Dr. Mohit Gupta 39 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Mohit Gupta 27 Oct 2023 · 1 min read दीवारें चाहे जितनी बना लो घरों में या दिलों में दीवारें चाहे जितनी बना लो घरों में या दिलों में खुदाया सहन मगर खुला रखिए नौनिहालों का। - मोहित Hindi 124 Share Dr. Mohit Gupta 16 Oct 2023 · 1 min read मेरे जब से सवाल कम हैं मेरे जब से सवाल कम हैं लोग मुझसे परेशान कम हैं।- मोहित Quote Writer 214 Share Dr. Mohit Gupta 28 Apr 2023 · 1 min read सवालात बहुत हैं तयखाने में वहीं रहने दो सवालात बहुत हैं तयखाने में वहीं रहने दो निकलेंगे बाहर आग लगाएंगे वहीं रहने दो। छोड़ो ना रहने दो जो छिपा है छिपा रहे जो है नहीं कहीं वही बात... Hindi 1 204 Share Dr. Mohit Gupta 27 Apr 2023 · 1 min read चुटकी चुटकी जिंदा रहने की ख्वाहिश में रोज़ रोज़ मरना क्या है, ऊखल में सिर दे दिया तो मूसल से डरना क्या है। गाजर,मूली, केला, आडू कुछ भी कह लो मुझको... Hindi 165 Share Dr. Mohit Gupta 26 Apr 2023 · 1 min read धुंधला है मगर साफ है धुंधला है मगर साफ है छिपाना उनका प्रयास है। बात ज़रा सी समझा नहीं कुछ है इतना आभास है। -मोहित Hindi 77 Share Dr. Mohit Gupta 24 Apr 2023 · 1 min read वेदना में वंदना ज़रूरी पर करते नहीं है, वेदना में वंदना ज़रूरी पर करते नहीं है, संवेदना के स्वर मधुर पर मिलते नहीं हैं। अटखेलियां करने को मजबूर वक्त आदतन, पांव मेरे हैं पर साथ वक्त के चलते... Hindi 229 Share Dr. Mohit Gupta 22 Apr 2023 · 1 min read हरूफ तुम्हारे हैं जो मर्ज़ी अल्फाज़ कर लो हरूफ तुम्हारे हैं जो मर्ज़ी अल्फाज़ कर लो जिसे चाहो राज़ी जिसे चाहो नाराज़ कर लो। - मोहित Hindi 86 Share Dr. Mohit Gupta 21 Apr 2023 · 1 min read थाली में डाल दो चंद मीठे अल्फाज़ थाली में डाल दो चंद मीठे अल्फाज़ सब्जियां निगोडी मिठास खो चुकी हैं। - मोहित Hindi 70 Share Dr. Mohit Gupta 20 Apr 2023 · 1 min read कुछ अल्फाज़ तो दे दो कब तक चेहरे के भरोसे चलूं मैं , कुछ अल्फाज़ तो दे दो कब तक चेहरे के भरोसे चलूं मैं , जुबां को तोफीक दे दो या सूखी आंखों के भरोसे चलूं मैं। -मोहित Hindi 76 Share Dr. Mohit Gupta 19 Apr 2023 · 1 min read वो जो कह रहा है छोड़ो उसे वो जो कह रहा है छोड़ो उसे जो नहीं कह रहा है सोचो उसे कहने सुनने के दरम्यां जो है मुक्तसर ये वही तकलीफ है। -मोहित Hindi 381 Share Dr. Mohit Gupta 13 Apr 2023 · 1 min read कच्ची गली गली में नाली कच्ची गली गली में नाली नाली में फिसल कर गिरना कीचड़ से सना देखकर मां का चिंतातुर होकर पूछना कहीं लगी तो नहीं बेटा अभावों में भावों का सागर मेरा... Hindi 136 Share Dr. Mohit Gupta 13 Apr 2023 · 1 min read अखबार की कतरन मेंं खुद को ढूंढता है पागल है अखबार की कतरन मेंं खुद को ढूंढता है पागल है कतरा कतरा लिबास तेरा बोलता है पागल है। बन जरूरत फरेब कर हिस्से में कर शामिल, देखना फिर कौन सोचता... Hindi 71 Share Dr. Mohit Gupta 4 Apr 2023 · 1 min read बहुत चेहरे चेहरों पर सजे हैं देखो, बहुत चेहरे चेहरों पर सजे हैं देखो, निगाहें कहीं निशाने कहीं हैं देखो। अदाकारी के नमूने ऐसे ऐसे वल्लाह, मुर्दा भी जिंदा दिख रहा है देखो। चेहरा उतारता है फिर... Hindi 145 Share Dr. Mohit Gupta 4 Apr 2023 · 1 min read संधियों में बढ़ती हड्डियां संधियों में बढ़ती हड्डियां मांस छोड़ती चमड़ी बुढ़ापे का नहीं शमशान का भी नहीं, बेवजह होने का पता देती हैं। - मोहित Hindi 148 Share Dr. Mohit Gupta 31 Mar 2023 · 1 min read किसी ने दस्तक दी गलती से आ गया होगा किसी ने दस्तक दी गलती से आ गया होगा उठ कर देखूं ! या चला गया होगा। आता नहीं इधर आजकल माजरा क्या है! मसला उस का यकीनन हल हो... Hindi 152 Share Dr. Mohit Gupta 27 Mar 2023 · 1 min read मुझे मेरी ही नहीं जरूरत तुझे तो क्या होगी मुझे मेरी ही नहीं जरूरत तुझे तो क्या होगी बिखरे पत्थर मेरी क़ब्र के मेरा बयां होगी। झूठ फरेब तिलस्मी तेवर तेरे क्या कहने ना जाने तुझ से मुलाकात कहां... Hindi 63 Share Dr. Mohit Gupta 19 Mar 2023 · 1 min read कविता टीस, आंसू,खुशी, हंसी वैश्विक हैं अनुभूति, अभिव्यक्ति हर जगह कुत्ता दुम हिलाता है शेर गुर्राता है, सांप डसता है कोयल कूकती है,मोर नाचता है। किसके आदेश पर रेखाएं खींची? शासन... Hindi 92 Share Dr. Mohit Gupta 17 Mar 2023 · 1 min read Poem परित्यक्त कब अभिव्यक्त अशक्त कब अलमस्त व्यक्त कब विश्वस्त अधूरा हूं कहां समस्त रोशनी को कर निरस्त अंधेरे का अभ्यस्त उगेगा फिर ये जान लो हुआ सूरज जो आज अस्त... Hindi 132 Share Dr. Mohit Gupta 7 Jan 2023 · 1 min read समय जब विकट हो समय जब विकट हो और मृत्यु निकट हो धैर्य तुम बने रहो तान वक्ष खड़े रहो विदेह तुम डटे रहो देह कष्ट को हरो ना क्रन्द हो विषाद हो ना... Hindi 61 Share Dr. Mohit Gupta 2 Jan 2023 · 1 min read तारीफ़ नहीं तवज्जो चाहिए, तारीफ़ नहीं तवज्जो चाहिए, मोहब्ब्त है सब को चाहिए। मोहित Hindi 90 Share Dr. Mohit Gupta 28 Dec 2022 · 1 min read खौफ जिंदगी का सताने लगे, खौफ जिंदगी का सताने लगे, सब के यही अफसाने लगे। बात जरा सी थी समझने में, नामालूम क्यों ज़माने लगे। - मोहित Hindi 67 Share Dr. Mohit Gupta 28 Dec 2022 · 1 min read पल प्रतिपल जीवन में ऐसे ऐसे हालात मिले पल प्रतिपल जीवन में ऐसे ऐसे हालात मिले जब भी हंसना चाहा नये नये आघात मिले। - मोहित Hindi 140 Share Dr. Mohit Gupta 27 Dec 2022 · 1 min read मुक्तक जवाब देते देते बहुत थक गया हूं इतने सवाल अब अच्छे नहीं लगते। वक्त से पहले वो बड़े होने लगे हैं मासूम थे जो वो बच्चे नहीं लगते। - मोहित Hindi 121 Share Dr. Mohit Gupta 22 Dec 2022 · 1 min read बस शाख से गिरे पत्ते अब तो बख्श दो बेहतर नहीं तुमसे रास्ते से हटकर एक कोना बस बाकी सब तुम्हारा यकीं करो मेरा फिर जींद नहीं हूँगा एक कोना बस... Hindi 196 Share Dr. Mohit Gupta 13 Jun 2020 · 1 min read दो पंक्तियां ये बतियाता है तो अहसान बहुत करता है। मेरा मांझी कश्ती को परेशां बहुत करता है। Hindi · शेर 5 224 Share Dr. Mohit Gupta 28 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल कोई खुदा से मांग ले दो लम्हे और मुझे ला कर दे दे दो लम्हे नफरतों के क़ाबिल हूँ तस्लीम है एक बार दे यार प्यार के दो लम्हे जज़्बात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 308 Share Dr. Mohit Gupta 7 Apr 2020 · 1 min read धैर्य लघु कथा धैर्य एक मित्र ने दूसरे से कहा कि अमुक व्यक्ति बहुत ग़ज़ब है। उसके पास बैठने से बहुत शांति मिलती है, यदि आप अपने जीवन में धैर्य चाहते... Hindi · लघु कथा 2 268 Share Dr. Mohit Gupta 29 Mar 2020 · 1 min read वो बच्चा दौड़कर मेरी छाती से लिपटता वो बच्चा मेरी डूबती नैया का खिवैया वो बच्चा प्रेम के सागर से लबालब वो बच्चा दुनिया को जानकर कहाँ रह जायेगा वो बच्चा Hindi · कविता 2 220 Share Dr. Mohit Gupta 6 Mar 2020 · 1 min read दो पंक्तियां किसी को दर्द कहते हुए डर लगता है वो अपनी खरोंच लेकर बैठ जाता है। Hindi · दोहा 1 2 230 Share Dr. Mohit Gupta 5 Mar 2020 · 1 min read दो पंक्तियां बहुत मुश्किल है किसी के दर्द में रो देना। मिल जाये इंसां ऐसा उसे मत खो देना।। Hindi · दोहा 1 2 223 Share Dr. Mohit Gupta 2 Mar 2020 · 1 min read दो पंक्तियां खुद ख़तरे के निशां से ऊपर बह रहे हैं गुनाहगार किसी और को कह रहे हैं। Hindi · मुक्तक 2 422 Share Dr. Mohit Gupta 27 Feb 2020 · 1 min read मुक्तक परछाई से घबराए दिल अंधेरों से जाकर मिल। मय्यसर जब नया ना हो फटे पुरानों को ही सिल। Hindi · मुक्तक 279 Share Dr. Mohit Gupta 25 Feb 2020 · 1 min read दो पंक्तियां चलो अच्छा हुआ ग़लतफ़हमी से पीछा तो छूटा दिखाता था जो खूबसूरत वो आईना तो टूटा। Hindi · दोहा 1 387 Share Dr. Mohit Gupta 25 Feb 2020 · 1 min read कविता शहर बंद है आराम का दिन है छः बाई छः के बाथरूम में खुली सांसें हैं आज फिर शहर बंद है कुछ धमाकों के बीच सौ मीटर चौड़ा रास्ता भी... Hindi · कविता 1 381 Share Dr. Mohit Gupta 24 Feb 2020 · 1 min read दो पंक्तियां अब नाकामियों का ठीकरा किसके सर फोड़ें सच में से क्या घटाएं झूठ में क्या और जोड़ें। Hindi · दोहा 2 263 Share Dr. Mohit Gupta 23 Feb 2020 · 1 min read मुक्तक ये ग़म ज़िंदगी का किसे सुनाया जाए तल्ख अफसाना किसे पढ़ाया जाए। एक होता तो कुछ हिम्मत भी करते खार कौन सा दामन से हटाया जाए।। Hindi · मुक्तक 2 488 Share Dr. Mohit Gupta 22 Feb 2020 · 1 min read मुक्तक किसको किसका कितना सुख सोचो तो बस दुःख ही दुःख। मौन रहो और आंखें बंद थोड़ा दुःख और ज्यादा सुख। Hindi · मुक्तक 1 216 Share Dr. Mohit Gupta 19 Feb 2020 · 1 min read मुक्तक चलो ज़िंदगी को एक हुनर से संवारा जाए हर किसी को महोब्बत से पुकारा जाए। लब पर चासनी में लिपटी दो बातों से न कुछ तुम्हारा जाए न कुछ हमारा... Hindi · मुक्तक 1 372 Share Dr. Mohit Gupta 19 Feb 2020 · 1 min read कविता थाली में फ़ैली दाल में मक्की की रोटी को चूरते हुए सनी हुई उँगलियों को चूमते होंठ अब मौन हैं, सूख गए हैं नम नहीं हैं टिशू पेपर की तरह.... Hindi · कविता 1 258 Share