Phool gufran Tag: ग़ज़ल 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Phool gufran 24 May 2024 · 1 min read दोस्ती दर्द सीने में मोहब्बत के जागती है दोस्ती। साज बनाकर धड़कनों को महकती है दोस्ती। रातों में आंखों की नींद उड़ती है दोस्ती। नए-नए ख्वाब आंखों को दिखाती है दोस्ती।... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 55 Share Phool gufran 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल जाने कब लौटकर आएगी मेरी चाहने बाली । नींद आंखों की दिल का सुकू चुराने बाली । एक लम्हा बो मेरे सामने अब आ जाए । मेरे ख्वाबों को अपनी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 47 Share Phool gufran 24 May 2024 · 1 min read मोहब्बत जो सीने में मोहब्बत के घर नहीं रखते।। वो जिंदगी जीने के हुनर नहीं रखते। जो दिलों को तोड देते हैं आईनों की तरह । ऐसे शक्स पर हम अपनी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 71 Share Phool gufran 24 May 2024 · 1 min read चाहत नफरतों में मोहब्बत को भुलाया नहीं जाता । इश्क़ में चाहतों को आज़माया नहीं जाता । दिल के हज़ार टुकड़े हुए इश्क़ में मगर । टूटा हुआ दिल किसी को... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 70 Share Phool gufran 24 May 2024 · 1 min read मौहब्बत ये सफर इश्क़ का आखिरी पैगाम है । तू जिंदगी में मोहब्बत की हंसी शाम है । उसकी मदहोश जवानी के उदास लम्हों में। मैंने जो देखी लवों पर नयी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 49 Share Phool gufran 24 May 2024 · 1 min read मां किसको कहे हम अपना उस बिन नही गुज़ारा। मां नाम है उसी का मेरा है बो सहारा। आंचल के तले उसके सब चैन से सोते हैं। दुनिया में कोई मां... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 32 Share Phool gufran 24 May 2024 · 1 min read हालात ज़माने का सितम दिल पर मेरे नासूर करता है। ये दुनिया का फ़साना लिखने को मजबूर करता है । वया कैसे करु इस देश के बिगड़े हालातों को । सभी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 42 Share Phool gufran 23 May 2024 · 1 min read बचपन याद है मुझको अभी तक वो फ़साना याद है। बचपन का बीता हुआ मुझको ज़माना याद है। पास बैठकर जब हम गीत सुना करते थे । तेरे होठों से गाया... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 73 Share Phool gufran 12 May 2024 · 1 min read मां वो लफ़्ज़ ढूंढ़ने से भी मिलता नहीं अखबारों में। मां की ममता अब भी बिकती नहीं बाज़ारों में। ज़माने भर में तलाश उसकी करो तुम मेरे हमदम। मां के जैसा... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 70 Share Phool gufran 10 May 2024 · 1 min read ख्वाब एक रात मुझे ख्वाब में चांद नज़र आया । फिर लोगों ने कहा चांद तेरे आंगन में उतर आया। ये मंज़र देखने बालों की भी आंखें भर आयीं । हर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 44 Share Phool gufran 7 May 2024 · 1 min read जिंदगी जिंदगी है कोई मांगा हुआ अख़बार नहीं । जाइये और कहीं यहां कोई खरीददार नहीं । राह है कांटों भरी चलना बहुत मुश्किल है यहां। साथ चलने को मेरे कोई... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 25 Share Phool gufran 4 May 2024 · 1 min read आशिकी तेरा आशिक ज़माना है । ये किस्सा भी पुराना है । तू मेरे इश्क़ में पागल । ये मैंने आज जाना है । कभी पूरब कभी पश्चिम। ये पंक्षी ठिकाना... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 39 Share Phool gufran 4 May 2024 · 1 min read मोहब्बत ये जिंदगी है मेरी इसको नगर ना समझो । में इश्क़ हूं तुम्हारा मुझे रहगुज़र ना समझो । नादान इक हवा के झोखें से डर गये हम । उड़ते हुए... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 37 Share Phool gufran 4 May 2024 · 1 min read दोस्ती इसलिए आज मेरे सर पर कोई तारा ही नहीं। मेरी किस्मत को किसी ने भी संवारा ही नहीं। वो भी खुद्दार थी जिसने मुड़कर देखा तक नहीं । मैं भी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 56 Share Phool gufran 4 May 2024 · 1 min read आदमी देख लो दुनिया में कैसा भुछाल छाने लगा । आदमी खुद ही खुद आफत में है आने लगा । फ़िक्र है उसको ना आज किसी काम की । दौलत की... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 52 Share Phool gufran 4 May 2024 · 1 min read दोस्ती हर किसी को अपना बनाकर देखिये। मुश्किलों में मुस्कुरा कर तो देखिये। खुदा से जब भी दुआ मांगों तो सच्चे दिल से मांगना। हाथ अपने दुआओं के लिए उठाकर तो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 42 Share Phool gufran 4 May 2024 · 1 min read मोहब्बत का हुनर वो आये इस तरह से मेरे हिज़ार में। पलकें बिछाए बैठे हो जैसे इंतज़ार में। दिल तोड़ना ही था तो सौदा ही क्यों किया। अब बेचने चला है उसको बाज़ार... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 67 Share Phool gufran 4 May 2024 · 1 min read मोहब्बत तोड़कर दिल को मेरे इश्क़ के बाजारों में। नाम मेरा भी लिया जाने लगा गुनाहगारों में। तेरा मुजरिम ही सही दिल में छुपा रखा था। फिर भी ज़ालिमों ने चुनवा... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 59 Share Phool gufran 3 May 2024 · 1 min read मोहब्बत ज़ख्म गहरा है सब्र से काम लेना है । ज़माने को अपनी चाहत में ढाल देना है । इम्तिहा होगा हमारे इश्क़ का आखिर कब तक । जुवा को बंद... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 64 Share Phool gufran 3 May 2024 · 1 min read खुशी जब भी कोई दिल के करीब होता है । बो बड़ा ही अज़ीज होता है । प्यार मिलता है उसे प्यार के बदले । ऐसा शायद कोई खुशनसीब होता है... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 41 Share Phool gufran 3 May 2024 · 1 min read मुकद्दर बता मुझको सभी के मुकद्दर को बनाने बाले । टूटा हुआ तारा कहते हैं सब सताने बाले । सभी के साथ वफादारी निभाती हूं हरपल । फिर क्यों बेवफा कहते... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 54 Share Phool gufran 3 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल बेटियों के नाम से जलने लगा है आदमी। रुख़ से उनके फिर करवट बदलने लगा है आदमी। ये बात सच है अब पहले सा ना रहा आदमी। बेटियों की धज्जियां... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 46 Share