उतारा करते... Hindi · शेर 1 433 Share कुमार किशन कीर्ति 7 Sep 2020 · 1 min read तड़प ये मजबूरियां, ये दूरियां और हालात की जंजीरों से बंधे दो तड़पते दिल क्या करे? विवश हैं, मजबूर हैं कभी एक तड़पा था,दूसरे के लिए आज दोनों तड़प रहे हैं... Hindi · कविता 1 532 Share कुमार किशन कीर्ति 3 Sep 2020 · 1 min read किताब सी है जिंदगी मेरी:कुमार किशन कीर्ति किताब सी है जिंदगी मेरी गर तुम इसे पढ़ना चाहो,तो पढ़ सकते हो क्योंकि, वेदना और विरह से भरी इसमे कहानी है मेरी किताब सी है जिंदगी मेरी इसमे शामिल... Hindi · कविता 1 1 452 Share कुमार किशन कीर्ति 29 Jun 2020 · 1 min read मेरे अल्फाज तुम आशिकी हो मेरी,इस बात समझा करो यूँ हमसे ना बेरुखी से पेश आया करो बहुत मुकद्दर से मिलते हैं चाहनेवाले गर कोई फूल दे,तो उसे पत्थर से ना मारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 367 Share कुमार किशन कीर्ति 22 Jun 2020 · 1 min read गजल:कुमार किशन कीर्ति,लेखक वर्षों बाद उसकी याद आई मेरी अधूरी इश्क मुझे किस मोड़ पर लाई जिसे दिल से भुला दिया था ना जाने क्यों लब पर उसका नाम आई जिससे इश्क हुआ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 579 Share कुमार किशन कीर्ति 27 May 2020 · 1 min read गजल:कुमार किशन कीर्ति जिसकी हमें तलाश थी वह हमसफर हो तुम मैं ठहरा आवारा राही पर, मेरी मंजिल हो तुम जब से इस दिल मे तुम दस्तक दी हो क्या बताए?तुम किरायदार बन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 481 Share कुमार किशन कीर्ति 27 May 2020 · 1 min read मेरे अल्फाज 1अगर इश्क हादसा है, तो इससे गुजरने दो दो दिलों को इसमें घायल होने दो 2चलना है, चलना है चलते ही जाना है ना झुकना है, ना रुकना है बस,मंजिल... Hindi · शेर 2 330 Share