★ जो मज़ा तेरी कातिल नजरों के नजारों में है। ★
जो मज़ा तेरी कातिल नजरों के नजारों में है। वह मजा कहां किसी की बाहों और बहारों में है। तू तालाब दरिया समंदर और किनारों में है। तू मंदिर मस्जिद...
Hindi · IPS KAMAL THAKUR SHAYRI · कविता · गीत · जो मजा तेरी कातिल नजरों के नज · शेर