Parvat Singh Rajput Language: Hindi 27 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Parvat Singh Rajput 20 Oct 2024 · 1 min read वंदना हे माँ काली शक्ति दो जीवन का अंत करूँगा मे ऐसी कोई युक्ति दो है माँ काली शक्ति दो आन पड़ी है विपदा भारी विपदाओ से मुक्ति दो हे माँ... Hindi 33 Share Parvat Singh Rajput 19 Oct 2024 · 1 min read -: मृत्यु का दर्पण :- मृत्यु का दर्पण देखोगे? ले देख खड़ा हूँ समक्ष तेरे मै,तेरी मृत्यु का दर्पण काल का मुख देखोगे? ले देख भवानी सजी हाथ मे रक्त चाटने को आतुर महा विनाश... Hindi · कविता 24 Share Parvat Singh Rajput 19 Oct 2024 · 1 min read -: काली रात :- एक रात भयानक काली होगी फिर ना कभी दिवाली होगी जीवन का में मरण करूंगा मस्तक पर ना लाली होगी व्रत करो उपवास करो ब्रह्मा भी बचा ना पाएंगे मेरे... Hindi · कविता 32 Share Parvat Singh Rajput 25 Aug 2024 · 1 min read आजादी का पर्व आजादी का पर्व है आया आजादों की गोली से कितनों ने श्रृंगार किए हैं लाल रक्त की रोली से भारत माता की जयकर लाखों शीशे कट जाते हैं उन्ही कटे... Hindi · कविता 43 Share Parvat Singh Rajput 23 Aug 2023 · 1 min read -: चंद्रयान का चंद्र मिलन :- -: चंद्र यान का चंद्र मिलन:- चंद्र धरा पर देखो हमने, परचम है लहराया। नमस्कार मेरे चंद्रयान को चंद्र फतह कर आया। चंद्रधरा को चंद्र ने छुआ तो चंद्रलोक में... Hindi · कविता 5 1 651 Share Parvat Singh Rajput 29 May 2023 · 1 min read -: अच्छा बनना बहुत बुरा है :- अच्छा बनना बहुत बुरा है जीवन के समरांगण में नियत है खोटी, बोली मीठी पाप छुपा है कण कण में अच्छा बनना बहुत बुरा है जीवन के समरांगण मे ।।... Hindi 3 1 255 Share Parvat Singh Rajput 5 Mar 2023 · 1 min read वो एक विभा.. उन्मुक्त चांदनी सी हसमुख है जग में उसकी अलग प्रभा वो एक विभा! तुम निष्कलंक, निष्कंटक सी निर्मल नदियों की धारा हो, जिससे हो सारा जग गुंजित वो वीणा की... Hindi · Poetry Poetrycommunity · कविता 2 302 Share Parvat Singh Rajput 5 Mar 2023 · 1 min read अभी गहन है रात....... अभी गहन है रात जरा प्रकाश तो होने दो, जो होना है आगे उसका आभास तो होने दो, तनिक इशारा मिल जाए, हालात बदल देंगे, धैर्य रखो ओ मित्र अभी... Hindi · कविता 1 205 Share Parvat Singh Rajput 16 Feb 2023 · 1 min read गूंगे बहरों की बस्ती गूंगे बहरों की बस्ती में, गूंगे बहरे ही बस्ते हैं। यहां कुछ भी नही अपना है जिसे देखो वो ही सपना है। सच्चे आदमी को देखो कौने में बैठ सिसकते... Hindi 473 Share Parvat Singh Rajput 14 Feb 2023 · 1 min read वेलेंटाइन डे स्वीकार नहीं जिस प्रेम की मिले निशानी हमें गटर और नालो में जिसका प्रेम छलकता हो केवल जिस्मानी जालो में वो प्रेम हमें स्वीकार नही ये वेलेंटाइन डे स्वीकार नहीं बेशक प्रेम... Hindi 1 153 Share Parvat Singh Rajput 10 Feb 2023 · 1 min read बेहिसाब यादें तेरी बेहिसाब यादें तेरी, इस दिल को तड़पा जाती है मै सोंचू इनको विसरा दूं, वो तिल तिल बढ़ती जाती है। इन अश्क सैलाब की धारों से, मै सोचूं पीड़ा धो... Hindi · कविता 1 226 Share Parvat Singh Rajput 10 Jun 2022 · 1 min read जीवन जीने की शैली हो .... तुम केवल एक शैली नही, जीवन जीने की शैली हो,, तुम कुसुम कली की कुंदन पंखुड़ी जीवन की मधुर पहेली हो। तुम ब्राह्मणकुल की मर्यादा, तुम शौर्य तेज की धारक... Hindi 2 328 Share Parvat Singh Rajput 21 Apr 2022 · 1 min read मां यह झूठा सब संसार है मां सच्चा तेरा प्यार हे, तू तीर्थों मे है हरिद्वार तू नदियों मे है गंगद्वार तेरे चरण छोड़ कहाँ जाऊं मां मेरे जीवन का तू... Hindi · कविता 1 160 Share Parvat Singh Rajput 19 Mar 2022 · 1 min read -: तू जारी रख अपना सफऱ :- नन्हे नन्हे कदमों से , बढ़ता चला जा धीरे धीरे विजय होगी तेरी एक दिन तू जारी रख अपने सफऱ तू जारी रख अपना सफऱ पथ ये पथरीला है ,... Hindi · कविता 1 181 Share Parvat Singh Rajput 19 Mar 2022 · 1 min read तुम न समझोगे मुमकिन नही तुझको पाना पर जिद है की तेरा हो जाना तुम न समझोगे , ना समझोगे ,दिल की बातें तुम न समझोगे हाँ जिद की तेरा हो जाऊ तुझमे... Hindi · कविता 299 Share Parvat Singh Rajput 19 Mar 2022 · 1 min read हम जीतेंगे हम जीतेंगे एक दिन सारा जहाँ हम जीतेंगे , पंखो में जान रख रे परिंदे , होंशलो की उड़ान भर रे परिंदे हम जीतेंगे , हम जीतेंगे एक दिन जीतेंगे... Hindi · गीत 2 410 Share Parvat Singh Rajput 20 Mar 2020 · 1 min read -: हिंदी प्रेमी :- मैं हिंदी प्रेमी हिंदी का, रसपान कराने आया हूँ । मैं हिंदुस्तान की माटी में , हिंदी को बड़ाने आया हूँ । भारत तेरे भाल की बिन्दी, न जाने कहाँ... Hindi · कविता 2 301 Share Parvat Singh Rajput 8 Sep 2019 · 1 min read -: नहीं रुकेगा चन्द्रयान :- -: नहीं रुकेगा चन्द्रयान :- ऐ चाँद फ़तह तो तुझे कर ही लेंगे तेरी धरा पर तिरंगा फहरा ही देंगे बस थोड़ा और इंतजार कर तेरी माटी को भी हिंदुस्तानी... Hindi · कविता 5 4 806 Share Parvat Singh Rajput 30 Aug 2019 · 1 min read -: करणी सेना लक्ष्य गीत :- लो उठालो शमशीर अपने हाथों मे हम करणी सैनिक है लाखो में -2 हम बढते चले अंगारो पर हमे लिखनी कहानी सितारों पर हम जयकार जयकार करते चले हम हुँकार... Hindi · गीत 2 577 Share Parvat Singh Rajput 20 Aug 2019 · 1 min read -: राखी शहीद हो गई :- बहना तेरी राखी शहीद हो गई सरहद के पार खाके गोलियां हजार ना जाने कहां सो गई बहना तेरी राखी शहीद हो गई था वादा में लौट के आऊंगा तेरी... Hindi · गीत 5 2 724 Share Parvat Singh Rajput 18 Jun 2019 · 1 min read धरती हिंदुस्तान की धन्य धन्य है धरा हमारी ये भूमि बलिदान की सबसे प्यारी सबसे न्यारी धरती हिंदुस्तान की जहाँ पे जन्मे राम कृष्ण और गाथा है हनुमान की सबसे प्यारी सबसे न्यारी... Hindi · गीत 6 6 716 Share Parvat Singh Rajput 29 Apr 2019 · 1 min read -: आज की सियासत :- सारा भारत गूंज रहा है , राष्ट्रवाद के नारों से मन्दिर मुद्दा खो गया है , यूपी के गलियारों से ऐ भारत के वीर शहीदों , हम आज बहुत शर्मिंदा... Hindi · कविता 4 4 536 Share Parvat Singh Rajput 8 Mar 2019 · 1 min read जाग नारी जाग चल काट दे अंधेरे को सुबह हो गई तू महान शिरोमणि कहाँ सो गई तू शेरनी है हिन्द की सिंहनी दहाड़ कर तू भोग की ना वस्तु अपनी खुद पहचान... Hindi · कविता 5 2 497 Share Parvat Singh Rajput 22 Feb 2019 · 1 min read पुलवामा हमला सहम उठा पुलवाम जहाँ, उन लालो की चीखों से कुछ तो प्रेणा ले लो तुम, आजाद भगत की सीखो से। क्यों केशर की घाटी में , अंगार उगलते दिखते हैं... Hindi · कविता 10 4 1k Share Parvat Singh Rajput 5 Feb 2019 · 1 min read दिव्यता के दीप तुम दिव्यता के दीप हो बता दो सारे देश को प्रतिभा के तुम धनी मिटा दो हर क्लेश को जो कहे तुम्हें निर्बल, बता दो उनको अपना बल सफलता की... Hindi · कविता 6 2 620 Share Parvat Singh Rajput 15 Jan 2019 · 1 min read Modi ji गर मोदी हारा तो पहिया भारत का रुक जायेगा पूरे भारत मे फिरसे भ्रष्टाचार छा जाएगा अमेरिका की सूची से भारत फिर मिट जायेगा निर्भय होकर पाकिस्तान भी सीमा पर... Hindi · कविता 6 4 347 Share Parvat Singh Rajput 14 Jan 2019 · 1 min read सदाचरण झुक जाता हूँ मै अक्सर अपने से बड़े के चरणों मे सीखी है ये आदत मेने वृक्षों के पर्णो से मात पिता मेरे आधार है गुरुवर मेरा सार है ना... Hindi · कविता 6 2 319 Share